संकट मोचन हनुमान जी बाबा नीमकरोरी जी महाराज की जय हो 🌹👏🏻🌹👏🏻🌹👏🏻🌹👏🏻 ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र 94150 87711 💥astroexpertsolutions.com💥💥💥💥💥💥 क्या आपमें देवत्व गुण हैं 🙌🏼🙌🏼🙌🏼🙌🏼🙌🏼🙌🏼 अपने अंदर झांकने का एक प्रयास आपने अपने कई मित्रो, रिश्तेदारों, परिचितों ,आदि में से देखा होगा कि सब कुछ होने के पास भी रोया करते हैं, हर पल भगवान के नाम पर कोसा करते हैं कि भगवान ने उनको कुछ नही दिया। दूसरी और कुछ ऐसे भी होंगे जो कुछ नही होने के बावजूद भी जिंदगी से खुश रहते हैं। ईश्वर हर किसी को देवत्व शक्ति प्रदान करता है, पर इंसान खुद इस शक्ति को समाप्त कर देता है । आइये समझे देवत्व गुण क्या और कैसे होते हैं । देवत्व शब्द देवता का पर्यायवाची हैं देवता देते तो हैं, इसमें कोई शक नहीं है। अगर वे देते न होते तो उनका नाम देवता न रखा गया होता। देवता का अर्थ ही होता है- देने वाला। देने वाले से अगर माँगने वाला कुछ माँगता है तो कोई बेजा नहीं है। पर विचार करना पड़ेगा कि, आखिर देवता देते क्या चीज है? देवता वही चीज देते है जो उनके पास है। जिसके पास जो चीज होगी, वही तो दे पाएगा। देवता के पास सिर्फ एक चीज है और उसका नाम है- देवत्व। देवत्व कहते हैं- गुण, कर्म और स्वभाव- तीनों की अच्छाई को, श्रेष्ठता को। इतना देने के बाद में देवता निश्चिन्त हो जाते हैं, निवृत हो जाते हैं और कहते हैं कि, जो हम आपको दे सकते थे हमने वह दे दिया। अब आपका काम है कि, जो चीज हमने दी है, उसको जहाँ भी आप मुनासिब समझें, वहाँ इस्तेमाल करें और उसी किस्म की सफलता पाएँ। दुनिया में सफलता एक चीज के बदले में मिलती है और वह है- आदमी का उत्कृष्ट व्यक्तित्व। इससे कम इससे कम में कोई चीज नहीं मिल सकती। अगर कहीं से किसी ने घटिया व्यक्तित्व की कीमत पर किसी तरीके से अपने सिक्के को भुनाए बिना, अपनी योग्यता का सबूत दिए बिना, परिश्रम के बिना, गुणों के अभाव में कोई चीज प्राप्त कर ली है तो वह उसके पास ठहरेगी नहीं। शरीर में हजम करने की ताकत न हो तो जो खुराख आपने खाई है; वह आपको हैरान करेगी, परेशान करेगी। इसी तरह सम्पत्तियों को, सुविधाओं को हजम करने के लिए गुणों का माद्दा नहीं होगा तो वे आपको तंग करेंगी, परेशान करेंगी। अगर गुण नहीं है तो जैसे-जैसे दौलत बढ़ती जाएगी वैसे-वैसे आपके अन्दर दोष-दुर्गुण बढ़ते जाएँगे, व्यसन बढ़ते जाएँगे, अहंकार बढ़ता जाएगा और आपकी जिन्दगी को तबाह कर देगा। देवता कभी भी धन दौलत नही देते, यदि हम सुबह शाम रात भर की देवता की पूजा करे और बदले में यह मांग करे की देवता हमारी झोली करोडो से भर देगा तो सोच गलत है। अब सोचिये और मनन कीजिये कि आपमे देवत्व गुण हैं या नही,क्या आपने कभी किसी गरीब,लाचार, परिचित, रिश्तेदार की बिना स्वार्थ मदद की । हममे से कई लोग तो ऐसे भी है जो मुस्कुरा कर भी किसी का स्वागत नही करते । दोस्तो,ये बात ध्यान रखो औऱ लिख लो, प्रकृति का नियम है जो बोओगे वंही काटोगे, यदि सब कुछ है और देने की नीयत नही है, तो समझ लीजिये आप तिजोरी पर नाग की तरह कुंडली बांधकर बैठे रहना, उस पूंजी का उपयोग आपकी किस्मत में नही है ।आप सब कुछ होकर भी सिर्फ और सिर्फ चौकीदार की भूमिका में हो। में ये नही कहता कि मेहनत से कमाया रुपया,धन दौलत बेफिजूल लुटाते रहो, पर यदि हम किसी के काम आ जाये,उसके दुख में भागीदार बन जाये,यदि कुछ मदद कर दे,तो झोली खाली नही हो जाएगी । कम से कम एक पल की खुशी तो दे सकते हो ।