खर्राटों के घरेलू उपाय ================= खर्राटों से मुक्ति देता है लहसुन - = Jyotish Aacharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 ====================== लहसुन नाक में जमा बलगम और श्वसन प्रणाली में हो रही सूजन को कम करने में मदद करता है। तो अगर आपको खर्राटे साइनस की वजह से आते हैं तो लहसुन आपको इस समस्या से राहत दे सकता है। लहसुन का इस्तेमाल कैसे करें ====================== सबसे पहले एक या दो फाके कच्चे लहसुन की खा लें और फिर एक ग्लास पानी पियें। इस प्रक्रिया को रोज़ाना रात को सोने से पहले करें। खाना बनाने के समय भी लहसुन का इस्तेमाल करें और उस आहार को गर्म गर्म खाएं। खर्राटे को दूर करने का नुस्खा है शहद- ======================== खर्राटों को दूर करने का अगला उपाय है शहद। इसके सूजनरोधी गुण गले की सूजन को कम करते हैं। इसके अलावा शहद गले की परत को चिकना बनाता है जिससे सांस लेने में किसी भी प्रकार की परेशानी और कंपन नहीं होती। शहद का इस्तेमाल कैसे करें – ====================== गर्म पानी के एक गिलास में शहद की एक चम्मच मिलाएं। और इस मिश्रण को सोने से पहले पीलें। इस मिश्रण को रोज़ाना पियें। इसके अलावा आप हर्बल टी बनाने के लिए शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। शहद मिलाने से इस मिश्रण को आप खाना के बाद अच्छे से पी पाएंगे। खर्राटों से बचने के उपाय हैं बिछुआ के पत्ते - ======================== अगर आपको वर्ष में खर्राटे कभी कभी आते हैं तो यह शायद मौसम की एलर्जी के कारण होता है जिस वजह से आपकी नाक बंद हो जाती है और सांस लेने में दिक्कत होती है। इस तरह के अस्थायी खर्राटों का इलाज बिछुआ के पत्तों के साथ किया जा सकता है क्योंकि इसमें सूजनरोधी और हिस्टमीन रोधी के गुण पाए जाते हैं। बिछुआ के पत्ते का इस्तेमाल कैसे करें – ======================== एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सूखे बिछुआ के पत्ते डालें। इसे पांच मिनट के लिए उबलने को रख दें। फिर इस मिश्रण को छान लें। सोने से पहले इस गर्म गर्म मिश्रण को पी लें। एलर्जी के मौसम के दौरान इस मिश्रण को रोज़ाना दो से तीन कप ज़रूर पियें। खर्राटे रोकने के घरेलू उपाय के लिए करें इलायची का इस्तेमाल - ======================== इलायची को सर्दी खांसी की दवा माना जाता है। जिसके सेवन से बंद नाक को खोलने में मदद मिलती है। नाक खुलने के बाद हवा को आने जाने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती और आपके खर्राटों में भी कमी आती है। इलायची का इस्तेमाल कैसे करें– ======================= एक ग्लास पानी में एक या आधा चम्मच इलायची पाउडर को मिलाएं। इस मिश्रण को सोने से आधा घंटा पहले पीलें। धीरे-धीरे अपने खर्राटों को कम करने के लिए इस मिश्रण का प्रयोग रोज़ाना करें। (और पढ़ें - इलायची के फायदे और नुकसान) खर्राटे रोकने का उपाय है घी ====================== क्लैरिफाइड घी को घी भी कहा जाता है। इसमें कुछ औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो नाक के जमाव को कम करने में मदद करते हैं। इसके इस्तेमाल से आपको घबराहट को कम करने और बेहतर नींद लेने में मदद मिलती है। घी का इस्तेमाल कैसे करें – ===================== माइक्रोवेव में घी को हल्का गर्म कर लें। अगर आपके पास माइक्रोवेव नहीं है तो तवे पर या किसी बर्तन में भी घी को हल्का गर्म कर