स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है अंकुरित अनाज :
Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 923 5722 996
- दिल, डायबिटीज व बालों के मरीजों को करना चाहिए अंकुरित अनाजों का सेवन
बांदा
अंकुरित अनाज सुबह खाने से शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होती है जरूरी पोषक तत्व मिलते है। अंकुरित होने पर अनाज में पाया जाने वाला स्टार्च, ग्लूकोज, फ्रक्टोज और माल्टोज शर्करा में बदल जाता है। इससे अनाज का स्वाद बढने के साथ पोषक तत्वों और पाचक गुणों में भी वृद्वि होती है। स्प्राउट्स को अंकुरित अनाज के नाम से जाना जाता है। यह अनाज या फलियों के अंकुरित बीज होते है। जिन्हें पौष्टिक आहार में शामिल किया गया है। सुबह के समय इन्हें खाने से शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होती और जरूरी पोषक तत्व मिलते है। स्प्राउट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते है। इनमें अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। कहा कि अंकुरण प्रक्रिया आमतौर पर कई घंटों तक अनाज या बीजों को भिगोने से शुरू होती है। अंकुरित होने पर अनाज में पाया जाने वाला स्टार्च, ग्लूकोज, फ्रक्टोज और माल्टोज शर्करा में बदल जाता है। इससे न केवल अनाज का स्वाद बढता है बल्कि इसके पोषक तत्वों और पाचक गुणों में भी वृद्वि होती है। अंकुरित आहार में क्लोरोफिल, विटामिन ए, बी, सी, डी और के भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो कि कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन जैसे खनिजों, लवणों का बेहतर स्रोत है। अंकुरित अनाज में फाइबर, फोलेट, ओमेगा-3, फैटी एसिड भी पाया जाता है। इनमें खासतौर से विटामिन सी, बी कांपलेक्स, थायमिन, राइबोप्लेविन और नायसिन की मात्रा दोगुनी हो जाती है। बताया कि सेम, मटर, बादाम, मूली के बीज, अल्फाल्फा, कद्दू, तिल, सूरजमुखी के बीजों, ब्रसेल्स, मूंग दाल, चना, मेथी, सोयाबीन और क्विनोआ अंकुरित अनाज की श्रेणी में आते है। अंकुरित अनाज खाने के फायदें बताते हुए उन्होंने कहा कि वनज कम करने वालों को अपने भोजन में अंकुरित आहार अवश्य शामिल करना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जिसे खाने के बाद पेट काफी देर तक भरा रहता है और अतिरिक्त कैलोरी लेने से बचता है। अंकुरित अनाज में कैलोनी की मात्रा बहुत ही कम होती है। इसीलिए यह वनज घटाने में कारगर होता है। कहा कि आंखों, बेहतर पाचन तंत्र, इम्युनिटी पावर बढाने तथा त्वचा तथा बालों की समस्या से जूझ रहे लोगों के साथ दिल के रोगों से जूझ रहे बीमारों को अंकुरित अनाज का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने चेताया कि ज्यादा स्प्राउटस खा लेने से पेट में ऐंठन और दस्त जैसी समस्याओं का सामना करना पड सकता है। कहा कि गैसट्रिटाइटिस, डायरिया, गैस्ट्रिक, अल्सर या पैंक्रियाटाइटिस के रोगियों को अंकुरित अनाज के सेवन से बचना चाहिए।
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