हमारे वास्तुशास्त्र में कई तरह के उपाय बताये गए है। आपने अपने कई समस्याओं को दूर करने के लिए कई तरह के वास्तु उपाय सुने होंगे। लेकिन आज हम आपको पीली सरसो का एक उपाय बताने जा रहे है। पीली सरसों एक बहुत ही आम चीज हैं लेकिन तंत्र में इसे विशेष स्थान दिया गया है। Jyotish Aacharya Dr Umashankar Mishra 94150 877 11923 57229 96 प्राचीन तंत्र शास्त्रों में पीली सरसों के कुछ ऐसे प्रयोग बताए गए हैं जो अचूक होते हैं और करते ही तुरंत असर दिखाते हैं। हालांकि इन उपायों को कभी भी किसी का बुरा करने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। तांत्रिक प्रयोगों में अनेकों पदार्थ से अनेक प्रयोग किये जाते हैं। यह अच्छे अथवा बुरे दोनों ही भावनाओं को लेकर हो सकते हैं।अनर्थ करने वाले प्रयोगों से सदैव अपने को बचाकर रखना ही बौद्धिकता है। क्योंकि अनर्थ करने वाला कभी न कभी फल अवश्य भोगता है अपने किये दुष्कर्म का। पीली सरसों का तंत्र में प्रायः प्रयोग किया जाता है। कुछ सरल से उपाय पीली सरसों के बताये जा रहे हैं। अपने बुद्धि और विवेक से सत्क्रर्मों में इनका सदुप्रयोग करें। -अगर किसी व्यक्ति पर भूत, प्रेत आदि हैं तो सरसों के कुछ दाने उसके ऊपर से उसार (वार) कर जला दें, सभी नकारात्मक शक्तियों का असर खत्म हो जाएगा। -तीन अलग-अलग छोटे बर्तनों में तिल, साबुत धनिया तथा साबुत नमक मिलाकर अपने व्यापार स्थल पर रख दें। इससे व्यापार में वृद्धि होने लगेगी और ग्राहकी में साफ असर दिखने लगेगा। -राहु के नक्षत्र में पीली सरसों अपने ऊपर से सात बार वारकर बहते हुए पानी में प्रवाह कर दें। -सरसों के तेल का दीपक जलाकर बैठ जाएँ और ऊँ हौं जूं सःमंत्र की एक माला जप करें। यह नियम चालीस दिन तक दोहराते रहें यदि रोगों में किसी भी दवा का प्रभाव नहीं हो रहा है तो उसे उन्हीं दवाओं से लाभ होने लगेगा। जय माता दी🙏