#कार्तिक महीना का शुक्ल पक्ष चल रहा है कल एकादशी दिन शुक्रवार को है कल से कार्तिक पूर्णिमा अर्थात देव दीपावली दिन मंगलवार 12 नवंबर तक प्रत्येक दिन प्रातः एवं संध्या समय तुलसी जी के सामने दीपक जलाएं सायं समय में विष्णु जी लक्ष्मी जी एवं आंवला के वृक्ष एवं शमी के वृक्ष के नीचे भी दीपक जलाएं संभव हो आंवला का दान करें आंवला का मुरब्बा आंवला मिष्ठान्न का दान करें प्रातः विष्णु जी सायं में लक्ष्मी जी की अधिकाधिक आराधना करें एकादशी से पूर्णमासी के अंदर अति महत्वपूर्ण मुहूर्त होता है घर में सुख शांति सफलता समृद्धि लाने का अति विशिष्ट मुहूर्त है विष्णु जी लक्ष्मी जी से संबंधित एकादशी और पूर्णिमा का समय प्रत्येक कामना पूरक मुहूर्त है
अपने सोए हुए भाग्य को जगाने का प्रयास
💐💐💐 ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्व हिंदू महासभा 94150 87711 9235 722 996
# आंवला के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने का विधान है जो भी आंवला के नीचे कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष एकादशी से पूर्णमासी तक भोजन बनाकर करता है कराता है अपने बड़े बुजुर्गों को ब्राह्मणों को तो उसके जीवन में बराबर धन-संपत्ति की कभी कमी नहीं रहती मां लक्ष्मी कनकधारा के रूप में आंवले के रूप में धन की वर्षा करती हैं आंवला का दान करने से घर में आर्थिक उन्नति का रास्ता खुलता है घर में सुख शांति आती है विष्णु जी लक्ष्मी जी का कार्तिक में पूजन करने से पारिवारिक आर्थिक उन्नति का रास्ता खुलता है परिवार में मांगलिक अवसर आते हैं विवाह नौकरी कि रास्ते खुलते हैं पूरे कार्तिक महीने में विष्णु जी लक्ष्मी जी को अलग-अलग प्रकार का भोजन नैवेद्य समर्पित करना चाहिए विष्णु जी की स्तुति एवं आरती प्रातः समय लक्ष्मी जी की स्तुति आरती सायं काल करें जीवन में चौतरफा सफलता मिलेगी कैरियर में बहुत लाभ होगा पति-पत्नी बच्चों में प्रेम का भाव होगा इसी महीने में तुलसी की पूजा का भी बहुत महत्व बताया जाता है। वैसे तो साल भर तुलसी की पूजा की जानी चाहिए मगर कार्तिक के महीने में तुलसी पूजने का अलग ही महत्व होता है।
कहा जाता है कि कार्तिक के महीने में भगवान श्रीहरि की पूजा में तुलसी चढ़ाने का फल दस हजार गोदान के बराबर होता है। सिर्फ यही नहीं इस पूरे महीने में तुलसी नामाष्टक का पाठ करना और उसे सुनने से भी लाभ होता है। जिन जोड़ो को संतान का सुख ना हो उनसे लिए ये कार्तिक महीना शुक्ल पक्ष महत्वपूर्ण माना जाता है।
भगवान विष्णु का तुलसी है प्रिय
माना जाता है कि भगवान विष्णु को तुलसी काफी प्रिय है। केवल तुलसी का दल अर्पित करके ही श्रीहरि को प्रसन्न किया जा सकता है। पुरानी परम्पराओं की मानें तो कहा गया है कि तुलसी की बात कभी श्रीहरी टालते भी नहीं है।
तुलसी पूजने के फायदे
1. शाम को तुलसी के पास दीया जलाने से लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है।
2. घर के वास्तुदोष को मिटाने के लिए घर के आंगन में तुलसी का पौधा होना बेहद जरूरी होता है।
3. घर में तुलसी के रहने से किसी भी तरह की नकारात्मक चीजें होती नहीं दिखाई देती है।
4. कहा जाता है कि तुलसी का पौधा बुरी नजरों से बचाता है।
5. याद रखें तुलसी के पत्ते को कभी तोड़ना नहीं चाहिए। या कभी इसके पत्ते को पैर के नीचे नहीं लाना चाहिए ये अशुभ माना जाता है।
6. घर में अगर आपके तुलसी का पौधा सूख गया हो तो उसे बहती नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। उसे कहीं भी नहीं फेंकना चाहिए।
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