ॐ वैवाहिक जीवन मे कलह एवं तनाव व सास बहू की रोज रोज की कलह से मुक्ति के ऊपाय..... Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra फ़्लैट सo A 3/ 7 0 2 पारिजात अपार्टमेंट , विक्रांत खण्ड शहीदपथ , अवधबस स्टेशन के समीप Mob - 9415 087 711 Mob- 923 5722 996 🙏🙏 मित्रो मेरे पास रोज कई भाई बहनो का फोन आता है मेरे घर मे कलह बहुत हैl मेरी बहू मेरी बात नही सुनती मेरे पति मेरी बात नही मानते मेरी सासू जी का वर्ताव मेरे प्रति ठीक नही एसे ही ना जाने कितने सवाल? तो आज मै इस समस्या के सरल ऊपाय आप सभी मित्रो के बीच ला रहा हूl एक राम और सीता जी की बड़ी तस्वीर घर में लेकर आए और उसे दीवार पर लगाएं, फिर जब भी आपमें झगड़ा हो तो कम से कम 5 मिनट तक बिल्कुल चुप होकर उस तस्वीर की तरफ देखते रहें और मन में विचार करें कि हमारा विवाहित जीवन भी इन दोनों के समान आत्मसूर्पण भाव से युक्त हो – अपने आप आपकी समस्या दूर होने लगेगी । ज्यादातर औरतें अपनी सास से बैर रखती हैं अथवा उन्हें सास ही ऐसी मिलती है कि सास ही उससे बैर रखती है। अर्थात् औरत ही औरत की शत्रु बन जाती हैं। इस परिस्थिति में पुरुष त्रिशंकु बन जाता है और किसकी तरफ जाए यह सोचकर परेशान हो जाता है इस परिस्थति से बचने के लिए बृहस्पतिवार के दिन भोजपत्र पर गायत्री मंत्र चंदन से लिखें और उसके 2 ताबीज बनाकर पीले कपड़े में एक अपनी माता के और एक पत्नी के दांयी भुजा पर बांध दें । रोज एक तांबे के लोटे में जल भरें और पहले अपनी माता के हाथ से तथा बाद में पत्नी के हाथ से उसे स्पर्श कराकर तुलसी के पौधे में डाल दें। रविवार को नहीं डालें । रोज एक रोटी में गुड़ और चने डालकर शाम को अपनी माता व पत्नी से स्पर्श कराकर शाम को गाय को दें। रोज दो तुलसी के पते पानी से धोकर पूजा में रखें और 21 बार गायत्री मंत्र पढकर एक पता माता को व एक पत्नी को खिलाए । सास बहू की कलह से परेशान हैं तो रोज सुबह अपने मटके में जहां पीने का पानी हो, उमसें 2 बूंद गंगाजल गायत्री मंत्र पढ़ते हुए डाल दे पति पत्नी में कलेश दूर करने के लिए और वैवाहिक जीवन सुखी बनाने के लिए आपको चाहिए कि आप श्री गणेश जी और आदि शक्ति दुर्गा देवी की उपासना करे. सोते समय पूर्व की और सिर रखकर सोने से तनाव में कमी आती है. ऐसा करने से आपमें सकारात्मक उर्जा का संचार होता है. चींटियों को शक्कर डालने से समस्याओं का निवारण होता है. भोजपत्र पर लाल कलम से पति का नाम लिखकर तथा “हं हनुमंते नमः” का 21 बार उच्चारण करते हुए उस पत्र को घर के किसी कोने में रख दें ऎसा करने से धीरे धीरे दांपत्य जीवन में उत्पन्न कलहपूर्ण वातावरण दूर हो जाएगा. हनुमान मंदिर में भगवान को चोला चढाएं एवं सिंदूर चढाएं ऎसा करने से परेशानियों से राहत प्राप्त होगी. ऎसा प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार के दिन करें. गेंदे का फूल पर कुंकुम लगाकर उसे किसी देव स्थान में मूर्ति के समक्ष रखने से रिश्तों में आया तनाव एवं मतभेद दूर होते हैं. छोटी कन्या को मीठी वस्तु खिलाने एवं भेंट इत्यादि देने से आपके संकटों का निवारण होता है. यदि पति-पत्नी के मध्य तनाव अधिक बढ़ जाए तो तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में अपने सर के ऊपर 3 बार घुमाकर फेंक देंने से तनाव दूर होगा. पांच गोमती चक्र को लाल सिंदूर की डिब्बी में घर में रखने से दाम्पत्य जीवन में सुख-शांती रहती है. इसके अतिरिक्त प्रात: काल दैनिक कार्यों से निवृत होकर साफ - स्वच्छ वस्त्र पहनकर मंदिर या घर पर शिवलिंग के सम्मुख पूजा करें एवं निम्न मंत्र “ऊँ नम: सम्भवाय च मयो भवाय च नम:। शंकराय च नम: शिवाय च शिवतराय च।।:” का जाप करना चाहिए तत्पश्चात शिवलिंग पर जलाभिषेक करें ऎसा करने से आपको वैवाहिक जीवन में सुख एवं शाति प्राप्त होगी. घर मे उत्पन्न कलह क्लेश को समाप्त करने हेतु तथा पति- पत्नी के बीच वैमनस्यता को दूर करने के लिए चाहिए कि रात को सोते समय पत्नी पति के तकिये में सिंदूर की एक पुड़िया और पति पत्नी के तकिये में कपूर रखे. प्रातः काल उठकर सिंदूर की पुड़िया घर से बाहर फेंक दें तथा कपूर को निकाल कर उस कमरे जला दें. ऎसा करने से भी लाभ मिलता है. ससुराल में सुखी रहने के लिए कन्या अपने हाथ से हल्दी की साबुत गांठें, पीतल का एक टुकड़ा और थोड़ा-सा गुड़ ससुराल की दिशा की ओर फेंक दें ऎसा करने से ससुराल में सुख एवं शांति का वास रहता है