सूर्य का मकर मे गोचर......
संकट मोचन हनुमान जी बाबा नीमकरोरी जी महाराज की जय हो
सूर्य का मकर राशि में गोचर - 15 जनवरी, 2020 को हो चुका है राशियों पर सूर्य का क्या प्रभाव पड़ेगा इस वर्ष आइए देखते हैं
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र विभव खंड 2 गोमती नगर 94150 87711 92357 22996
ज्योतिष के अनुसार जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति काफी महत्वपूर्ण स्थान रखती है। मेष राशि में 10 अंशों पर सूर्य पूर्ण उच्च तथा तुला राशि में 10 अंशों पर सूर्य पूर्ण नीच अवस्था में माना जाता है। सिंह राशि में 1 से 20 अंश तक सूर्य मूल त्रिकोण तथा 20 अंश के बाद स्वराशि में स्थित माना जाता है। सूर्य को क्रूर ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। साथ ही सूर्य को काल पुरुष की आत्मा माना गया है। इसे पूर्व दिशा का स्वामी तथा लाल रंग का द्योतक माना जाता रहा है वहीं इसे पुरुष ग्रह भी माना गया है। सूर्य मानव शरीर में हड्डियों पर अधिकार रखता है तथा पित्तकारक होता है। यह मनुष्य को आत्मबल देता है और इसे आरोग्य का कारक भी माना जाता है। यह अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्र, मंगल और बृहस्पति सूर्य के मित्र माने जाते हैं। बुध ग्रह सूर्य के लिए सम है तथा शुक्र और शनि को सूर्य का शत्रु माना जाता है।
ज्योतिष में सूर्य ग्रह को काफी महत्व दिया गया है। क्योंकि यह जगत की आत्मा है। सूरज जब गोचर वर्ष मकर राशि में प्रवेश करता है तो इसका काफी अच्छा प्रभाव माना गया है। मकर राशि सूर्य देव के पुत्र शनि देव की राशि है इसलिए ऐसा माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र से मिलने जाते हैं। मकर राशि में प्रवेश के साथ ही सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं और इसी दिन से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन को विभिन्न स्थानों पर मकर संक्रांति के पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। भारतवर्ष के तमिलनाडु राज्य में सूर्य का मकर राशि में गोचर पोंगल के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। वहीं राजस्थान और गुजरात में इसे उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। जब मकर संक्रांति सूर्यास्त के बाद होती है तो संक्रांति संबंधी समस्त शुभ कार्य अगले सूर्योदय के बाद संपन्न किए जाते हैं। इस बार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश क्या हुआ आपके जीवन मे लाभ या हानि जाने इस वर्ष के जातकों पर सूर्य का प्रभाव
सूर्य पिता का कारक होता है चंद्रमा माता का कारक होता है सूर्य को चंद्रमा को अनुकूल करने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है माता पिता का प्रत्येक दिन चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लिया जाए अपने माता-पिता का प्रणाम करके देखें 2020 में 1 वर्ष का प्रयोग करके आपकी जिंदगी बदल जाएगी बेटर बेटर अच्छा अच्छा ही होगा
मेष
सूर्य आपके पंचम भाव का स्वामी है और इसका गोचर आपके दशम भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको उच्च पद की प्राप्ति अथवा पदोन्नति हो सकती है। सरकारी क्षेत्र से धन लाभ होने के मार्ग खुलेंगे और आपका स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। इस दौरान आपको अपने मित्रों, परिजनों तथा समाज के सम्मानित व्यक्तियों से मिलने का मौका मिलेगा। इनके माध्यम से भविष्य में आपको अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे। आप जिस कार्य में हाथ डालेंगे उसमें आपको सफलता प्राप्त होगी। आपने जो शिक्षा अर्जित की है उसका प्रयोग आप अपने कार्य में करेंगे तो आपको जबर्दस्त लाभ मिलेगा। आपकी संतान भी आपके व्यवसाय में अपना योगदान देगी। आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। यदि आप सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं तो इस दौरान आपको अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी और आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों के सानिध्य में रहेंगे। जो लोग नौकरी करते हैं उनकी नौकरी में बदलाव के संकेत दिखाई देते हैं। लेकिन यह बदलाव आप की बेहतरी के लिए होगा इसलिए निश्चिंत रहें।
उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना आपके लिए बेहतर रहेगा।
वृष
सूर्य आप के चतुर्थ भाव का स्वामी हैं और इस का गोचर आपके नवम भाव में होगा। इस दौरान आपके पिताजी का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है अथवा आप से उनका मतभेद होने की भी संभावना है। इस दौरान आपकी आमदनी में किसी प्रकार की कमी आ सकती है लेकिन यह कमी आने वाले धन लाभ की ओर इशारा कर रही है। इस दौरान समाज में आपकी स्थिति पर अनुकूल प्रभाव पड़ सकता है। मानसिक रूप से आप काफी अशांत रह सकते हैं। हालांकि गोचर की इस अवधि में आप तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं अथवा धार्मिक क्रियाकलापों में आप का बहुत मन लगेगा। आप के किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के संयोग बनेंगे। यह यात्रा आपके लिए दूरगामी अच्छे परिणाम लेकर आएगी। यदि आप व्यापार करते हैं तो इस दौरान मुनाफा कम आएँगे। आपके भाई बहनों को किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आप की नौकरी में ट्रांसफर के योग बन सकते हैं। जो लोग नौकरी में प्रोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे हैं उनके लिए अनुकूल समय आ गया है। आप को अपने प्रयासों में तेजी लानी चाहिए।
उपाय: प्रतिदिन प्रात काल उठ कर उगते हुए सूर्य के दर्शन करें और सूर्य नमस्कार करें।
मिथुन
सूर्य आपके तृतीय भाव का स्वामी होकर आपके अष्टम भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपके पुराने राज खुलकर सामने आ सकते हैं। यदि पूर्व में आपने कोई विधि के विरुद्ध कार्य किया है तो आपको शासन द्वारा दंडित भी किया जा सकता है। आपका अपने शत्रुओं से झगड़ा हो सकता है तथा खांसी आदि शारीरिक व्याधि आपको परेशान कर सकती है। जीवनसाथी से रिश्ते में तनाव की वृद्धि हो सकती है और लोगों द्वारा किसी प्रकार निंदा की जा सकती है। रिसर्च से जुड़े लोगों को इस दौरान अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। किसी गुप्त विद्या को सीखने की आपकी इच्छा बलवती होगी और आप उसे प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यदि आप नौकरी करते हैं तो इस दौरान आपको और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी तथा किसी भी प्रकार के षड्यंत्र में पड़ने से बचना होगा। क्योंकि कार्यक्षेत्र में स्थितियां आपके अनुकूल नहीं रहेंगी। किसी वरिष्ठ अधिकारी से व्यर्थ उलझने का प्रयास ना करें। इस अवधि में आपके सामने कुछ खर्चे अचानक से उपस्थित हो जाएंगे जो आपके वित्तीय प्रबंधन को हिला सकते हैं।
उपाय: अपने पिता की सेवा करें और प्रात काल उठ कर उनके चरण स्पर्श करें।
कर्क
सूर्य आप के द्वितीय भाव का स्वामी है और सूर्य का गोचर आपके सप्तम भाव में होगा। इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में परेशानी आ सकती हैं और आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य भी पीड़ित हो सकता है। हालांकि इस दौरान आपको धन संबंधी कोई परेशानी नहीं आएगी। इसके अतिरिक्त अपने परिवार वालों एवं मित्रों से मतभेद होने की भी संभावना रहेगी। विभिन्न कार्यों में असफलता मिलने से आपका मन उदास रह सकता है। इस दौरान यात्रा होने की भी संभावना रहेगी तथा आपको अपने पेट का ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान आप अपने जीवन साथी पर धन खर्च करेंगे। धन अर्जन करने की इच्छा के कारण आप किसी नए कार्य को शुरू करने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन संभलकर एक सधी हुई शुरुआत करें। जो लोग साझेदारी में व्यवसाय करते हैं उन्हें अपने साझीदार को प्रसन्न रखने का प्रयास करना चाहिए। सूर्य का गोचर मानसिक रोग से तनाव बढ़ाने वाला सिद्ध हो सकता है।
