वास्तु शास्त्र और आप का मकान == Jyotish Aacharya Dr Umashankar Mishra = 9415 0877 11 923 572 29 96 ========================== ✍🏼लक्ष्मीजी के किसी भी मंत्र का जाप बुधवार या शुक्र वार से शुरू करें तथा नित्य कमल गट्टे की एक माला जाप करें। २.-विष्णु सहस्रनाम तथा श्रीसूक्त का एक-एक पाठ नियमित करें तथा श्री लक्ष्मीजी को गुलाब या कमल पुष्प चढ़ाएं। ३.-अपने वरिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान करें। घर-परिवार में सबसे प्रेम-व्यवहार करें। ४.-प्रात: जल्दी उठकर घर की सफाई करें तथा स्नानादि कर अपना पूजन- जप इत्यादि कर दिन की शुरुआत करें। जहां सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सोते हैं, वहां धन नहीं आता है। दुर्गंधयुक्त स्थान तथा अशुद्ध स्थान पर लक्ष्मी नहीं ठहरती। ५.-गाय -कुत्ता, भिखारी को यथासंभव खाना इत्यादि दें या न दे सकें तो उन्हें दुत्कारें नहीं। ६.-घर में कूड़ा-करकट, जाला इत्यादि जमा न होने दें। समय-समय पर सफाई करें। ७.-संध्या के पश्चात झाड़ू-बुहारी न करें। यदि करें तो कचरा घर के बाहर न फेंकें। ८.-झाडू संभालकर रखें तथा खड़ी न रखें। ऐसी रखें कि किसी की नजर उस पर न पड़े। झाड़ू को कभी लांघें नहीं, न ही पैर की ठोकर लगे। ९.-कपड़े स्वच्छ व धुले हुए हों। इत्र-सेंट का प्रयोग अवश्य करें। १०.-पूजन यदि नित्य करते हैं तो समय व स्थान निश्चित रखें। ११.-ईशान दिशा में गंदगी न होने दें, हो सके तो देव स्थान जरूर बनाये.! १२.-दक्षिण- नैऋत्य, पश्चिम में कोई गड्ढा, बोरिंग, हौज इत्यादि न हो तथा जहां भी वास्तुदोष हो, वहां एक स्वस्तिक बना दें। हमेशा बाथरूम में नल इत्यादि से पानी न टपके, ध्यान रखें..!!