सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र विभव खंड 2 गोमती नगर की प्रस्तुति 🍀☘️🍀☘️☘️☘️☘️ 💄ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा 💊💄 9415 087 711 💊💄astroexpertsolutions.com💄 रोगाणु शरीर में पहुंच कर भी नुकसान नहीं कर पाएंगे, जानिए उपाय  लॉकडाउन की स्थिति में हर किसी की शरीरिक गतिविधियां कम हो गई है। ऐसे में हमें घर में उपलब्ध संसाधनों से रोग प्रतिरोधक क्षमता को इतना बढ़ा लेने की जरूरत है ताकि रोगाणु शरीर में पहुंच कर भी नुकसान नहीं कर पाएं। डॉक्टर की शरण में भी नहीं जाने की जरूरत हो। अगर लापरवाही बरते तो रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ जाएगी। फिर आप बीमार पडऩे लगेंगे। अक्सर खानपान की लापरवाही की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है। अब सवाल ये उठता है कि अगर इम्यून पावर कमजोर हो जाए तो उसे बढ़ाने के लिए आप क्या उपाय करेंगे। इन्हें अजमाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं प्रातः समय उठ करके कलयुग के प्रत्यक्ष देवता हनुमान जी का महाराज का चालीसा पढ़िए पुनः रात्रि में सोने जाते वक्त हनुमान चालीसा पढ़िए पुनः निम्न उपाय करिए 1. सुबह-सुबह चाय की जगह तुलसी, अदरक, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च और गुड़ को उबाल ले। उतरने वक्त उसमें हल्दी की थोड़ी मात्रा डालकर ढक दें। दो-चार मिनट बाद उसे छान कर चाय की तरह सेवन करें। 2. कच्चा लहसुन खाना भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में एलिसिन, जिंक, सल्फर, सेलेनियम और विटामिन ए व ई पाए जाते हैं। इसे तेल में भुनने के बजाय दाल में 10 जावा डाल दें। भुनने से इसका पोषण समाप्त हो जाता है। . 3. दही के सेवन से भी इम्यून पावर बढ़ती है। इसके साथ ही यह पाचन तंत्र को भी बेहतर रखने में मददगार होती है। हमेशा ताजा दही का उपयोग करें। 4. संक्रमण रोगों से सुरक्षा के लिए विटामिन सी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। नींबू विटामीन सी का सबसे अच्छा स्त्रोत है। यह सीधे तौर पर इम्यूनिटी को बढ़ाता है। खांसी-सर्दी को रोकने में भी मददगार होता है। घर में रखे हुए पीने वाले पानी में भी नींबू के छोटे-छोटे टुकड़े एवं तुलसी का पत्ते डालकर रखे और उसी पानी का सेवन करें। इस पानी के सेवन से एंटी आक्सीडेंट की मात्रा बढ़ेगी। 5. फ्रिज में रखे समान को खाने से परहेज करें। हरी सब्जियां एवं मौसमी फल का सेवन भी शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएगा। 6. बहरहाल जो पूर्व से रोगगस्त हैं, वे डॉक्टर की सलाह का शत प्रतिशत पालन करें। 7. सर्दी खांसी से बचे। उसका ईलाज घरेलू तरीके से करें। दूध के साथ हल्दी का सेवन करें। तुलसी का चाय पीएं। पानी का भाप लें। गर्म पानी में नमक डाल कर गारगिल करें। 8. बूढ़े और बच्चों का खास ख्याल रखे। ऐसे लोग अपनी बीमारियों को बताने से कतराते हैं। इन लोगों पर विशेष निगरानी रखने की जरूरत है। 9. सादा और सूपाच्य भोजन करें। क्योंकि लॉकडाउन की स्थिति में हर किसी की शरीरिक गतिविधियां कम हो गई है। उन्हें घर में स्थिर रहना पड़ रहा है। ऐसे में तेलीय भोजन आपको बीमार पड़ा सकता है। 