Budh Purnima 2020: बुध पूर्णिमा पर शुभ संयोग, इन उपायों से देवी लक्ष्मी की कृपा पाएंगे
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ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव 94 15 0877 11
✨बुध पूर्णिमा को महात्मा गौतम बुद्ध के जन्म दिवस, ज्ञान प्राप्ति और मृत्यु दिवस तीनों के रूप में मनाया जाता है। इतिहास को खंगालने से पता लगता है जिस दिन महात्मा बुद्ध को बोधिगया में पीपल के पेड़ के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, उस दिन बैसाख मास की पूर्णिमा थी। चूंकि महात्मा बुध को भगवान विष्णु का 10वां अवतार भी माना जाता था, इसलिए इस दिन का हिंदुओं के बीच भी विशेष धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन का खासा महत्व होता है और उनसे जुड़े उपायों को आजमाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। आज हम आपको बता रहे हैं ये उपाय और इस दिन क्या करें और क्या नहीं…
गुरुवार 7 मई को बैशाख मास की पूर्णिमा तिथि है। इस वर्ष इस तिथि के दिन चंद्रमा शुक्र की राशि तुला में होंगे। बुध की दृष्टि चंद्रमा पर रहेगी। सूर्य और चांद के बीच समसप्तक योग बना रहेगा। शुभ संयोग यह भी है कि मंगल मकर से निकलकर कुंभ में संचार कर रहे होंगे और चंद्रमा के राहु केतु के अक्ष से बाहर होने की वजह से कालसर्प योग का प्रभाव भी नहीं रहेगा। इस दिन राहु का नक्षत्र स्वाति उपस्थित रहेगा। ऐसे में राहु के विपरीत प्रभाव से परेशानी में चल रहे लोगों के लिए आज का दिन अच्छा अवसर लेकर आया है। इस शुभ योग में आप तिल, गुड़, चना, सत्तू का दान करके राहु के अशुभ प्रभाव को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही धन संबंधी परेशानी दूर करने के लिए भी आप कुछ उपाय कर सकते हैं।
🕉️पीपल के पेड़ का उपाय
शास्त्रों के अनुसार, बुध पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इसलिए इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा का खासा महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन सुबह पीपल के पेड़ पर कुछ मिठाई का भोग लगाकर मीठा जल अर्पित करें। इसके साथ धूप दिखाकर पूजा करें और मां लक्ष्मी का आह्वान करें और मां लक्ष्मी को घर में आने के लिए प्रार्थना करें। उस घर में मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
🕉️भगवान शिव की पूजा करें
बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर भगवान शिव की पूजा भी की जाती है। शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बेलपत्र, शमी के पत्ते और फल चढ़ाने से भगवान शिव के भक्तों पर विशेष कृपा रहती है। सभी के घर के भंडार भरे रहते हैं और ईश्वर की विशेष कृपा बनी रहती है।
🕉️पूर्णिमा पर चंदन का उपाय
बुद्ध पूर्णिमा के दिन चंदन को घिसकर उसमें केसर मिलाकर भगवान शंकर को अर्पित करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। दांपत्य जीवन में सुकून बना रहता है। पति और पत्नी के बीच संबंधों में मधुरता आती है। संतान को भी सुख की प्राप्ति होती है।
🕉️आम के पत्ते माने जाते हैं शुभ
बुध पूर्णिमा के दिन आम के ताजा पत्तों से बना हुआ बंदनवार घर के मुख्य द्वार पर लगाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर का वातावरण भी शुद्ध होता है। बुध पूर्णिमा के दिन बौद्ध धर्म को मानने वाले अनुयायियों के घरों को फूलों से सजाया जाता है। बौद्ध धर्म के ग्रंथों का निरंतर पाठ किया जाता है।
🕉️बुध पूर्णिमा पर ऐसा न करें
इस पावन अवसर पर लंबे और सुखी दांपत्य जीवन के लिए जातकों को इस दिन शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए इस दिन जुआ खेलना और मांस मदिरा का सेवन करना एकदम पाप का भागीदार बनने के समान होता है। इस दिन झूठ ने बोलें और किसी को भी अपशब्द न बोलें। अगर आप इस दिन इन बातों का पालन करेंगे तो मां लक्ष्मी अवश्य ही आपके घर पधारेंगी और धन की कोई कमी नहीं होगी।
🕉️बुध पूर्णिमा पर क्या करें
सुबह सूर्योदय से पहले उठें और घर की साफ-सफाई करें। गंगा स्नान लॉकडाउन में संभव नहीं है तो सादे पानी में गंगाजल डालकर उससे स्नान कर सकते हैं। घर के मंदिर भगवान विष्णु के समक्ष दीपक जलाकर पूजा करें और घर को फूलों से सजाएं। मुख्य द्वार पर हल्दी, कुमकुम रोली से स्वास्तिक का चिह्न बनाएं।
🕉️दान पुण्य करके पाएं लाभ
इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। जरूरतमंदों को इस दिन भोजन और कपडे़ दान करने से आपको लोक और परलोक दोनों में पुण्य की प्राप्ति होती है। शाम के वक्त दिन ढलने के बाद जैसे ही चंद्रमा उगना शुरू होता है, जल चढ़ाएं और चंद्रदेव को प्रणाम करें।
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव 94 15 0877 11
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