astroexpertsolutions.com की प्रस्तुति 🛑🛑🛑🛑🛑😆 Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 ❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️ दोस्तों, हम भी ना कभी कभी हद कर देते है, भगवान से ऐसी मांग कर देते जो आसानी से हम खुद पा सकते । लेकिन क्या है ना की हमें कामचोरी की आदत सी पड़ गई। हर पल यही सोचते कि भगवान् एक नारियल अर्पित किया और हमारी मनोकामना पूरी कर देगे। आइए पहले हम प्रभु की लीला को समझने हेतु इस बात को समझे। मेरे एक मित्र है करोड़पति है, उनके पिताजी का शहर में नाम रुतबा है। उस मित्र का एक मित्र पुलिस अधीक्षक है, एक विधायक है। एक दिन गलत पार्किंग करते समय शहर के नए भरती कांस्टेबल ने उनका 200 का चालान बना दिया। अब आप सोचो की वो किसको फोन लगाएगा ❓ जी यदि आप सोच रहे की वो विधायक या पुलिस अधिकारी को फोन लगाता तो बेवकूफी करता। क्योंकि मात्र 200 रुपए के कारण वह इतनी बड़े पद की गरिमा को धूमिल नहीं करना चाहेगा। बस यही सोचिए कि हमारे भगवान से ख़ास सम्बन्ध है। भगवान हमारी बात भी सुनता है। हमारे हर कार्य भी उनकी कृपा से हो जाते। पर क्या हम भगवान से छोटे छोटे काम हेतु प्रार्थना करते❓ ईश्वर एक असीम शक्ति है एक कल्पना कीजिए कि ईश्वर ने आपको तीन तीर दिए की वक़्त आने पर इसका उपयोग करना। आपको एक दिन एक मच्छर ने काटा आपने एक तीर से उसे मार दिया। एक दिन एक मक्खी आपके इर्द गिर्द मंडरा कर परेशान करने लगी आपने एक तीर चला कर उसे मार दिया। एक दिन एक मकोड़ा आपको काट लिया आपने उसे भी तीर चला कर मार दिया। अब आप सोचिए की प्रभु के इस असीम आशीर्वाद को आपने अनावश्यक अपने हाथो से गवा दिया। यही होता है ईश्वर ने आपको किसी विशेष कार्य हेतु चुना। बे वजह हर किसी कार्य हेतु प्रभु के आगे हाथ मत फैलाओ। जबकि मन में प्रार्थना करो कि हम इतने शक्तीवान बन जाए कि स्वयं इस कार्य को पूर्ण कर सके। ध्यान रखे की ईश्वर का मार्गदर्शन आपको विशेष और कठिनतम परिस्थिति में ही प्राप्त करना चाहिए। हर बात में ईश्वर को बीच में लाकर या ईश्वर पर भार सौप कर आप ईश्वर के आशीर्वाद से एक दिन वंचित हो जायेगे। कभी आपने अपनी खुशी भगवान से शेयर की। जब खुशी शेयर नहीं की तो भगवान के सामने रोते क्यों हो। माफ करना लेख बुरा लगा हो तो। कड़वी मगर सच्चाई है। 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