पुत्र प्राप्ति के सरल उपाय जन्माष्टमी के दिन से यह उपाय आरंभ करें। ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र 94150 87711 (1) जिन स्त्रियों के कोई संतान नहीं,वे रोज गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करें। (2) भगवान् गणेश की छोटी मूर्ति लाएं। उसे मंदिर में स्थापित करें और रोज एक लड्डू चढ़ा कर उस प्रसाद के दाने चिडि़यों को डालें। (3) प्रत्येक रविवार भगवान को दही अथवा मक्खन का भो लगाएं और फिर धूप आदि के बाद उसे स्वयं ग्रहण करें। ऐसा रोज करने से संतान बाधा दूर होगी। (4) पति-पत्नि दोनों लड्डू गोपाल की मूर्ति लाएं।उसे पालने में रखे और नए वस्त्रादि धारण कर, धूपादि अर्पित करके एक ऋतु फल और अंजीर तथा दही का भोग लगाएं। उस दिन उपवास करें। इसके पश्चात् प्रतिदिन इस प्रकार का भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करके ही भोजन करें। (5) रविपुष्प के दिन एक संतान गोपाल यंत्र पूजा स्थान में लाल कपड़े पर स्थापित करें और गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करें। संतान कष्ट दूर होगा। (6) जिन महिलाओं की संतान गर्भ में ही समाप्त हो जाती है वं मंगलवार को इक्कीस पान के पते लाएं। उन पर सिंदूर से राम लिखें फिर उन्हें हनुमान मंदिर ले जाएं और लाल कपड़े मं बांध लें और या तो बहते पानी में प्रवाहित करें अथवा पीपल के वृक्ष में चढा दें-आपका काम पूर्ण होगा। (7) संतानहीन स्त्री अपने घर के अथवा पड़ोस के बच्चे जिसकी उम्र दो से तीन साल के बीच है उसके साथ भोजन करें-हो सके तो उसका झूठा भोजन खाएं । (8) जिन विवाहित स्त्री-पुरुषो के कोई संतान नहीं है वे किसी शुक्ल पक्ष के गुरुवार को एक पीतल की भगवान् लड्डू गोपाल की मूर्ति लाएं और रोज उस मूर्ति की उसी प्रकार से पालन व सेवा करें जैसे माता-पिता अपनी संतान की सेवा करते हैं। बाल्य अवस्था में रोज उस मूर्ति को थाली के बीचो बीच रखकर स्नान कराएं, वस्त्र पहनाएं और भोग लगाकर फिर आप भोजन करें-जल्दी ही आप की गोद भरेगी ! #कुछ #मन्त्र #जो #रोज #करने #है संतान गोपाल स्तोत्र:- ॐ देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि में तनयं कृष्ण त्वामहम शरणम गतः। उपरोक्त मन्त्र की१००० संख्या का जाप प्रति दिन १०० दिन तक करें ! तत्पश्चात१०००० मन्त्रों से हवन,१००० से तर्पण,१०० से मार्जन तथा १० ब्राह्मणों को भोजन कराएं ! #संतान कामेश्वरी प्रयोग:- ॐ क्लीं ऐं ह्रीं श्रीं नमो भगवति संतान कामेश्वरी गर्भविरोधम निरासय निरासय सम्यक शीघ्रं संतान मुत्पादयोत्पादय स्वाहा। ईस मन्त्र का नित्य जाप करें , ऋतु काल के बाद पति और पत्नी जौ के आटे में शक्कर मिला कर ७ गोलियाँ बना लें तथा उपरोक्त मन्त्र से २१ बार अभिमन्त्रित कर के एक ही दिन में खा लें तो लाभ होगा। ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र विभव खंड 2 गोमती नगर एवं वेद राज कांप्लेक्स पुराना RTO चौराहा लाटूश रोड लखनऊ 94150 87 711 92357 22996