सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र की प्रस्तुति
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ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र 94150 87711
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क्या आप घर में चप्पल
पहने रखते हैं❓
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अक्सर कई घरो में देखा गया है कि घर की महिलाएं घर में चप्पल पहने रखती है। जब उनसे कहा जाता की घर में चप्पल नहीं पहनना चाहिए तो जवाब होता की ये तो घर की है,बाहर की अलग होती है।
भाई चप्पल चप्पल होती हैं घर की ओर बाहर की नहीं होती।
आइए इस पर पूर्ण चर्चा करते है।
आजकल अधिकाँश लोग घर में स्लीपर्स या चप्पल जूते पहनकर ही घूमते हैं। प्राचीन काल से ही ऋषि मुनियों और विद्वानों द्वारा घर में चरण पादुकाएं अर्थात् जूते चप्पल नहीं पहनने की बात कही गई है। घर में जूते चप्पल नहीं पहनना चाहिए इसकी वजह यह है कि जब हम कहीं बाहर से घर आते हैं तब जूते चप्पल के साथ गंदगी भी आती है।
आधुनिकता के चक्कर में बाहर की गंदगी भरा चप्पल पहनकर जाना बहुत कॉमन हो गया है, लेकिन अगर सही और गलत की बात की जाए तो स्वच्छता और साफ-सफाई के दृष्टि से तो यह सही है ही नहीं लेकिन इसके अलावा वास्तु के अनुसार भी ऐसा करना सही करार नहीं दिया गया है।
ऐसे में यदि हम वही जूते चप्पल घर में लेकर जाते हैं तो वह गंदगी घर में फैलती है, जो कि परिवार के सदस्यों के लिए भी स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होती है। इस गंदगी में कई प्रकार की बीमारियां फैलाने वाले कीटाणु रहते हैं। इस वजह से भी घर में जूते चप्पल पहनना उचित नहीं है।
साथ ही इस बात के पीछे धार्मिक कारण भी है। घर में ही देवी देवताओं का स्थान भी होता है। जहां हम रहते हैं वहां सभी दैवीय शक्तियां भी निवास करती हैं। ऐसे में यदि हम जूते चप्पल या स्लीपर्स पहनकर घर मेंघूमते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है।
वैसे तो आजकल सभी अपने अपने घरों में परमात्मा के लिए अलग कक्ष बनवाते हैं। घर में कई स्थानों पर भगवान से संबंधित वस्तुएं भी रहती हैं, जो कि ईश्वर का ही प्रतिनिधित्व कहती है। उनके सामने चरण पादुका यानी जूते चप्पल पहनकर जाना निश्चित ही अनुचित है। घर में नंगे पैर ही रहना चाहिए, इससे घर की पवित्रता बनी रहती है और ऐसे परिवार में देवी देवता भी स्थायी रूप से निवास करते हैं।
भगवान की कृपा से उस घर में किसी भी प्रकार धन, सुख समृद्धि की कोई कमी नहीं रहती। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि घर में नंगे पैर रहने से प्रेशर पांईट्स दबते हैं, जिससे कई तरह के रोग दूर रहते हैं। इन कारणों से घर में जूते चप्पल नहीं पहनना चाहिए और नंगे पैर ही रहना चाहिए।
मैंने हैदराबाद में एवं आंध्र प्रदेश के काफी जगहों पर यह देखा कि लोग घर के अंदर चप्पल पहनकर नहीं जाने देते हैं
घर में देवी-देवताओं का स्थान भी होता है। जहां हम रहते हैं वहां सभी दैवीय शक्तियां भी निवास करती हैं। यदि हम जूते-चप्पल पहनकर घर में घुमते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है। आजकल कुछ लोग अपने-अपने घरों में परमात्मा के लिए अलग पूजा स्थल या कमरा बनवाते हैं। इसके अलावा घर में कई स्थानों पर भगवान से संबंधित वस्तुएं रखी रहती है जो कि ईश्वर का ही प्रतीक स्वरूप रहती हैं। उनके सामने चरण पादुका यानि जूते-चप्पल पहनकर जाना अनुचित है। घर में नंगे पैर ही रहना चाहिए इससे घर की पवित्रता बनी रहती है और देवी-देवता भी स्थाई रूप से निवास करते हैं और भगवान की कृपा बनी रहती है। इन कारणों से घर में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए।
जूते-चप्पल घर के बाहर या घर के अंदर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां से गंदगी पूरे घर में न फैले। घर के बाहर भी जूते-चप्पलों को व्यवस्थित ढंग से ही रखा जाना चाहिए। बेतरतीब रखे गए जूते-चप्पल वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं। अत: इससे बचना चाहिए। यदि घर में चप्पल पहनना ही पड़े तो घर के अंदर की चप्पल दूसरी रखें, जिसे बाहर। पहनकर न जाएं।
साथ ही कभी भी चप्पल जुते आदि पलंग के नीचे नहीं रखे। अक्सर लोग जुते या चप्पल पहनकर घर में भोजन करते वो भी गलत होता है। ठीक है यदि पाव में कोई समस्या हो तो आप चप्पल पहन कर कार्य कर सकते हो लेकिन उस चप्पल को घर के बाहर न ले जावे एवम वो चमड़े की न हो। साथ ही घर के मन्दिर
में पहन कर न जावे।
एक ख़ास बात घर में टूटी चप्पल या जुते सहेजकर न रखे। यदि उपयोगी न हो तो किसी गरीब को या जिसे आवश्यकता हो सुधरवा कर
कर दे देवें।
चप्पल जुते दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
तो कोशिश करे कि घर में अनावश्यक चप्पल न पहने एवम यदि बहुत जरूरी हो तो स्लीपर चप्पल पहने जो घर के बाहर पहन कर न निकले।
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र विभव khand-2 गोमती नगर लखनऊ टू 94150 87711 9235 722 996
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