।। श्री संकष्टी गणेश चतुर्थी दिनांक - 31/01/2021 दिन-रविवार । arthat Aaj। ।। श्री संकष्टी गणेश चतुर्थी पर मनोकामना पूर्ति हेतु गणपति की प्रतिमा पूजन पर विषेश प्रस्तुति।। Jyotish Aacharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 आइए जानते हैं अलग - अलग कामनाओं की पूर्ति के लिए अलग - अलग द्रव्यों से बने हुए गणपति की स्थापना कर पूजन करने से फल प्राप्ति के विषय में जानकारी । 1 - श्री गणेश - मिट्टी के पार्थिव श्री गणेश बनाकर पूजन करने से सर्व कार्य सिद्धि होती है। 2 - हेरम्ब - गुड़ के गणेश जी बनाकर पूजन करने से लक्ष्मी प्राप्ति होती है। 3 - वाक्पति - भोजपत्र पर केसर से श्री गणेश जी का चित्र बनाकर पूजन करने से विद्या प्राप्ति होती है। 4 - उच्छिष्ट गणेश - लाख के श्री गणेश बनाकर पूजन करने से पुरुष को स्त्री सुख और स्त्री को पतिसुख प्राप्त होता हैै घर में गृह कलेश निवारण होता है। 5 - कलहप्रिय - नमक की डली या नमक के श्री गणेश बनाकर पूजन करने से शत्रुओं में क्षोभ उतपन्न होता है व आपस में ही झगड़ने लगते हैं। 6 - गोबरगणेश - गोबर के श्री गणेश बनाकर पूजन करने से पशुधन में वृद्धि होती है और पशुओं की बीमारियां नष्ट होती है। (गोबर केवल गौ माता का ही हो)। 7 - श्वेतार्क श्री गणेश - सफेद आक मन्दार की जड़ के श्री गणेश जी बनाकर पूजन करने से भूमि लाभ भवन लाभ होता है। 8 - शत्रुंजय - कडूए नीम की लकड़ी से गणेश जी बनाकर पूजन करने से शत्रुनाश होता है और युद्ध में विजय होती है। 9 - हरिद्रा गणेश - हल्दी की जड़ से या आटे में हल्दी मिलाकर श्री गणेश प्रतिमा बनाकर पूजन करने से विवाह में आने वाली हर बाधा नष्ठ होती है और स्तम्भन होता है। 10 - सन्तान गणेश - मक्खन के श्री गणेश जी बनाकर पूजन से सन्तान प्राप्ति के योग निर्मित होते हैं। 11 - धान्यगणेश - सप्तधान्य को पीसकर उनके श्रीगणेश जी बनाकर आराधना करने से धान्य वृद्धि होती हे अन्नपूर्णा माँ प्रसन्न होती हैं। 12 - महागणेश - लाल चन्दन की लकड़ी से दशभुजा वाले श्री गणेश जी प्रतिमा निर्माण कर के पूजन से राज राजेश्वरी श्री आद्याकालिका की शरणागति प्राप्ति होती हैं। ।। सबका मंगल हो ।।