होली दहन की रात को किए जाने वाले कुछ ज्योतिष उपाय
★★ Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 923 5722 996 ★★★★★★★★
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा यानी की होली के दिन किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं। आज हम आपको होली पर किए जाने वाले कुछ साधारण उपाय बता रहे हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं-
धन की कमी से बचने का उपाय
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होली की रात चंद्रमा के उदय होने के बाद अपने घर की छत पर या खुली जगह, जहां से चांद नजर आए, वहां खड़े हो जाएं। फिर चंद्रमा का स्मरण करते हुए चांदी की प्लेट में सूखे छुहारे तथा कुछ मखाने रखकर शुद्ध घी के दीपक के साथ धूप एवं अगरबत्ती अर्पित करें। अब दूध से चंद्रमा को अर्घ्य दें।
अर्घ्य के बाद सफेद मिठाई तथा केसर मिश्रित साबूदाने की खीर अर्पित करें। चंद्रमा से समृद्धि प्रदान करने का निवेदन करें। बाद में प्रसाद और मखानों को बच्चों में बांट दें। फिर लगातार आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा की रात चंद्रमा को दूध का अर्घ्य दें। कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे कि आर्थिक संकट दूर होकर समृद्धि निरंतर बढ़ रही है।
ग्रहों की शांति के लिए उपाय
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होली की रात उत्तर दिशा में बाजोट (पटिए) पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल की ढेरी बनाएं। अब उस पर नवग्रह यंत्र स्थापित करें। उस पर केसर का तिलक करें, घी का दीपक लगाएं एवं नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। जाप स्फटिक की माला से करें। जाप पूरा होने पर यंत्र को पूजा स्थान पर स्थापित करें, ग्रह अनुकूल होने लगेंगे।
मंत्र- ब्रह्मा मुरारी स्त्रीपुरान्तकारी भानु शशि भूमि-सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव: सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।।
व्यापार में सक्सेस पाने का उपाय
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एकाक्षी नारियल को लाल कपड़े में गेहूं के आसन पर स्थापित करें और सिंदूर का तिलक करें। अब मूंगे की माला से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। 21 माला जाप होने पर इस पोटली को दुकान में ऐसे स्थान पर टांग दें, जहां ग्राहकों की नजर इस पर पड़ती रहे। इससे व्यापार में सफलता मिलने के योग बन सकते हैं।
मंत्र- ऊं श्रीं श्रीं श्रीं परम सिद्धि व्यापार वृद्धि नम:।
होलिका दहन से जुड़ा उपाय
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होलिका दहन से पूर्व जब गड्ढा खोदें, तो सबसे पहले उसमें थोड़ी चांदी, पीतल व लोहा दबा दें। यह तीनों धातु सिर्फ इतनी मात्रा में होनी चाहिए, जिससे आपकी मध्यमा उंगली के नाप का छल्ला बन सके। इसके बाद विधि-विधान से दाण्डा रोपे। जब आप होलिका पूजन को जाएं, तो पान के एक पत्ते पर कपूर, थोड़ी-सी हवन सामग्री, शुद्ध घी में डुबोया लौंग का जोड़ा तथा बताशे रखें।
धन लाभ का उपाय
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दूसरे पान के पत्ते से उस पत्ते को ढक दें और 7 बार होलिका की परिक्रमा करते हुए ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। परिक्रमा समाप्त होने पर सारी सामग्री होलिका में अर्पित कर दें तथा पूजन के बाद प्रणाम करके घर वापस आ जाएं। अगले दिन पान के पत्ते वाली सारी नई सामग्री ले जाकर पुन: यही क्रिया करें। जो धातुएं आपने दबाई हैं, उनको निकाल लाएं।
फिर किसी सुनार से तीनों धातुओं को मिलाकर अपनी मध्यमा उंगली के माप का छल्ला बनवा लें। 15 दिन बाद आने वाले शुक्ल पक्ष के गुरुवार को छल्ला धारण कर लें। इस उपाय से धन लाभ के योग बन सकते हैं।
शीघ्र विवाह के लिए उपाय
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होली के दिन सुबह एक साबूत पान पर साबूत सुपारी एवं हल्दी की गांठ शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा पीछे पलटे बगैर अपने घर आ जाएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं।
रोग नाश के लिए उपाय
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अगर आप किसी बीमारी से पीडि़त हैं, तो इसके लिए भी होली की रात को खास उपाय करने से आपकी बीमारी दूर हो सकती है। होली की रात आप नीचे लिखे मंत्र का जाप तुलसी की माला से करें।
मंत्र- ऊं नमो भगवते रुद्राय मृतार्क मध्ये संस्थिताय मम शरीरं अमृतं कुरु कुरु स्वाहा
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होलिका दहन पर विभिन्न समस्याओं के लिए कर सकते हैं एक से अधिक विशेष उपाय । होली व दीवाली ऐसे विशेष अवसर हैं जब हर प्रकार की साधनाएं, तांत्रिक क्रियाएं तथा छोटे-छोटे उपाय भी सार्थक हो जाते हैं ।
- व्यापार वृद्धि तथा नजर उतारने के लिए, दुकान, आफिस या कार्यालय में सायंकाल एक सफेद कपड़े पर गेहूं और सरसों की 7-7 ढेरियां रखें । इन पर एक एक काली मिर्च रखें । 7 नींबू के 2-2 टुकड़े करके इन ढेरियों पर रखें । निम्र मंत्र का 7 बार पाठ करें - (ओम् कपालिनी स्वाहा) !