सकते हैं। अब घी को गुनगुना होने के बाद एक एक बूँद अपनी नाक के दोनों छिद्रों में डालें। रोज़ाना रात को सोने से पहले और सुबह उठने के तुरंत बाद ये प्रक्रिया ज़रूर करें। खर्राटे से छुटकारा पाए भाप से- ======================= खर्राटों के पीछे का मुख्य कारण है नाक में जमाव। जमाव को कम करने के लिए भाप लेना सबसे अच्छा समाधान है। भाप का इस्तेमाल कैसे करें – ====================== एक बड़े कटोरे में पानी को गर्म कर लें। अब इसमें तीन या चार चम्मच नीलगिरी का तेल या टी ट्री तेल मिलाएं। अब अपने सिर को तौलिये से ढक लें और १० मिनट तक गहरी सांस लेने की कोशिश करें। नाक में जमाव को दूर करने के लिए इस उपाय को रोज़ रात को सोने से पहले ज़रूर अपनाएँ। खर्राटों से छुटकारा दिलाता है जैतून का तेल - ========================= जैतून के तेल में सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं। जैतून का तेल सूजन को दूर करता है जिससे हवा को आने और जाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होती। यह दर्द को भी कम करता है। इस उपाय का इस्तेमाल रोज़ाना करें इससे गले में कंपन और खर्राटों को रोकने में मदद मिलेगी। जैतून के तेल का इस्तेमाल कैसे करें – ======================== रोज़ाना रात को सोने से पहले एक या दो घूंट जैतून के तेल की लें। एक या आधा चम्मच जैतून के तेल और शहद को मिलाएं। अब इस मिश्रण को रोज़ाना रात को सोने से पहले पियें। खर्राटे रोकने के उपाय के लिए करें पुदीने के तेल का इस्तेमाल - ======================= पुदीने में मौजूद सूजनरोधी गुण झिल्ली की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसकी मदद से आपको सोते समय सांस लेने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती। पुदीने का उपाय एलर्जी, ठंड या शुष्क हवा के कारण होने वाले अस्थायी खर्राटों के लिए भी अच्छी तरह काम करते है। पुदीने के तेल का इस्तेमाल कैसे करें – ======================== एक गिलास पानी में एक या दो बूँद पुदीने की तेल की डालें। अब इस मिश्रण से रात को सोने से पहले गरारे करें। ध्यान रहे इस मिश्रण को निगलना नहीं है। इस प्रक्रिया को रोज़ करें तब तक जब तक कि एक अच्छा परिणाम आपको नहीं मिल जाता। अगर शुष्क हवा और गले में जमाव आपके खर्राटों का कारण बन रहे हैं तो पुदीने की तेल की कुछ बूँदें ह्यूमिडिफायर (एक प्रकार का डिवाइस है जो कमरे में नमी बनाये रखने में मदद करता है) में आधा घंटा सोने से पहले डालें। ह्यूमिडिफायर को पूरा रातभर चलाएं। इस उपाय से आपको खर्राटों को दूर करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा सोने से पहले अपने नाक के निचले हिस्से में थोड़ा पुदीने का तेल भी लगा सकते हैं। हल्‍के में न लें खर्राटे ================= खर्राटे, जिसमें व्‍यक्ति सोने के बाद नाक से तेज आवाज के साथ सांस लेता और छोड़ता है। क्या आपको खर्राटे की समस्या है क्‍या कभी आप खर्राटे की समस्‍या को लेकर डॉक्‍टर के पास गए हैं? नहीं! अधिकतर लोग खर्राटे को एक साधारण प्रक्रिया समझकर टालते हैं, पर खर्राटे स्लिपिंग डिसऑर्डर का हिस्सा भी हो सकता है। इसलिए खर्राटों से बचने के उपाय करने चाहिए। खर्राटे से बचने के उपाय =================== खर्राटे लेने के कई कारण हो सकते हैं जैसे, एलर्जी, नाक की सूजन, जीभ मोटी होना, अधिक धूम्रपान करना, शराब या नशीले पदार्थों का सेवन करना और रात को अधिक भोजन करना आदि। आइए जाने खर्राटे से बचने के तरीको के बारें में। मन रखें शांत =========== जिन्हें रात को सोते समय खर्राटे लेने की आदत हो उसे खर्राटे से बचने के लिए रात को सोते समय मन को शांत व मस्तिष्क को बाहरी विचारों से मुक्त रखकर सोना चाहिए। भरपूर पानी पीएं ============= क्‍या आप जानते हैं कि शरीर में पानी की कमी से भी खर्राटे आते है। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो नाक के रास्ते की नमी सूख जाती है। ऐसे में साइनस हवा की गति को श्वास तंत्र में पहुंचने के बीच में सहयोग नहीं कर पाता और सांस लेना कठिन हो जाता है। ऐसे में खर्राटे की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। इसलिए सेहतमंद और खर्राटों से दूर रहने के लिए दिनभर भरपूर पानी पीएं। वजन कम करें ============= अधिकतर मोटे लोग ही खर्राटों की समस्‍या के शिकार होते हैं। गले के आप-पास अधिक वसा युक्त कोशिकाएं जमा होने से गले में सिकुड़न होती है और खर्राटे की ध्वनि निकलती है। तो अगर आप भी खर्राटों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अपना वजन कम करने के उपाय करें। करवट से सोएं ============= पीठ के बल सोना वैसे तो आदर्श तरीका होता है लेकिन इस मुद्रा में सोने से खर्राटों की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में खर्राटों से बचने के लिए आप अगर करवट के बल सोएंगे तो खर्राटों की आशंका कम होगी। धूम्रपान से बचें ============= धूम्रपान से खर्राटों की संभावना अधिक होती है। धूम्रपान वायुमार्ग की झिल्‍ली में परेशानी पैदा करता है और इससे नाक और गले में हवा पास होना रूक जाती है। इसलिए अगर आपको खर्राटों की समस्‍या हैं तो धूम्रपान छोड़ दें। नींद की गोलियों से बचें =================== नींद की गोलियों मांसपेशियों पर विपरीत प्रभाव डालती है। सोने के लिए अगर आप शराब, नींद की गोलियों या अन्‍य दवाईयों का इस्‍तेमाल करते है तो बंद कर देना चाहिए। क्‍योंकि इससे भी खर्राटे आते है। सोने का समय ============ नियमित रूप से एक ही समय पर सोएं। सोते समय अपने शरीर को पूर्ण आराम दें तथा सोते समय ध्यान रखें कि किसी भी अंग पर जोर न पड़ें। एक्‍सरसाइज करें =============== जिस तरह से बॉडी की एक्‍सरसाइज करने से सारी मांसपेशियां मजबूत होती है। उसी तरह खर्राटों को कम करने के लिए गले की मांसपेशियों की एक्‍सरसाइज होती है। नमक कम खाएं ============== नमक की अधिकता शरीर में ऐसे तरल पदार्थ का निर्माण करता है जिससे नाके के छिद्र में बाधा उत्‍पन्‍न होती है और खर्राटे आने लगते है। शोधकर्ता प्रोफेसर जिम हॉर्न के अनुसार, डाइट से नमक कम करके गले की भीतरी सूजन को कम करने में मदद मिलती है जिससे खर्राटे को रोकना आसान हो जाता है। सिर ऊंचा करके सोएं ================= अगर आपको खर्राटे की समस्‍या है तो आपको सोते समय सिर को थोड़ा ऊंचा करके सोना चाहिए। ऐसा करने से खर्राटे की समस्‍या से बचा जा सकता है। शरीर को पूर्ण आराम ================= सोते समय अपने शरीर को पूर्ण आराम दें तथा सोते समय ध्यान रखें कि किसी भी अंग पर जोर न पड़ें। भोजन की मात्रा कम लें ================== रात को सोने से पहले ज्‍यादा भोजन करने से भी खर्राटे की समस्‍या होती है। अगर आप भी इस समस्‍या से परेशान हैं तो सोने से पहले हल्‍का और कम भोजन करें, साथ ही साथ ही अधिक देर तक जागने से भी bache