👨🏻‍🦱👉🏿कोरोना: संतुलित आहार-विहार से मजबूत होगी रोग प्रतिरोधक क्षमता, अपनाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खे👈🏿👩🏻‍🦱 astroexpertsolutions.com 👩🏻‍🦱1️⃣👉🏿कोरोना संक्रमण से बचाव में किसी भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ऐसे मेसंतुलित आहार-विहार से कोई भी व्यक्ति अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकता है। इसके लिए सूर्योदय के पहले उठें। नित्यक्रिया के बाद गुनगुने पानी से गरारा करें। यदि सूखी खांसी हो तो सेंधा नमक और गाय का घी मिलाकर पीठ और सीने पर हल्के हाथ से मालिश करें। फिर अजवायन के पानी का भाप लें। एक घंटे बाद हल्के गर्म पानी से स्नान करें। तिल का तेल या गाय का घी नाक के अंदर लगाएं। 🌺2️⃣👉🏿सुबह गिलोय का काढ़ा बनाकर पीएं👈🏿 हमें भुजंगासन, उदगीत, भ्रामरी, भस्त्रिका, कपालभाति किसी योग्य शिक्षक के मार्गदर्शन में प्रतिदिन करेें। ध्यान आदि के बाद काढ़ा पीएं। काढ़ा बनाने के लिए प्रति व्यक्ति दो इंच गिलोय लें। इसे साफ कर कूट लें। चार कप पानी में डालकर चूल्हे पर चढ़ा दें और एक कप बचने पर सेवन करें। नाश्ता में सत्तू, भुना चना या भुना हुआ कोई अन्य अनाज लें। नाश्ता लेने बाद त्रिकटु-एक ग्राम, सोंठ, पिपली, काली मिर्च पाउडर बराबर मिलाकर शहद के साथ लें। 🌺3️⃣👉🏿दोपहर के भोजन के बाद लें सोंठ का पानी👈🏿 दोपहर के भोजन में दाल, चावल, सीजनल सब्जी, खिचड़ी आदि भूख लगने पर ही लें। अनाज पुराना होना चाहिए। इस सीजन में जौ, चना, मूंग, मसूर लाभकारी होगा। भोजन के बाद सोंठ का पानी लें। संभव हो तो दिन में कई बार ले सकते हैं। एक लीटर पानी तब तक गरम करें, जब तक वह आधा लीटर रहे। प्यास लगने पर एक चुटकी सोंठ पाउडर मिलाकर एक कप में पी लें।   🌺4️⃣👉🏿रात का भोजन सोने से तीन ,चार घंटे पहले लें👈🏿 वहीं रात का भोजन सोने से तीन घंटे पूर्व लें लेकिन भूख लगने पर, भोजन में पतली खिचड़ी गाय के घी के साथ लें। खिचड़ी पकाने से पहले सब्जियां भी मिला लें। सोने से पहले एक से तीन ग्राम हरड़ का चूर्ण गुनगुने पानी से लें। मीठा खट्टा, नमकीन, अम्ल लवण रस युक्त आहार अत्यधिक मात्रा में न लें। फ्रिज में रखा बासी भोजन कदापि न लें।  🌺5️⃣👉🏿इसका भी रखें ध्यान👈🏿 इस ऋतु में कड़वा, तीखा, कसैला युक्त आहार को प्रोत्साहन दें। इसमें करैला, काली मिर्च, अदरक और आंवला आते हैं। हल्दी, काली मिर्च, सौंफ, अजवायन, मेथी, धनिया, आंवला, सोंठ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इस आहार विहार से इम्यून सिस्टम मजबूत होता जाएगा।  👨🏻‍🦱👉🏿Coronavirus से लड़ने को सरकार ने सुझाए कुछ आसान उपाय, गर्म पानी पियो और इम्यूनिटी बढ़ाओ👈🏿👩🏻‍🦱 सार 🌹1️⃣👉🏿लोगों को रोज गर्म पानी पीना चाहिए और कम से कम आधे घंटे का समय योग को देना चाहिए। 🌹2️⃣👉🏿रोजाना दस ग्राम च्यवनप्राश का भी उपभोग करना चाहिए। 🌹3️⃣👉🏿सामान्य चाय की जगह हर्बल चाय का इस्तेमाल करने से बढ़ेगी इम्यूनिटी नासिका द्वार पर सुबह और शाम नारियल या देशी घी लगाना चाहिए। 🌹4️⃣👉🏿गले की खराश छुटकारा पाने के लिए ताजे पुदीने की पत्तियों या अजवाइन की भाप लें 🌺👉🏿विस्तार➖👇🏾 🌹1️⃣👉🏿देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच आयुष मंत्रालय ने शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता (Immunity) बढ़ाने के लिए कुछ उपाय अपनाने का सुझाव दिया है। मंत्रालय ने कहा है कि शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों को रोज गर्म पानी पीना चाहिए और कम से कम आधे घंटे का समय योग करने के लिए देना चाहिए। 