- पाठ समाप्ति पर इस सारी सामग्री की पोटली बनाकर लाल मौली से गांठ लगाकर बांध लें और दुकान या घर में एक सिरे से आरंभ कर चारों कोनों पर घुमा कर बाहर ले आएं । इस पोटली को होलिका में डाल दें ।
- दुकान, आफिस, फैक्टरी या मकान में अक्सर होने वाली या अचानक चोरी या नुक्सान के बचाव हेतु -सूखा नारियल और तांबे का पैसा घर या दुकान में सात बार चारों कोनों में घुमा कर होलिका में डालें ।
- धनवृद्धि हेतु होलिका में यह मंत्र ‘ओम् श्रीं हृीं श्रीं महालक्ष्मय नम:’ 108 बार पढ़ते जाएं और शक्कर की आहुति देते जाएं ।
- रोग निराकरण के लिए एक सूखा नारियल, एक लौंग, काले तिल, सरसों पीड़ित पर 7 बार उल्टा घुमा कर होलिका में डालें ।
- कार्यसिद्धि के लिए, खोपे के दो आधे-आधे कटोरे की शक्ल में टुकड़े कर लें । इसमें कपूर, काले तिल, बर्फी, सिंदूर, हरी इलायची, लौंग रख कर इस मंत्र की एक माला करें- (ओम् हृीं क्लीं फट् स्वाहा)! सामग्री को काले कपड़े में बांध कर होलिका में 7 परिक्रमा करके अर्पित कर दें ।
- दांपत्य जीवन में मिठास लाने के लिए-रुई की 108 बत्तियां देसी घी में भिगोकर होलिका में संबंध सुधार की अनुनय सहित डालें ।
- यदि आपको लगता है कि किसी ने आपके ऊपर तांत्रिक अभिचार किया हुआ है जिसके कारण आपकी प्रगति ठप्प हो गई है तो देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन वहां की राख लाकर शरीर पर मलें और नहा लें। तांत्रिक अभिचार दूर हो जाएगा ।
- यदि आपको लगता है कि बच्चे को किसी की नजर लग गई है तो-देसी घी में भीगे पांच लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन वहां की राख लाकर ताबीज में भर कर बच्चे को पहनाएं ।
- यदि आपके घर को बुरी नजर लग गई है तो उसे उतारने का यह स्वर्णिम अवसर है। देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, मिश्री, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें । दूसरे दिन वहां की राख लाकर लाल कपड़े में बांध कर घर में रखें ।
- यदि कोई आपकी धन वापसी में बेईमानी कर रहा है और आप मुकद्दमे में नहीं पडऩा चाहते तो-होलिका दहन स्थल पर धन न लौटाने वाले का नाम जमीन पर अनार की लकड़ी से त्रिकोण के अंदर लिखें और उस पर हरा गुलाल छिड़क दें । होलिका माता से धन वापसी की प्रार्थना करें । अगले दिन वहां से राख उठा कर जल में उस व्यक्ति का नाम लेते हुए प्रवाहित कर दें ।
- यदि सरकार से बाधा है तो- होलिका में उल्टे चक्कर लगाते हुए आक की जड़ के 7 टुकड़े, विरोधी का नाम लेते हुए डालें ।
- यदि व्यापार में लगातार घाटा या आर्थिक हानि हो रही है तो होलिका दहन की सायं दुकान या मकान के मुख्य द्वार की चौखट पर गुलाल छिड़कें, उस पर आटे का बना चौमुखी दीपक जलाएं। उस दीपक को जलती होलिका में डाल आएं ।
- गंभीर रोग यदि मैडीकल उपचार से भी ठीक नहीं हो रहा तो- देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, मिश्री, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें । दाएं हाथ में 4 गोमती चक्र लेकर रोग मुक्ति की प्रार्थना करें । चक्र रोगी के पलंग के चारों पायों में चांदी की तार से बांध दें या 11 गोमती चक्र पीड़ित के ऊपर से 21 बार विपरीत दिशा में घुमाएं और होलिका में फैंक दें या दक्षिण दिशा में फैंकें या दो लौंग, काले तिल, सरसों, नारियल 21 बार उसार कर अग्नि में डालें ।
- यदि पति या पत्नी किसी के चंगुल में है तो होली की 7 परिक्रमा करते हुए औरत या उस पुरुष का नाम लें 7 गोमती चक्र डालते जाएं ।
- यदि राज्यप्रकोप- हो तो तेजफल और गेहूं की एक मुट्ठी होलिका में डालें ।
- किसी प्रकार का विवाद, दोस्तों से मनमुटाव हो तो एक मुट्ठी चावल और 7 फूटी कौडिय़ां होलिका में भस्मित करेंं ।
- भाइयों से मनमुटाव या भूमि विवाद हो तो 11 नीम की पत्तियां और लाल चंदन, होलिका दहन में अर्पित करें ।
- गले या वाणी संबंधी रोग के लिए-हरी मूंग की एक मुट्ठी डालें ।
- पिता या किसी बुजुर्ग से विवाद समाप्ति हेतु, हल्दी की 7 गांठें और एक मुट्ठी चने की दाल डालें ।
- खांसी,अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से 7 बार उल्टा घुमाकर 48 बादाम होलिका में समर्पित करें ।
- पुत्र या पुत्री से परेशानी हों या वह कहने में न हों तो सूखे प्याज लहसुन और हरा नींबू डालें।
- ये अनुभूत उपाय हैं जिन्हें सदियों से हमारे देश में प्रयोग कर लाभ उठाया जा रहा है।
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