उपाय: तांबे के पात्र में सूर्य देव को प्रतिदिन प्रातः काल 8 बजे से पहले अर्घ्य दें।
सिंह
सूर्य आपकी राशि का स्वामी है और गोचर की अवधि में सूर्य आपके षष्ठम भाव में होगा। सूर्य के गोचर की यह अवधि आपके लिए बेहतरीन सिद्ध होगी। सरकारी नौकरी हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों को अच्छी सफलता प्राप्त होगी। आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे और कोर्ट कचहरी जैसे मामलों में आपको सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे लेकिन उसके लिए आपको कठिन परिश्रम भी करना होगा और अपने आप को सिद्ध करना होगा। दूसरी और आपके खर्चों में भी वृद्धि हो सकती है जिस पर ध्यान देना आपके लिए आवश्यक होगा। कार्य में अत्यधिक व्यस्तता के कारण आप अपने स्वास्थ्य पर कम ध्यान देंगे जिस कारण स्वास्थ्य कष्ट हो सकते हैं। जो लोग राजनीति के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। आपको अपने मातृ पक्ष के लोगों से मिलने का मौका मिलेगा और उनकी सहायता से आपका कोई अटका हुआ काम बन सकता है। यदि आप किसी पर मुकदमा करना चाहते हैं तो यह समय उसके लिए अच्छा रहेगा।
उपाय: उत्तम गुणवत्ता का माणिक रत्न रविवार के दिन धारण करें।
कन्या
सूर्य आपके द्वादश भाव का स्वामी है और सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में होगा। इस दौरान आपके मन में व्याकुलता बनी रहेगी। आपको अपने मित्रों से किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपकी संतान को शारीरिक रूप से कष्ट हो सकते हैं तथा आपकी शिक्षा में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। यदि आप शिक्षा के उद्देश्य से विदेश जाना चाहते हैं अथवा किसी विदेशी विश्वविद्यालयों में दाखिला पाना चाहते हैं तो इस दौरान प्रयास करने पर सफलता मिल सकती है। इसके अतिरिक्त विदेशी संपर्कों से अथवा मल्टीनेशनल कंपनियों के माध्यम से आपको अच्छा धन लाभ होगा। इस दौरान आपको अपने कार्यों में आने वाली रुकावटओं का सामना करना पड़ेगा लेकिन यदि आप अपने आत्मबल को बढ़ाएं तो हर काम में सफलता पा सकते हैं। आपके प्रेम जीवन के लिए यह समय उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। किसी भी विवाद को इतना ना पड़ने दें कि आपका रिलेशनशिप बिखर जाए। विद्यार्थियों को इस दौरान अधिक मेहनत करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: रविवार के दिन सूर्य मंदिर अथवा भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर लाल रंग का वस्त्र दान करें।
तुला
सूर्य आपके एकादश भाव का स्वामी होकर गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होगा। इस गोचर अवधि के समय आपके पारिवारिक जीवन में कुछ शांति का वातावरण रहेगा। आपकी माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है तथा घर में स्वयं को सबसे ऊपर सिद्ध करने की आपकी प्रवृत्ति के कारण लड़ाई झगड़ा हो सकता है। इस दौरान प्रॉपर्टी रेंटल के माध्यम से आप अच्छा धन अर्जित कर सकते हैं। साथ ही ऐसी संभावना बनेगी की वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से आप कोई प्रॉपर्टी अथवा वाहन खरीद पाएं। आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। कोई पुरानी चली आ रही बीमारी अथवा कोई लंबी बीमारी आपको कष्ट दे सकती है इसलिए स्वास्थ्य संबंधित किसी भी परेशानी को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें। इस दौरान आप अपने घर और परिजनों पर धन खर्च कर सकते हैं। आमदनी में थोड़ी कमी रहेगी लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपका कोई कार्य रुकेगा नहीं। आपको अपने बड़े भाई बहनों से अच्छा सहयोग मिलेगा और उनके माध्यम से सुख की प्राप्ति होगी।
उपाय: रविवार के दिन बैल को गुड़ खिलाएं और उसकी सेवा करें।
वृश्चिक
