बुध हुआ कमजोर तो बरसेंगी मुसीबतें, जानिए किस राशि पर पड़ता है क्या Prabhav Acharya Dr Umashankar Mishra फ़्लैट सo A 3/ 7 0 2 पारिजात अपार्टमेंट , विक्रांत खण्ड शहीदपथ , अवधबस स्टेशन के समीप Mob - 9415 087 711 Mob- 923 5722 996 🙏🙏 ग्रहों में बुध ग्रह का महत्व बड़ा ही व्यापक है. ज्योतिष के जानकारों की अगर मानें तो बुध ग्रह के कमजोर होने से इंसान की जिंदगी में कई सारी समस्याएं आ जाती हैं लेकिन अगर कुंडली में बुध बलवान हो तो इंसान को कई सारी खुशियों की सौगात मिल जाती है. तो आखिर बुध हमारे जीवन को किस तरह प्रभावित करता है. आइए जानते हैं... बुध हुआ कमजोर तो होंगी मुसीबतें , ग्रहों में बुध ग्रह का महत्व बड़ा ही व्यापक है. ज्योतिष के जानकारों की अगर मानें तो बुध ग्रह के कमजोर होने से इंसान की जिंदगी में कई सारी समस्याएं आ जाती हैं लेकिन अगर कुंडली में बुध बलवान हो तो इंसान को कई सारी खुशियों की सौगात मिल जाती है. तो आखिर बुध हमारे जीवन को किस तरह प्रभावित करता है. आइए जानते हैं... बुध कहने को एक छोटा सा ग्रह है लेकिन ज्योतिष शास्त्र में बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह के तौर पर गिना और देखा जाता है. इसे देवताओं का राजकुमार भी कहते हैं. ज्योतिष में कहा गया है बुध सही तो सब शुद्ध यानि सबकुछ सही रहता है लेकिन अगर यही बुध अगर बिगड़ गया, नीच का हो गया या फिर उसने नजर फेर ली तो खुशियां बिगड़ जाती हैं. बुध के अशुद्ध होने का असर -तो इंसान की जिंदगी में मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है. -इंसान बीमारियों के चंगुल में फंस जाता है. शरीर की आभा खत्म होने लगती है. -कर्ज से परेशान रहने लगता है और आर्थिक तौर पर बुरी तरह प्रभावित रहता है. -बुध खराब होने पर पद प्रतिष्ठा, मान सम्मान, यश बल सबसे गिरावट आने लगती है. -इंसान शिक्षा में कमजोर हो जाता है, सूंघने की शक्ति घट जाती है, अपनी बातों के जरिए प्रभावशाली नहीं बन पाता है. -बुद्धिवान होने के अंहकार से ग्रसित हो जाता है इसीलिए कहा जाता है ग्रह कोई भी हो, छोटा हो बड़ा हो. उसका प्रभाव किसी भी दूसरे ग्रह से कमतर नहीं आंका जा सकता है. लेकिन अगर बुध सही हो तो जीवन में खुशियों की रौशनी फैली रहती है. दुखों का अंधकार दूर रहता है, मन प्रसन्न रहता है और जीवन में शांति बनी रहती है. बुध के शुद्ध होने का प्रभाव बुद्ध के शुद्ध होने से व्यक्ति सौंदर्यवान हो जाता है. उसकी आभा अनुपम हो जाती है, व्यक्ति अच्छा वक्ता होता है जिसकी बातों को लोग ध्यान से सुनना पसंद करते हैं, आमतौर पर कुंडली में बुध की स्थिति ही तय करती है कि इंसान कैसा बोलता है और कैसा व्यवहार करता है या फिर उसकी बुद्धि और व्यक्तित्व कैसा है. बुध ग्रह से बलवान व्यक्ति अगर व्यापार करता है तो उसे खूब सफलता मिलती है. खासकर शेयर बाजार या रुपये से संबंधित कारोबार में विशेष लाभ मिलता है. बुध आपके पक्ष में रहे तो आपको मालामाल कर देगा. आपको यश बल कीर्ति से आकाश की अनंत ऊंचाइयों तक पहुंचा देगा और अगर उसने नजर फेर ली तो आपको पाई पाई का मोहताज कर सकता है. ऐसे में हर इंसान यही चाहेगा कि उसका बुध हमेशा शुद्ध रहे. उस पर अपनी अच्छी नजर बनाए रखें. लेकिन कैसे आखिर क्या करें कि बुद्ध की शुद्ध दृष्टि ही हम पर पड़े या अगर बुध कमजोर हो तो फिर उसे कैसे मजबूत करके जीवन को संवारा जा सकता है. हर राशि के मुताबिक, हम आपको बताएंगे कि अगर बुध कमजोर हो तो किस राशि पर क्या असर पड़ सकता है और कैसे उस राशि पर बुध के कमजोर असर को कम करके जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है. कुंडली में बुध अगर कमजोर हो तो समस्याएं व्यापक हो जाती हैं. बुध के कमजोर होने से बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है और वाणी में दोष आ जाता है. साथ ही बुध के कमजोर होने से इंसान की सुंदरता भी प्रभावित होती है लेकिन बुध के कमजोर होने से किन राशि पर क्या खास असर पड़ता है. चलिए अब आपको ये भी बता देते हैं... चलिए अब आपको बताते हैं कि बुध ग्रह अगर कमजोर हो तो किस राशि पर क्या असर डालता है और उससे कैसे बचा जा सकता है, उसका असर कैसे कम किया जा सकता है... मेष राशि: नौकरी में खूब समस्या आती है, नौकरी छूटने का भी डर रहता है, जीवन कर्जों और बीमारियों में घिर जाता है. वृष राशि: बुध का खासा महत्व है. बिना अच्छे बुध के बिना जीवन सुखमय नहीं हो सकता. मिथुन राशि: जीवन में संघर्ष बढ़ जाता है, नौकरी में परेशानियां हो सकती हैं. कर्क राशि: स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है और यात्रा पर भी बुरा असर पड़ता है. चरित्र और बुद्धि बदल जाती है. जीवन में अपयश के योग बढ़ जाते हैं. सिंह राशि: मजबूत बुध के बिना धन का योग नहीं है. एक-एक पैसे के लिए तरसना पड़ता है. कन्या राशि: स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है और धन घटने लगता है. सौंदर्य घटने लगता है. करियर में बाधा उत्पन्न होने लगती है. तुला राशि: भाग्य साथ नहीं देता है और मन चंचल हो जाता है. चरित्र कमजोर हो जाता है. वृश्चिक राशि: योग्यता के बावजूद उपलब्धि नहीं मिलती. त्वचा या वाणी से संबधित विकार हो सकता है. धनु राशि: शादी में परेशानी या शादी नहीं होगी, वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा होने लगती हैं. मकर राशि: इंसान कर्ज में डूब जाता है और नौकरी में बाधा आती है. भाग्य साथ नहीं देता है. कुंभ राशि: बुद्धि की समस्या परेशान करती है. संतान पक्ष से समस्या के योग बन जाते हैं. मीन राशि: जीवन में किसी भी प्रकार का सुख नहीं मिलता. वैवाहिक जीवन बरबाद हो जाता है. संपत्ति का नुकसान हो