वास्तुदोष दूर करने में सहायक हैं वास्तु के ये 10 नियम,आजमाने से होगा फायदा
*ज्योतिषाचार्य डॉ उमा शंकर मिश्रा * ने बताया कि वास्तु विज्ञान कहता है कि कई बार व्यक्ति की सुख-समृद्धि में अड़चने और निरंतर परेशानियों का सामना करने की वजह घर का वास्तुदोष होता है। वास्तुदोष के कारण उत्पन्न समस्याओं के कारण व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से पीड़ित और आर्थिक रूप से परेशान रहता है। लेकिन वास्तु में कुछ सरल उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर आप काफी हद तक अपनी समस्याओं का निवारण कर सकते हैं।
रामायण पाठ करना है शुभ
घर में अखंड रूप से 9 बार रामायण का पाठ करने से वास्तुदोष का निवारण होता है। इसी प्रकार घर में 9 दिन तक अखंड कीर्तन करने से वास्तुजनित दोषों का निवारण होता है। शुभ फलों की प्राप्ति होती है एवं परिवार के सदस्यों को सुख-शांति मिलती है।
स्वास्तिक का चिन्ह
स्वास्तिक को वास्तु में बहुत शुभ और सकारात्मक ऊर्जा देने वाला प्रतीक माना गया है। मुख्यद्वार के ऊपर हनुमान जी के चरणों का सिंदूर लेकर नौ अंगुल लंबा नौ अंगुल चौड़ा स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और जहां पर भी वास्तु दोष है वहां इस चिन्ह का निर्माण करें वास्तुदोष दूर होकर सुख-समृद्धि का वास होगा।
लाल बल्ब लगाएं
मकान में रसोई घर सही स्थान पर नहीं बना हो तो उस रसोई घर के अंदर गैस चूल्हे को आग्नेय कोण में रख दें और रसोई के ईशान कोण में साफ बर्तन में जल भरकर रख दें। अग्निकोण में एक लाल बल्ब लगा दें और निरंतर जला कर रखें इससे फायदा होगा। ऐसा करने से आपके घर में धन का प्रवाह बना रहेगा और कहीं धन अटका हुआ है तो उसके मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
द्वार बनेगा शुभ
द्वार दोष और वेध दोष दूर करने के लिए शंख, सीप, समुद्री झाग, कौड़ी लाल कपड़े में बांधकर दरवाजे पर लटकायें। मुख्य द्वार को हमेशा साफ-सुथरा रखें। इसी प्रकार बीम के दोष को दूर करने के लिए बीम को सीलिंग टायल्स से ढंक दें एवं बीम के दोनों ओर बांस की बांसुरी लगायें।
घोड़े की नाल
घोड़े की नाल लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर बुरी शक्तियां दूर भागती हैं। यदि आपके घर का मुख्यद्वार उत्तर या पश्चिम दिशा में है तो घर के द्वार पर घोड़े की लोहे वाली नाल लगायें। लेकिन नाल अपने आप गिरी होनी चाहिए।
तुलसी और केला होंगे लाभकारी
तुलसी में सभी प्रकार के कीटाणुओं और नकारात्मक शक्तियों को दूर भगाने का अद्भुत सामर्थ्य है। घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर एक ओर केले का वृक्ष और दूसरी ओर तुलसी का पौधा गमले में लगायें। घर के ब्रह्मस्थान में भी तुलसी का पौधा रखने से समस्त वास्तुजनित दोष दूर होते हैं। यदि भूखंड खरीदे हुए बहुत समय हो गया हो और मकान बनने का योग ना आ रहा हो तो उस प्लाट में अनार का पौधा पुष्य नक्षत्र में लगायें।
भौम यंत्र
यदि दुकान में चोरी होती हो या अग्नि लगती हो तो भौम यंत्र की स्थापना करें। यह यंत्र पूर्वोत्तर कोण या पूर्व दिशा में, फर्श से नीचे दो फीट गहरा गङ्ढा खोदकर स्थापित किया जाता है।
दक्षिण में सोने से होगा लाभ
वास्तुदोष के कारण यदि घर में किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आती या स्वभाव चिडचिडा रहता हो, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके शयन कराएं, इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।
नकारात्मकता दूर करे हल्दी
घर में सकरात्मक ऊर्जा के संचार के लिए मुख्य द्वार के दोनों तरफ हल्दी से शुभ-लाभ लिखने से फायदा होगा। या फिर हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिड़काव करें इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा घर में शांति भी बनी रहती है।
दीपक जलाएं और शंखनाद करें
अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित रूप से सुबह-शाम जलाएं तथा शंख की ध्वनि दिन में दो बार सुबह और शाम के समय करने से नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर निकलती है।
*ज्योतिषाचार्य डॉ उमा शंकर मिश्रा 94 1508 7711
Astrovinayakam0630@gmail.com
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