* जन्मोत्सव पर धनु, मकर, कुंभ, तुला और मिथुन राशि वाले करें ये खास उपाय, शनि साढ़े साती और ढ़ैया बाले जातको को रहेगा शुभ* Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 941 5087 7119 2357 22996 ========================== ✍🏻ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि भगवान का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को शनि जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra से जानिए शनि जन्मोत्सव पर किन उपायों को करके शनि देव को मजबूत किया जा सकता है... शनि साढ़े साती का नाम सुनते ही लोग घबराने लगते हैं, शनि की ये दशा काफी खतरनाक मानी जाती है, जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में विराजमान होते हैं उन्हें मुख्य रूप से शनि साढ़े साती के दौरान काफी कष्टों का सामना करना पड़ता है, मकर, धनु और कुंभ राशि वालों पर साढ़े साती का प्रभाव है और मिथुन, तुला पर ढ़ैया का प्रभाव है इसलिए मुक्ति के लिए शनि जन्मोत्सव का दिन बेहद ही खास रहेगा, इस दिन आप कुछ विशेष उपाय करके शनि पीड़ा से छुटकारा पा सकते हैं..... कहते हैं कि शनि जन्मोत्सव के दिन जो भी व्यक्ति सच्चे मन से शनि देव की अराधना करता है उसे शुभ फल की प्राप्ति होती है, इस दिन शनि से संबंधित वस्तुओं का दान अवश्य करना चाहिए। शनि जन्मोत्सव पर किये जाने वाले उपाय: -शनि चालीसा का पाठ करें इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी। -शनि से संबंधित वस्तुओं सरसों या तिल का तेल, काले तिल, काली उड़द, काला वस्त्र, चमड़े के जूते, लोहा, काला कंबल, नारियल आदि चीजों का दान कर सकते हैं। -शनि जन्मोत्सव के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर शनि देव की पूजा करें। हो सके तो इस दिन व्रत भी रख सकते हैं।  -शनि जन्मोत्सव पर भगवान शिव और भगवान हनुमान की पूजा जरूर करें। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना भी शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए शुभ माना जाता है। शनि जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर रामायण के सुंदरकांड का पाठ जरूर करें। इससे शनि दोष में राहत मिलने की मान्यता है।  -एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और उस कटोरी को तेल सहित शनि मंदिर या शनि का दान लेने वाले को दान कर दें। इस दिन पूजा में नीचे दिए गए मंत्रों का जप अवश्य करें- ॐ शं शनैश्चराय नम:। ॐ निलांजन समाभासम रविपुत्रम यमाग्रजंम। छायामार्तंड संभूतम तमः नमामि शनेश्चरम।।