राजनीति और महामारी का भारत देश पर 2022 में कैसा रहेगा भविष्य?
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✍🏻बर्ष 2022
अंक ज्योतिष के अनुसार
वर्ष 2022 पर शनि ग्रह का शासन है और यदि हम इस वर्ष का जोड़ देखे तो यह बनता है अंक 6 (2+0+2+2= 6) ऐसे में संभावना बन रही है कि इस वर्ष महिलाओं का शासन रहने वाला है। इस साल ढेरों शादियों की भी संभावना है, वहीं बात अगर वैश्विक महामारी की करें तो महामारी का असर 2022 में ज्यादा प्रभावशाली नही रहेगा ना के बराबर प्रभाव दिखाएगा जिससे ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नही है।
2022 के संभावित बदलाव और परिवर्तन
वर्ष 2022 में अप्रैल महीने में मीन राशि में बृहस्पति का गोचर होने वाला है और राहु और केतु का गोचर मेष और तुला राशि में होगा। वहीं शनि ग्रह अप्रैल 2022 से लेकर जुलाई 2022 तक कुंभ राशि में रहने वाले है, इन सभी कारणों की वजह से वर्ष 2022 की पहली छमाही बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाली है, इस दौरान देश में कई अहम उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, जुलाई 2022 तक यानी कि, सरल शब्दों में कहें तो इस साल की पहली छमाही तक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं और नए वायरस से जुड़ी दिक्कतें लोगों को थोड़ा बहुत तो परेशान कर सकती हैं। हालांकि जुलाई 2022 के बाद देश की स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है वहीं देश की वित्तीय स्थिति की बात करें तो यह वर्ष के अंत तक देखने को अच्छा होगा, अगस्त के बाद नई तकनीकी विकास संभव हो सकते हैं। इस समय अवधि तक बृहस्पति शनि का संयोग खत्म हो चुका होगा और इसके बाद ग्रहों का कोई बड़ा संयोग नहीं होने वाला है। अप्रैल 2022 में बृहस्पति का गोचर मीन राशि में होगा और यह 2023 तक इसी स्थिति में रहने वाला है। बृहस्पति के इस गोचर से देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
वर्ष 2022 में राजनीति में आएंगे क्या बदलाव?
जहा वर्ष 2021 की करें तो राजनीति के क्षेत्र में इस साल बेहद ही उतार-चढ़ाव वाली स्थिति देखने को मिली थी वहीं इसके विपरीत साल 2022 राजनीति के लिहाज से अनुकूल रहने वाला है। विशेष तौर पर जुलाई के बाद सरकार हर क्षेत्र के लिए नीतियों के संबंध में राजनीतिक मोर्चे पर जुर्माने के फैसले ले सकती है। सरकार स्वास्थ्य मोर्चे और वायरस के संबंध में जुलाई के बाद और अधिक जन जागरूकता पैदा कर सकती है और इसके लिए मुमकिन है कि सरकार कोई अलग नीति भी बना दे।
वर्ष 2022 के लिए महत्वपूर्ण भविष्यवाणी
वर्ष 2022 में जुलाई के बाद का समय ज्यादा अनुकूल रहने वाला है क्योंकि इस दौरान मीन राशि में बृहस्पति का प्रमुख गोचर होगा और मकर राशि में शनि का गोचर होगा जो कि देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की संभावना पैदा कर रहा है, इस साल में कर्क राशि, मकर राशि, और कुंभ राशि के जातकों को स्वास्थ्य के संदर्भ में ध्यान रखने की ज्यादा आवश्यकता पड़ेगी, जैसा कि साल शुक्र का है और साल की शुरुआत में ही शुक्र शनि के साथ रहेंगे ऐसे में व्यक्तिगत मोर्चे पर इसके अनुकूल परिणाम देखने को मिलेंगे और इस वर्ष ज्यादा विवाह संपन्न होंगे। जैसा कि राहु राशि चक्र की पहली राशि अर्थात मेष में प्रवेश करेगा और केतु सातवें भाव में, ऐसे में विदेशी निवेश की संभावनाएं अधिक रहेंगी और वायरस की तीव्रता में कमी देखने को मिलेगी अप्रैल 2022 से बृहस्पति अपनी ही राशि मीन में स्थित होगे जिससे देश और भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति सकारात्मक दिशा में बढ़ेगी, इसके अलावा दूसरा प्रमुख ग्रह यानि शनि भी जुलाई के दौरान कुंभ राशि से निकलकर वापस मकर राशि में प्रवेश करेगा जिसके कारण देश में रोजगार के नए अवसर, व्यापार में वृद्धि, और सभी अच्छी चीजों के साथ साथ देश में अच्छी और सकारात्मक बदलाव की सौगात देखने मिलेगी,
वैश्विक आर्थिक संकट से दूर
जो एक अहम संकट दुनिया और भारत को लंबे समय से सता रहा था वह जुलाई के बाद हल होना शुरू हो जाएगा और अगस्त या वर्ष के अंत तक देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक होने लगेगी। अपनी अनुकूल राशि मीन में बृहस्पति की स्थिति से वैश्विक मंदी की स्थिति भी धीरे-धीरे हल होनी शुरू हो जाएगी, भारत के साथ-साथ विभिन्न देशों के बीच जो भ्रम की स्थिति देखने को मिल रही थी वह भी खत्म होने लगेगी। भारत चीन के बीचे जुड़ी सभी परेशानियां भी कम हो जाएंगी सीमाओं पर कोई बड़ी समस्या नही रहेगी।
वर्ष 2022 में होगा कोरोनावायरस का अंत?
वर्ष 2020 से पूरी दुनिया को सता रही वैश्विक महामारी कोरोनावायरस साल 2022 की दूसरी छमाही यानी अगस्त के बाद धीरे-धीरे समाप्त हो सकती है। हालांकि अभी वायरस की एक और लहर यानी तीसरी लहर आ सकती है लेकिन यह बहुत ज्यादा विकराल नहीं होगी और इसी के साथ महामारी का अंत हो जाएगा। हालाँकि यह वायरस पूरी तरह से खत्म नहीं होगा और मलेरिया आदि के रूप में अपना सिर दोबारा उठा सकता है, नई दवाएं और लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए इस वायरस से काफी हद तक रोकने में सहायक साबित हो सकते हैं।
इस समय वायरस के संदर्भ में सरकार और स्वास्थ्य संस्थाओं की तरफ से जारी की गई गाइडलाइंस और नियमों का पालन करना अनुकूल रहेगा दूसरे देश में पाया गया ओमीक्रॉन वायरस से भारत निपट सकता है और दवाएं इस वायरस से निपटने में मदद कर सकती हैं। इस वायरस से निपटने के लिए भारत सरकार कुछ कड़े और महत्वपूर्ण नियम लागू कर सकती है। वायरस से बेहतर ढंग से लड़ा जा सके और उस पर नियंत्रण पाया जा सके इसके लिए बेहद आवश्यक है कि सरकार द्वारा जारी मानदंडों और गाइडलाइंस का पालन किया जाए।
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