यदि पितृपक्ष में श्राद्ध नियमानुसार और श्रद्धा के साथ किया जाए तो मन चाही इच्छाएं पूर्ण होती हैं। Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 94150 8771 1 923 5722 996 1 मन चाही इच्छाएं पूर्ण करना चाहते हैं तो श्राद्ध पक्ष की समाप्ती यानि अमावस्या अथवा अपने पितरों की तिथि पर दोपहर ठीक बारह बजे घर के मुख्य द्वार के बाहर साफ-सफाई करें। पूजा के लिए थाली सजाएं। जिसमें गुड़ और घी को विशिष्ट स्थान दें। मुख्य द्वार के प्रवेश पर दोनों ओर एक-एक बड़ा-बड़ा दीपक प्रज्वलित करें। जिसमें गाय के गोबर से र्निमित कंडें जलाएं तत्पश्चात दोनों दीपों का पूजन करें। पूजन के पश्चात पितरों का स्मरण करें और दोनों दीपों में सुलगते हुए कंडों पर गुड़ और घी को साथ-साथ मिलाकर पांच बार डालें। इससे पितृों की तृप्ति होती है। स्मरण रहे धूप देने से पूर्व कंडों में से धुआं नहीं निकलना चाहिए। 2 रोगों से मुक्त होना चाहते हैं तो अमावस्या, मंगलवार और शनिवार के दिन मुंह अंधेरे उठ कर पवित्र होने के बाद रोगी व्यक्ति के अंग लगे वस्त्रों से थोड़ा सा धागा निकालें रूई के साथ मिलाकर उसकी बत्ती बनाएं। मिट्टी का एक दीपक लेकर उसमें शुद्ध घी भरें और उसमें बत्ती लगाएं। हनुमान जी के मंदिर जाकर इस दीपक को प्रज्जवलित करें और वहीं बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ करें। 3 धनवान बनना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन संपूर्ण विधि- विधान से पीपल का पूजन करें और उन्हें जनेऊ अर्पित करें। तत्पश्चात पीपल की परिक्रमा करते हुए ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें। 4 पितरों और अन्य देवी-देवताओं की कृपा प्राप्ति के लिए सरोवर में रहने वाली मछलियों को गेहूं के आटे से बनी गोलियां डालें। श्राद्धों में इस उपाय को करने से विशिष्ट पुण्यों की प्राप्ति होती है लेकिन इस उपाय को समय-समय पर भी करते रहें।हरे कृष्ण...! 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌷🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