!!!!!*संकट मोचन हनुमान जी महाराज बाबा नीम करोली जी महाराज की जय हो जय हो *!!!!!🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞 ((ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा-- 9415087711)) 🌤️ दिनांक - 15 फरवरी 2025 🌤️ दिन - शनिवार 🌤️ विक्रम संवत - 2081 🌤️ शक संवत -1946 🌤️ अयन - उत्तरायण 🌤️ ऋतु - शिशिर ॠतु 🌤️ *मास - फाल्गुन 🌤️ पक्ष - कृष्ण 🌤️ तिथि - तृतीया रात्रि 10:13 तक तत्पश्चात चतुर्थी 🌤️ नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी रात्रि 12:19 तक तत्पश्चात हस्त 🌤️ योग - सुकर्मा सुबह 6:46 तक तत्पश्चात धृति 🌤️ राहुकाल - सुबह 9:00 से सुबह 10:30 तक 🌤️ *सूर्योदय प्रातः 6:25 🌤️ *सूर्यास्त - सायं 5:35 पर 👉 दिशाशूल - पूर्व दिशा मे 🚩 *व्रत पर्व विवरण - 💥 *विशेष- आज तृतीया 💥 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' 💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। 💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । 🌞 🌞 ** 🌷 विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए 🌷 👉 * कल 16 फरवरी 2025 रविवार को संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 09: 12 )* 🙏🏻 शिव पुराण में आता हैं कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें : 🌷 ॐ गं गणपते नमः । 🌷 ॐ सोमाय नमः । 🌞 🌞 ** ‪🌷 चतुर्थी‬ तिथि विशेष 🌷 🙏🏻 चतुर्थी तिथि के स्वामी ‪भगवान गणेश‬जी हैं। 📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं। 🙏🏻 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं। 🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥ ➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है । 🌞 🌞 ** 🌷 कोई कष्ट हो तो 🌷 🙏🏻 हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैं, मिटती नहीं हैं ।, कभी कोई कष्ट, कभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर सकते हैं कि, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में ये बार-बार कष्ट और समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों | 👉🏻 छः मंत्र इस प्रकार हैं – 🌷 ॐ सुमुखाय नम: : सुंदर मुख वाले; हमारे मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे । 🌷 ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये । 🌷 ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें । 🌷 ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है और अभक्त प्रमादी होता है, आलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । और जो प्रमादी न हो, लक्ष्मी स्थायी होती है । 🌷 ॐ अविघ्नाय नम: 🌷 ॐ विघ्नकरत्र्येय नम: