Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 लक्ष्मी प्रप्ति व्रत
➡ * 26 अगस्त 2020 Budhwar से महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ*
🚩 भाद्रपद शुक्ल अष्टमी से आश्विन कृष्ण अष्टमी तक घर में अगर कोई महालक्ष्मी माता का पूजन करे और रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे तो उस के घर में लक्ष्मी बढ़ती जाती है…
➡ इस वर्ष ये योग 26 अगस्त 2020 Budhwar से 10 सितम्बर 2020 गुरुवार तक है…
🚩 1) महालक्ष्मी का पूजन करें .
🌙 2)रात को चन्द्रमा को अर्घ्य देना कच्चे दूध(थोडा सा) से फिर पानी से.. .
🚩 3)महालक्ष्मी का मन्त्र जप करना.
🌷 ॐ श्रीं नमः
🌷 ॐ विष्णु प्रियाय नमः
🌷 ॐ महा लक्ष्मै नमः
➡ इन में से कोई भी एक जप करे..
🚩 घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है तो
🚩 स्कंदपुराण और दूसरे ग्रंथों में बात आयी है कि जिन लोगों के घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है उनके लिए भाद्र शुक्ल अष्टमी ( 26 अगस्त, Budhwar) के दिन से लेकर आश्विन कृष्ण अष्टमी अर्थात 10 सितम्बर, गुरुवार तक महालक्ष्मी माता का पूजन विधान स्कंदपुराण, आदि ग्रंथो में बताया गया है और इस सरल विधान के अनुसार 16 दिनों में - 26 अगस्त से 10 सितम्बर तक नित्य प्रात: लक्ष्मी माता का सुमिरन करते हुए – ॐ लक्ष्मयै नम: ॐ लक्ष्मयै नम: ॐ लक्ष्मयै नम: मंत्र का 16 बार प्रति दिन जप करें और फिर लक्ष्मीमाता का पूजन करते हुए एक श्लोक पाठ करें । इससे समय, शक्ति खर्च नहीं होगी उल्टा पुण्य भी बढ़ेगा | श्लोक इस प्रकार है-
🚩 धनं धान्यं धराम हरम्यम, कीर्तिम आयुर्यश: श्रीयं,
दुर्गां दंतीन: पुत्रां, महालक्ष्मी प्रयच्छ मे '
*"ॐ श्री महालक्ष्मये नमः" "ॐ श्री महालक्ष्मये नमः,, pratyek Din 16 paath Shri sukt Ka 16 din kar liya Jaaye to Jivan mein bahut bada Parivartan hoga Unnati Ka Bada rasta khulega
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