शिशु को कुशाग्र बुद्धि का मालिक बनाएंगे वसंत पंचमी के दिन किए गए ये उपाय ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा एवं ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव 94150 87711 बच्चे के जीभ पर लिखें ये शब्द शिशु के जीभ पर बसंत पंचमी के दिन चांदी के कलम या अनार के कलम से ऐं या ऊं लिखें। इसे लिखने के लिए कलम को पहले शहद में डुबों लें फिर उसे जीभ पर चलाएं। इसके बाद शिशु के साथ सरस्वती पूजा करें। ऐसा करने से बच्चे का बौद्धिक विकास होगा और वह बुद्धिमान बनेगा।  चांदी के चम्मच से खीर खिलाएं दूध पीते बच्चे को वसंत पंचमी के दिन नए कपड़े पहनाएं और उसे लाल आसन पर बिठा कर सरस्वती पूजा करें और प्रसाद में चढ़ी खीर को चांदी के चम्मच से उसे खिलाएं। ऐसा करने से उसपर मां सरस्वती का विशेष अशीर्वाद हरता है।  अन्न प्राशन कराएं इस दिन बच्चे को अन्न प्राशन करना बेहद शुभ होता है। वसंत पंचमी के दिन अन्न प्रशासन से शिशु को कुशाग्र बुद्धि मिलती है। ऐसा करने से बच्चें अपने हर कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और परिवार का नाम रौशन करेंगे।  चाक पूजन कराएं इस दिन शिशु के हाथ से चाक और काले रंग की पट्टी की पूजा करानी चाहिए। ऐसा करने के लिए माता या पिता शिशु को गोद में लें और उसके हाथों से मां सरस्वती की पूजा करने के बाद चाक पूजा कराएं। इससे बच्चे का पढ़ाई में मन लगेगा और वह विद्या अर्जन के लिए हमेशा प्रयासरत रहेगा।  ब्राह्मण को दान दिलवाएं वसंत पंचमी के दिन शिशु के हाथ से ब्राह्मण को वेदशास्त्र का दान कराना भी बहुत शुभकारी माना गया है। ऐसा करने वाले शिशु पर ज्ञान और वाणी पर सरस्वती का वास होता है। शिशु से ब्राह्मण का चरण स्पर्श कराने के बाद दान करें। साथ ही उसे गोद में लेकर श्री सरस्वत्यै स्वाहा का जाप करते हुए मां सरस्वती की पूजा करें। वसंत पंचमी के दिन किए गए ये उपाय आपके शिशु को ज्ञान और विद्या का मालिक बनाएंगे और वाणी पर सरस्वती का वास होगा।