मां कात्यायनी की पूजा विधि Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 923 5722 996 - गोधूली वेला के समय पीले अथवा लाल वस्त्र धारण करके इनकी पूजा करनी चाहिए। - इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें। इन्हें शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है। - मां को सुगंधित पुष्प अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनेंगे साथ ही प्रेम संबंधी बाधाएं भी दूर होंगी। - इसके बाद मां के समक्ष उनके मंत्रों का जाप करें। शीघ्र विवाह के लिए कैसे करें मां कात्यायनी की पूजा? - गोधूलि वेला में पीले वस्त्र धारण करें। - मां के समक्ष दीपक जलाएं और उन्हें पीले फूल अर्पित करें। - इसके बाद 3 गांठ हल्दी की भी चढ़ाएं। - मां कात्यायनी के मंत्रों का जाप करें। "कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।" - हल्दी की गांठों को अपने पास सुरक्षित रख लें। - मां कात्यायनी को शहद अर्पित करें। - अगर ये शहद चांदी के या मिटटी के पात्र में अर्पित किया जाए तो ज्यादा उत्तम होगा। - इससे आपका प्रभाव बढ़ेगा और आकर्षण क्षमता में वृद्धि होगी। माता कात्यायनी का चि‍त्र या यंत्र सामने रखकर रक्तपुष्प से पूजन करें। यदि चित्र में यंत्र उपलब्ध न हो तो देवी माता दुर्गाजी का चित्र रखकर निम्न मंत्र की 51 माला नित्य जपें, मनोवांछित प्राप्ति होगी। साथ ही ऐश्वर्य प्राप्ति होगी। मंत्र 'ॐ ह्रीं नम:।।' चन्द्रहासोज्जवलकराशाईलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।। मंत्र - ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥ कात्यायनी माता की पूजा के लिए