🌹2️⃣👉🏿इसके अलावा जिन मसालों को हम लंबे अरसे से अपने खाने में इस्तेमाल करते आ रहे हैं, उनका अपने भोजन में उपभोग करने की सलाह दी है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ये उपाय कोरोना की बीमारी में उपचार के तौर पर नहीं दिए जा रहे हैं, बल्कि इनको अपना कर शरीर की क्षमता बढ़ाई जा सकती है।   🌹3️⃣👉🏿शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों को रोजाना दस ग्राम च्यवनप्राश का भी उपभोग करना चाहिए। सामान्य चाय की जगह अगर लोग हर्बल चाय का इस्तेमाल करें तो उससे भी शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सकती है। 🌹4️⃣👉🏿हर्बल चाय की जगह तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ, मुनक्का से बने काढ़े को सामान्य गर्म पेय की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। दिन में एक या दो बार दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीना स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत अच्छा होता है। इन सभी मसालों को भारतीय लंबे समय से अपनाते आ रहे हैं।   🌹5️⃣👉🏿कोरोना का संक्रमण श्वांस की नली के द्वारा होता है। लेकिन नासिका द्वार सही तरीके से काम करने पर किसी संक्रामक तत्वों के शरीर में प्रवेश करने से रोकने में मदद मिल सकती है। इसलिए सुबह और शाम नासिका द्वार पर नारियल या देशी घी लगाना चाहिये। 🌹6️⃣👉🏿इससे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व नासिका के प्रवेश द्वार पर ही तैलीय पदार्थ से चिपक कर रह जायेंगे और वे शरीर में प्रवेश नहीं कर पायेंगे। गर्म पानी से कुल्ला कर मुंह साफ करने की कोशिश करें, इससे भी मुंह के जरिये होने वाले संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है।   🌹7️⃣👉🏿वहीं गले की खराश या हल्के दर्द से छुटकारा पाने के लिए ताजे पुदीने की पत्तियों या अजवाइन की भाप लेनी चाहिए। लवांग को गुड़ या शहद के साथ मिलाकर दिन में दो से तीन बार खाने से भी गले की खराश या दर्द को कम करने में मदद मिलती है। अगर इन उपायों को अपनाने के बाद भी आराम न मिलता हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।विशेषज्ञ की सलाह 🌹8️⃣👉🏿 हमारे स्वस्थ शरीर को स्वस्थ बनाये रखने और बीमार शरीर को स्वस्थ बनाने के तौर पर इस्तेमाल किये जाते रहे हैं। 🌹9️⃣👉🏿इन उपायों को बीमार होने के दौरान ही इस्तेमाल करने की जगह बजाय सामान्य स्थिति में भी प्रयोग करना चाहिए। कोई भी विषाणु-हानिकारक जीवाणु शरीर पर तभी आक्रमण करने में सक्षम होता है जब शरीर का प्रतिरक्षा तन्त्र उसे रोकने में कामयाब नहीं होता है। इसलिए इन उपायों को अपनाकर उसे पहले ही मजबूत बनाने की कोशिश करनी चाहिए।      