श्री कृष्ण जन्माष्टमी सरल व्रत निर्णय💐
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्णपक्ष, अष्टमी तिथि, वृषभ लग्न, रोहणी नक्षत्र,में बुधवार को हुआ था!
अष्टमी 11 अगस्त को सुबह 6: 17 बजे से प्रारम्भ होगी जो कि 12 अगस्त को प्रातः 0 8: 0 0 बजे तक रहेगी
रोहणी नक्षत्र 13 अगस्त को प्रातः 0 1: 28 बजे से 14 अगस्त प्रातः 0 3: 14 बजे तक रहेगा!
अतः व्रत का निर्णय एकादशी की तरह गृहस्थ और वैष्णव दोनों का अक्सर भिन्न होता है, गृहस्थियों के लिए रात्रि व्यापनी अष्टमी को व्रत करने का विधान है तथा वैष्णव लोग उदय व्यापनी तिथि को ग्रहण करते है,तथा भक्त अपने भाव से नक्षत्र को भी मानकर भगवान के जन्म,उत्सव सहित तीनों दिन व्रत ग्रहण कर इस पावन उत्सव को मनाकर आनंद प्राप्त करते है, इसलिए यह स्पष्ट है कि गृहस्थियों के लिए 11 अगस्त को ही व्रत करना उत्तम है, वैष्णव,साधु,सन्त 12 को व्रत व उत्सव एक साथ करेंगे!
आपको भगवान के प्राकट्य दिवस श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की अनेक शुभकामनाएं एंव बधाई!
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आपका जीवन मङ्गलमय हो!!
🙏🌹 Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 🌹
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