गुरुवार को करें ये उपाय, मनोकामना होगी पूरी
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गुरुवार का दिन जहां बृहस्पति देव का माना जाता है, वहीं यह दिन श्रीहरि को भी समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि श्रीहरि की कृपा पानी हो तो गुरुवार के दिन पूजा-अर्चना की जानी चाहिए। ऐसा करने से जातक के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। गुरुवार के दिन कुछ ऐसे ही उपाय बताये गए हैं जिन्हें अपनाने से श्रीहरि और बृहस्पति देव दोनों की ही कृपा मिलती है और सभी मनोवांछित कामनाओं की पूर्ति होती है।
सुबह-सवेरे कर लेना चाहिए यह काम
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गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठें और रोजमर्रा के कार्यों से निवृत होकर स्नान करें। स्नान के पानी में चुटकी भर हल्दी डाल लें। स्नान के बाद बृहस्पति देव की पूजा करें। साथ ही बृहस्पति देव की कथा जरूर पढ़ें। ध्यान रखें कि किताब पढ़ने से पहले उसपर पीले रंग के फूल चढ़ाएं और धूपबत्ती दिखा दें। इसके बाद पूरी श्रद्धा से ‘ऊं बृं बृहस्पतये नम:’ मंत्र का 11 या 21 बार जप करें।
गुरुवार को भूलकर भी ये वस्तुएं न ग्रहण करें
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गुरुवार के दिन जब बृहस्पति देव की पूजा करें तो केले के वृक्ष की पूजा जरूर करें। साथ ही केले के वृक्ष में जल और पीले रंग के पुष्प चढ़ाएं। वहीं अगर विवाह होने में अड़चन आ रही है तो गुरुवार व्रत का संकल्प करें। इसके बाद कम से कम 11 गुरुवार तक नियमित रूप से व्रत रखें। इस दौरान पीले रंग के वस्त्र पहनें और भोजन में भी पीली चीजों का सेवन करें और केले का दान करें। लेकिन ध्यान रखें कि गुरुवार के दिन जब आप व्रत कर रहे हों तो केले का दान करना शुभ फल देता है। लेकिन कभी स्वयं केले का सेवन नहीं करना चाहिए।
नौकरी-व्यापार में बाधा हो तो करें ये उपाय
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अगर कुंडली में बृहस्पति की स्थिति खराब हो तो बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु के मंदिर में केसर और चने की दाल का दान करना चाहिए। साथ ही माथे पर भी केसर और चंदन का तिलक लगाना चाहिए। इसके अलावा गुरुवार के दिन धार्मिक पुस्तकों का दान करना चाहिए। ऐसा करने से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं और शिक्षा, नौकरी-व्यवसाय में आ रहीं दिक्कतें खत्म होती हैं।
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