कोरोना वाइरस से गले में गाढा कफ पैदा होता है जो गले मैं परत बनाता है* इसलिए सांस लेने में दिक्कत होती है अगर हम इसे न बनने दें तो कोई दिक्कत नहीं आ सकती है इसे हम गर्म पानी पीकर गर्म चाय या काफी पीकर या गर्म सूप पीकर गले से हटा कर पेट में उतार सकते हैं और पेट में जाकर ये खुद ही समाप्त होने लगता है दूसरी चीज हम नमक के गरारे कर सकते हैं सेव के सिरके को पानी में मिलाकर गरारे कर सकते हैं हल्दी के पानी से गरारे कर सकते हैं इससे इनफेशन दूर होता है और पौष्टिक आहार लेते रहने से इमयूनिटी अच्छी होती है अगर इमयूनिटी अच्छी है तो कोई रोग कोई वायरस हमारा कुछ नहीं बिगड़ा सकता ये छोटे छोटे टिप्स आप फौलो कर सकते है और खुद को सुरक्षित रख सकते हैं । धन्यवाद 🙏🙏👍 👨🏻‍🦱👉🏿कोरोना से डरो ना, इम्यूनिटी बढ़ाएगा आयुर्वेदिक काढ़ा और डिटॉक्स वाटर, घर पर ऐसे बनाएं👈🏿👩🏻‍🦱 astroexpertsolutions.com 👩🏻‍🦱👉🏿चिकित्सकों का मानना है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा लिया जाए तो कोरोना वायरस से मुकाबला किया जा सकता है। कोरोना वायरस ही क्यों सर्दी-जुकाम, खांसी और सेहतमंद रहने के लिए भारतीय रसोई में काढ़ा बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है। घरों में दादी-नानी के बाद मां, चाची और बुआ इसे बनाकर पिलाती आ रही हैं। 🌹1️⃣👉🏿ऐसे बनाएं आयुर्वेदिक काढ़ा👈🏿 शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेद काढ़ा सबसे अच्छा है। जिसे तुलसी, अदरक, कालाबासा, लेमन ग्रास, गिलोय, मीठी तुलसी, लौंग, दालचीनी, अजवाइन और जीरे को पानी में डालकर पकाया जाता है। जितना भी पानी लें उसे आधा रहने तक पकाते रहें और फिर सुबह इसे चाय की तरह पीएं। दिन में एक बार आधा कप काढ़ा पीना ही काफी होगा। इस काढ़े को बनाकर दो दिन तक फ्रिज में भी रखा जा सकता है। लेकिन पीने से पहले इसे चाय जितना गर्म जरूर कर लें। 🌹2️⃣👉🏿डिटॉक्स वाटर से होगा शरीर की गंदगी का सफाया👈🏿 शरीर की गंदगी बाहर निकालने के लिए डिटॉक्स वाटर का सेवन करना लाभदायी होता है। एक ओर कोरोना वायरस का डर और दूसरी ओर मौसम में हो रहे बदलाव को देखते हुए प्रतिदिन डिटॉक्स वाटर पीने से कई बीमारियों से बचाव के साथ ही चेहरे की चमक और बालों का झडऩा भी इससे रुक जाता है। जिसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है। कुछ त्वचा रोगों के लिए काम करता है, लेकिन आमतौर पर शरीर के लिए ये सही नहीं है। 👨🏻‍🦱👉🏿इम्यूनिटी घटा सकता है ज्यादा नमक खाना, कई और तरीकों से भी करता है शरीर को बीमार👈🏿👩🏻‍🦱 जर्मनी में एक अध्ययन में पाया गया है कि उच्च रक्तचाप, प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए खराब है, जो कि ज्यादा नमक खाने से होता है। 🌺👉🏿रात में ज्यादा नमकीन व्यंजन खाने के बाद अक्सर लोगों को सुबह ब्लोटिंग जैसे परेशानियां हो जाती है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि नमक शरीर के पानी को मार देता है, जिसके कारण अक्सर लोगों को ब्लोटिंग हो जाती है। इसलिए भी लोगों को बहुत अधिक नमक खाने की सलाह नहीं दी जाती है। वहीं यह आपके रक्तचाप पर भी बुरा प्रभाव डालता है। साथ ही हालिया अध्ययन की मानें, तो  यह आपकी प्रतिरक्षा यानी कि इम्यूनिटी के लिए भी बुरा है। दरअसल जर्मनी में एक अध्ययन में पाया गया है कि उच्च नमक वाला आहार न केवल एक व्यक्ति के रक्तचाप के लिए खराब हो सकता है, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी खराब है। आइए विस्तार से जानते हैं ज्यादा नमक खाने का इम्यून सिस्टम पर प्रभाव। 