Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 92 357 22996 1.यदि जन्मपत्रिका में चंद्रमा नीच राशि का है, तो जातक पूर्व जन्म में माता या मातृतुल्य किसी महिला को कष्ट देकर आया है एवं किसी का मन मारकर आया है।
2.यदि किसी का सूर्य नीच राशि का है तो वह व्यक्ति पिता को कष्ट देकर आया है या अपनी आत्मा को मार कर (आत्महत्या) कर के आया है।
3.यदि मंगल किसी का नीच राशि का है तो व्यक्ति अपने पराक्रम का दुरुपयोग करके या हिंसा करके या बंधु बांधवों को कष्ट देकर आया है।
4.यदि किसी का गुरू नीच राशि का है तो व्यक्ति गुरु तुल्य जन या संतान को कष्ट देकर व महिला जातक पति का व बच्चों का दिल तोड़ कर आई है।
5.यदि किसी जातक का बुध नीच राशि का है तो जातक व्यापार मे धोखा देकर आया है या मातृपक्ष को कष्ट देकर आया है।
6. शुक्र यदि नीच राशि का है तो जातक धन वैभव का दुरुपयोग करके आया है या किसी स्त्री या अपनी पत्नी को छल कर आया है।
7.यदि शनि नीच राशि का है तो जातक न्याय की जगह अन्याय कर के आया है।
8.यदि छाया ग्रह नीच राशि में हो तो व्यक्ति किसी श्रमिक या भिक्षु या संत फकीर को कष्ट देकर या उनकी वस्तु का हरण करके आया है।
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