कछुए वाली अंगूठी : जानिए *ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र * से कि क्यों पहनते हैं इसे,किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी... ज्योतिष अनुसार ग्रहों की शुभता के लिए रत्नों की अंगूठी पहनी जाती है, और वास्तु अनुसार कछुए को समृद्धि‍कारक माना जाता है। वर्तमान में कछुए वाली अंगूठी पहनने का प्रचलन भी बढ़ गया है, जिसे ज्योतिष वास्तु के मिश्रण के रूप में देखा जा सकता है। जानते हैं *ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र से कि कछुए वाली अंगूठी को लेकर क्या हैं धारणाएं और किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी - 1 ऐसा माना जाता है कि कछुआ लक्ष्मी का प्रतीक है और यह समुद्र मंथन में प्राप्त हुआ था। इसे साथ रखने या पहनने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। 2 कछुए की अंगूठी पहनते समय इसकी दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जब भी इस अंगूठी को पहनें, तो कछुए के सिर वाला हिस्सा आपकी ओर हो और पीछे का हिस्सा बाहर की ओर। 3 चूंकि इसे लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है, अत: इस अंगूठी को धारण करने के लिए शुक्रवार का दिन शुभ होता है, जो स्वयं लक्ष्मी का दिन माना जाता है। 4 शुक्र का संबंध चांदी से है, अत: इसे चांदी की धातु में बनवाना चाहिए और फिर विधि पूर्वक धारण करना चाहिए। 5 इसे आप किस अंगुली में पहन रहे हैं, यह भी महत्वपूर्ण है। ध्यान रखें कि इस अंगूठी को तर्जनी अंगुली में धारण करें। *ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र * 9415087711 astroexpertsolution.com