बजरंग बाण का प्रयोग कैसे करें
Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 923 5722 996
हनुमान जी कलयुग के जागृत देव है जो थोड़ी पूजा पाठ से ही शीघ्र प्रसन्न हो जाते है ।
बजरंग बाण का प्रयोग तभी करना चाहिए जब आप कोई बड़ी मुसीबत में फस गये हो या जब कही से भी कोई रास्ता ना दिखाई दे । बजरंग बाण का सही से विधिपूर्वक प्रयोग किया जाये तो इसका वार कभी खाली नही जाता । बजरंग बाण का प्रयोग सदा ही धर्म अनुसार कार्यो में ही करना चाहिए ईर्ष्या या किसी द्वेष में आकर आपके इसका गलत प्रयोग किया तो हानि आपको उठानी पड़ सकती है ।
अगर आप घर में सुख शांति के लिए बजंरग बाण का पाठ कर रहे है तो मंगलवार के दिन करे अगर आप शत्रु या किसी ऊपरी बाधा से परेशान है तो शनिवार के दिन प्रयोग करे । सबसे पहले आप किसी हनुमान जी के मंदिर का चयन करें जहाँ पर आपको पाठ होने तक कोई भी परेशान ना करे अगर आप मंदिर में नही कर सकते तो घर के पूजा रूम में पाठ करे । रूम में सबसे पहले गो मूत्र का पोछा लगाये उसके बाद गंगाजल के छीटे लगाये जिससे की रूम पवित्र हो जाये ।लाल वस्त्र और लाल आसान का प्रयोग करे इसके बाद 5 अनाज लेकर उसका दीपक वनाये ( कोई भी 5 अनाज ले उसको पिसवा ले और उसका दीपक बनाये ) उस दीपक में लाल रंग की बाती लगाये चमेली के तेल से ।फिर गूगल की धुप जलाये गुलाब या किसी भी लाल रंग के बने फूलों की माला हनुमान जी को पहनाये इसके बाद भोग अर्पित करें भोग में गुड़ चना सही रहेगा साथ में 1 लौटा पानी भी रख दे । इसके बाद जिस भी कार्य के लिए बजरंग बाण का पाठ कर रहे है उसका संकल्प ले फिर 11 या 21 बार बजरंग बाण का पाठ करे । आपको ये सब करने के बाद उसी दिन आपको लाभ महसूस होगा । दोपहर 12 से 3 के बीच में करें ।
बजरंग का नित्य पाठ ना करे इसकी जगह हनुमान चालीसा का पाठ करे । हनुमान जी की पूजा में सदा ही लाल या पीले वस्त्र धारण करे कभी भी काले या सफेद रंग के कपड़े हनुमान जी की पूजा में ना पहने इसके नकारात्मक परिणाम मिल सकते है । हनुमान जी को देशी घी से ही बना प्रसाद चढ़ाया जाता है किसी भी प्रकार के रिफाइंड या डालडा घी से बना प्रसाद ना चढ़ाये।अगर यह नहीं मिल रहा है तो चना और गुड़ का प्रशाद चढ़ावें। गुरु कृपा केवलं।।
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