बिना रोहिणी नक्षत्र के इस बार मनानी होगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 ============================ ✍🏻भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बिना रोहिणी नक्षत्र के ही मनाना होगा। तीन महानिशाओं में से एक मोहरात्रि का उत्सव मनाने के अधिकतम योग 11 एवं 12 अगस्त को मिल रहा है, रोहिणी की निकटता और विशेष मान्यता को देखते हुए Aaj 11 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना अधिक धर्म संगत है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि काशी, उज्जैन और देश के अन्य हिस्सों से प्रकाशित विभिन्न पंचांगों में ग्रह गणना के मूलभूत अंतर के कारण तिथियों में भिन्नता आती है। यही वहज है कि 11 और 12 दोनों ही दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने के योग बन रहे हैं। भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त को सुबह 0 6 बजकर 17 मिनट पर होगा। यह तिथि 12 अगस्त को Subah 8:00 Baje तक रहेगी। रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ 12 अगस्त की रात्रि को 0 1 बजकर 28 मिनट से हो रहा है और समापन 13 August ki Ratri 0 3 बजकर 14 मिनट पर होगा। ऐसे में 11 अगस्त को hi जन्माष्टमी मनाना सही sahi hai। अष्टमी पूजन का सर्वमान्य मुहूर्त 11 अगस्त की रात्रि chandrodaya 11 bagkar 21 minut per ho raha hai 11 Baazigar 21 minut se 12 bagkar 10 minute ke Madhya Janmashtami janmotsav Pujan karna chahie । उज्जैन के मतानुसार शैव संप्रदाय के लोग 11 एवं वैष्णव संप्रदाय के लोग 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। मथुरा और द्वारिका में 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा......!!