दुर्गा सप्तशती के ये चमत्कारी मंत्र, मुसीबतों का करेंगे सफाया Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 941 5087 711 923 5722 996 दुर्गा सप्तशती के मंगलकारी मंत्रों को बोलना बड़ा ही अचूक उपाय माना गया है। ये मंत्र सुख-समृद्धि के साथ सौभाग्य बरसाने वाले माने गए हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ घर या देवालय में नियम तथा श्रद्धा से करना चाहिए। इस पूजा के पूर्व दैनिक क्रियाओं से फ्री होकर स्नानादि करके पवित्र हो जाएं, शुद्ध धुले हुए वस्त्रों को धारण कर शुद्ध आसन पर आसीन हो, मन में किसी प्रकार की कुंठा व ईर्ष्या, द्वेष, आशंका, क्रोध न हो तथा सदाचार, सत्य वचन, दया, क्षमा व शारीरिक, ज़बानी, मानसिक श्रद्धा से परिपूर्ण होकर पूजा की शुरूआत की जाए तो निश्चित रूप से मां जगदम्बा मनोवांछित फल प्रदान करती हैं। अगर आप भी पैसों की जरूरत को पूरी करना चाहते हैं, घर-परिवार में खुशहाली चाहते हैं या फिर कार्यक्षेत्र में तरक्की चाहते हैं तो जानिए देवी पूजा के आसान तरीके व दुर्गासप्तशती के चमत्कारी मंत्र- सुबह-शाम स्नान के बाद लाल वस्त्र पर विराजित देवी लक्ष्मी या दुर्गा की तस्वीर पर कुमकुम, अक्षत, लाल फूल अर्पित करें। माता को गाय के घी से बने पकवानों का भोग लगाएं। धूप व दीप जलाकर हाथ में लाल फूल व अक्षत लेकर बताए जा रहे मंत्रों का स्मरण करें। मंत्र जप कम से कम 108 बार करना बहुत शुभ होता है। भाग्य बाधा दूर करने व सौभाग्य की कामना से इस मंत्र का स्मरण करें- देहि सौभाग्यारोग्यं देहि में परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि।। हर सुख व खुशहाली पाने के लिए इस मंत्र का स्मरण करें- ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।। दरिद्रता, अभाव या दुख दूर करने के लिए नीचे लिखा मंत्र बोलें- दुर्गे स्मृता हरसि भीतिशेषजन्तो: स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। दारिद्रय:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्दचित्ता।। हर तरह से शक्ति सम्पन्न बनने के लिए इस मंत्र का स्मरण करें- सृष्टिस्थितिविनाशानं शक्तिभूते सनातनि। गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते।। धन, संतान बाधा या परेशानियों को दूर करने के लिए इस मंत्र का स्मरण करें- सर्व बाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्य सुतान्वित:। मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:।। इस प्रकार मां आदि शक्ति जगदम्बा अपनी इच्छा से समस्त ब्रह्मांड की दृश्य व अदृश्य वस्तुओं, विद्याओं व कलाओं को संचालित कर रही हैं। भगवती की शक्ति से ही सम्पूर्ण संसार संचालित हो रहा है।