🌺👉🏿नमक कैसे इम्यूनिटी घटाता है?➖👇🏾 🌹👉🏿जर्मनी में यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल बॉन के शोधकर्ताओं ने पाया कि एक उच्च नमक वाला आहार बहुत अधिक गंभीर जीवाणु संक्रमण से पीड़ित होता है।यहां तक कि एक दिन में 6 ग्राम नमक भी आपकी प्रतिरक्षा को नष्ट कर सकता है। साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, जो लोग एक दिन में 6 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन करते हैं उनकी इम्यूनिटी लगातार विक होने लगती है। वहीं पांच ग्राम नमक का सेवन करना ही एक दिन में नमक की अधिकतम मात्रा है, जिसे वयस्कों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सिफारिशों के अनुसार सेवन करना चाहिए।  🌹👉🏿शोधकर्ताओं ने कहा कि यह लगभग एक स्तर के चम्मच से मेल खाता है।सोडियम क्लोराइड, जो नमक का रासायनिक नाम है, रक्तचाप बढ़ाता है और जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। बॉन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता क्रिश्चियन कुर्ते की मानें, तो हम अब पहली बार साबित करने में सक्षम हुए हैं कि अत्यधिक नमक का सेवन भी प्रतिरक्षा प्रणाली की एक महत्वपूर्ण शाखा को कमजोर करता है। शोधकर्ता कहते हैं कि आपके आहार में कम नमक भी आपको तेजी से ठीक करेगा, क्योंकि ये आपकी इम्यूनिटी को क्षति नहीं पहुंचाएगा। 🌹👉🏿शरीर पर ज्यादा नमक खाने का असर👈🏿 खून में जब नमक की एकाग्रता बढ़ जाती है तो शरीर की कई जैविक प्रक्रिया काम नहीं करती हैं। भले ही सोडियम क्लोराइड का अतिरिक्त सेवन कुछ त्वचा रोगों के लिए काम करता है, लेकिन आमतौर पर शरीर के लिए ये सही नहीं है। 🌹👉🏿उच्च नमक का सेवन पेट के कैंसर से जुड़ा हुआ है👈🏿 पेट का कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर के रूप में भी जाना जाता है, कुछ आम कैंसरों में से भी एक है।यह दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण है, और प्रत्येक वर्ष 700,000 से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार है। 2012 के एक बड़े पैमाने पर समीक्षा लेख ने 7 संभावित अध्ययनों के डेटा को देखा, जिसमें कुल 268,718 प्रतिभागी शामिल थे।इसमें पाया गया कि कम नमक खाने वाले लोगों की तुलना में अधिक नमक के सेवन से पेट के कैंसर का खतरा 68% अधिक होता है। 🌹👉🏿बैक्टीरिया का विकास👈🏿 नमक का ज्यादा सेवन करना हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के विकास को बढ़ा सकता है। वहीं शरीर में बैक्टीरिया से जुड़े सूजन और गैस्ट्रिक अल्सर को जन्म दे सकता है। इससे पेट के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। वहीं इससे गट हेल्थ को खासा नुकसान पहुंचता है। 🌹👉🏿पेट की परत को नुकसान👈🏿 नमक में उच्च आहार, पेट की परत को नुकसान पहुंचा सकता है और इसमें सूजन कर सकता है। इस प्रकार भी ये कार्सिनोजेन्स को उजागर कर सकता है।वहीं कई लोगों के शरीर में ज्यादा नमक खाने से सूजन हो जाता है क्योंकि ये टिशू को फैला कर मोटा कर देते हैं। astroexpertsolutions.com ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र विभव खंड 2 गोमती नगर एवं वेदराज कांप्लेक्स पुराना आरटीओ चौराहा लखनऊ 9415 087 711 9235 7 22996