जय महागौरी जगत की माया नवरात्रि में दुर्गा पूजा के दौरान अष्टमी के दिन मां दुर्गा के महागौरी रूप का पूजन किया जाता है। सुंदर, अति गौर वर्ण होने के कारण इन्हें महागौरी कहा जाता है। आइए पढ़ें मां महागौरी की आरती-    महागौरी माता की आरती   जय महागौरी जगत की माया।   जया उमा भवानी जय महामाया।।   हरिद्वार कनखल के पासा।   महागौरी तेरा वहां निवासा।।   चंद्रकली और ममता अंबे।   जय शक्ति जय जय मां जगदंबे।।   भीमा देवी विमला माता।   कौशिकी देवी जग विख्याता।।   हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा।   महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा।।   सती ‘सत’ हवन कुंड में था जलाया।   उसी धुएं ने रूप काली बनाया।।   बना धर्म सिंह जो सवारी में आया।   तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया।।   तभी मां ने महागौरी नाम पाया।   शरण आनेवाले का संकट मिटाया।।   शनिवार को तेरी पूजा जो करता।   मां बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता।।   भक्त बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो।   महागौरी मां तेरी हरदम ही जय हो।। ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव 94 15 0877 11 astroexpertsolutions.com