कोरोना से बचाव के लिए रोज कितनी बार और कैसे भाप लें, Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 94 150 8 7711 जानें क्या है सही तरीका कोरोना वायरस का संक्रमण अब डराने लगा है. सरकार की तमाम कोशिशें भी अब नाकामयाब हो रही हैं. हर कोई खुद को बचाना चाहता है और इसके लिए लोग तमाम तरीकें (Corona tratment at home) भी अपना रहे हैं. वैज्ञानिकों ने शुरु से ही स्टीम को फायदेमंद (Steaming benefits) बताया है. वहीं ताजे अध्ययन में यह बात साबित भी हो चुकी है कि रोजाना दो से तीन बार पांच मिनट तक भाप लेने से (Steaming 2 to 3 times daily for 5 minutes) कोरोना (coronavirus infection) का फेफड़ों पर असर नहीं होगा. जानिए पानी में क्या मिलाएं और कितनी बार कितनी देर तक भाप लें ताजा जानकारी के अनुसार, रोजाना भाप लेकर फेफड़ों को इतना मजबूत बनाया जा सकता है कि कोरोना वायरस का उन पर कोई असर नहीं होगा. फेफड़े सफलतापूर्वक कोरोना वायरस (Treatment of coronavirus) का सामना कर सकते हैं. दरअसल, थर्मल इन एक्टिवेशन ऑफ सोर्स कोविड वायरस पर किया गया यह शोध मरीजों के लिए एक नई उम्मीद बनकर आई है. जिसे "जर्नल ऑफ लाइफ साइंस" में प्रकाशित किया गया है. इसे किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (king george's medical university lucknow) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (sanjay gandhi postgraduate institute of medical sciences lucknow) के विशेषज्ञों ने अपने अनुभव के आधार पर भाप को फेफड़ों का सैनिटाइजर करार दिया है. वैज्ञानिकों का मानना है कि भाप लेने से वायरस को मात दिया जा सकता है. वहीं SGPGI की माइक्रोबायोलॉजी की HOD डॉ. उज्ज्वला का कहना है कि स्टीम लेने से खांसी, बंद नाक में भी आराम मिलता है. इससे जमा बलगम भी पिघल जाता है, क्योंकि भाप श्वांस नलियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर इम्यूनिटी को मजबूत करता है और नाक व गले में जमे म्यूकस को पतला कर देता है. जिससे सांस लेने में होने वाली परेशानी दूर होती है. जब फेफड़ों (how to increase oxygen level) तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचता है तो वे स्वस्थ रहते हैं. तमाम वैज्ञानिक यह बात साफ चुके हैं कि इस बार कोरोना सीधे फेफड़ों पर असर कर रहा है. इसलिए युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में राहत भरी खबर यह है कि स्टीम पैरानैसल साइनस में छुपे वायरस को निष्क्रिय करने के साथ फेफड़ों में वायरस के जमाव को रोक सकती है. कई अन्य अध्ययनों के अनुसार 50 डिग्री सेल्सियस पर भाप लेनेसे वायरस पैरालाइज हो सकता है. जबकि 60 डिग्री पर वह इतना कमजोर हो सकता है कि अंदर की इम्युनिटी ही उसे मात दे सकती है. वहीं 70 डिग्री सेल्सियस पर भाप लेने से वायरस पूरी तरह मर (Treatment of coronavirus) सकता है. भाप लेने का यह है सही तरीका विक्स, संतरे या नींबू का छिलका, लहसुन, टी ट्री ऑयल, अदरक, नीम की पत्तियां, इनमें से जो कुछ भी घर में मौजूद हों उसे सादे पानी में मिलाएं और दिन में तीन बार पांच मिनट तक भाप लें. भाप (research on steaming) नाक और मुंह खोलकर लें. इन सभी चीजों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो वायरस को कमजोर करते हैं. स्टीम को कोरोना संक्रमित या स्वस्थ (healthy lungs) दोनों तरह के लोग सकते हैं. हमारी आपसे विनती है, कि भले ही यह समय नाजुक है लेकिन हमें पैनिक नहीं होना है. स्थिति का सामना हिम्मत और सकारात्मक सोच के साथ करें. याद रखिए लोग ठीक हो रहे हैं और सब ठीक हो जाएगा, इसीलिए घबराएं नहीं.