सूर्य आपके दशम भाव का स्वामी है और गोचर की अवधि में सूर्य आपके तृतीय भाव में स्थित होगा। इस दौरान आपको स्वास्थ्य लाभ होगा और आपको अपने प्रयासों के उचित परिणाम प्राप्त होंगे। आपके भाई बहनों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी तथा कोई पुराना रोग अगर अभी भी चल रहा है तो उससे निजात मिलेगी। अपनी मित्र मंडली में आप की प्रशंसा होगी तथा संतान के माध्यम से लाभ और सुख की प्राप्ति होगी। इस दौरान अपने कार्य में स्वयं के अलावा अन्य किसी पर भरोसा ना करें और ना ही किसी पर निर्भर रहें। आप जहां काम करते हैं वहां आपके सहकर्मी आपको अपेक्षित सहयोग नहीं देंगे इसलिए उनके प्रति सचेत रहें। छोटी दूरी की यात्राओं से आपको लाभ होगा और यदि आप एक व्यापारी हैं तो ये यात्राएं आपके लिए काफी लाभदायक सिद्ध होंगी। यह समय है अपने प्रयासों को और बढ़ाने का जिससे कि भविष्य में उन्नति का रास्ता प्रशस्त हो सके।
उपाय: अपने हाथ में कलावा अथवा मौली छह बार घुमाकर बांधें।
धनु
सूर्य आपके नवम भाव का स्वामी है। सूर्य का गोचर आपके द्वितीय भाव में होगा। इस गोचर की अवधि में आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा क्योंकि उसमें कर्कशता बढ़ने के कारण आपको परेशानी हो सकती है। आपके कुटुंब में किसी बात को लेकर बहस हो सकती है तथा सिर एवं नेत्र में पीड़ा होने की भी संभावना रहेगी। खाने पीने में अच्छे भोजन का ध्यान रखें और अधिक तेल मसाले वाला भोजन अथवा बासी व गरिष्ठ भोजन से बचें अन्यथा स्वास्थ्य कष्ट हो सकता है। पिताजी के माध्यम से इस दौरान आपको धन लाभ हो सकता है। यदि आप नौकरी करते हैं तो इस दौरान अपने प्रदर्शन को और अच्छा करें जिससे अधिकाधिक लाभ की स्थिति में आ सकें। वहीं दूसरी ओर यदि आप कोई व्यवसाय करते हैं तो आपका व्यापार वृद्धि की ओर अग्रसर होगा और आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे जिससे धन आने का मार्ग सुगम होगा। आपके पिताजी को उनके कार्य क्षेत्र में अच्छे परिणामों की प्राप्ति हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन हरिवंश पुराण का पाठ करें और भगवान विष्णु की आराधना करें।
मकर
सूर्य आप के अष्टम भाव का स्वामी होकर आपकी ही राशि में गोचर के दौरान प्रवेश करेगा, इसलिए इस गोचर का विशेष रूप से प्रभाव आपके ऊपर पड़ेगा। इस गोचर के दौरान आप को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि आपको पेट संबंधित रोग, बुखार आदि होने की संभावना रहेगी और इस दौरान आपकी मानसिक चिंताएं बढ़ सकती हैं। लेकिन आपको चिंतित नहीं होना है और स्वयं धैर्य धारण करना है ताकि स्थितियों का सामना करने के लिए आप सबल रह सकें। आपको कुछ अचानक सामने आने वाली यात्राओं पर जाना पड़ सकता है तथा किसी से झगड़ा होने की भी संभावना रहेगी। आपका मन रहस्यमयी और गूढ़ विद्याओं की ओर आकर्षित होगा तथा शोध करने की और भी आपका मन लालायित रहेगा। इस दौरान आप धन संबंधी भविष्य की योजनाएं बनाएंगे। धन संबंधित स्थितियां अनुकूल रहेंगे और आप ईश्वर आराधना में भी मन लगाएंगे। आपको अपने दांपत्य जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: श्वेतार्क वृक्ष को जल दे तथा सूर्याष्टक का पाठ करें।
कुम्भ
सूर्य आपके सप्तम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान सूर्य आपके द्वादश भाव में प्रवेश करेगा। इस दौरान आप विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। कुछ समय के लिए संभव है कि आपको अपने परिजनों से दूर जाना पड़े। जीवनसाथी से रिश्ते में तनाव बढ़ सकता है तथा उनका स्वास्थ्य भी कमजोर होने की संभावना है। आपके खर्चों में अप्रत्याशित वृद्धि होने के योग बनेंगे जिस पर नियंत्रण रखना आपके लिए आवश्यक होगा, अन्यथा आर्थिक रूप से कुछ परेशानियां आप के सामने प्रस्तुत हो सकती हैं। धर्म संबंधित कार्यों पर आप अधिक धन खर्च कर सकते हैं। हल्की फुल्की आमदनी बनी रहेगी। इस दौरान आपको नेत्र संबंधित विकार होने अथवा बुखार होने की संभावना अधिक रहेगी। साथ ही ऐसी संभावना भी है कि इस दौरान आपको नींद कम आए। विदेशी व्यापार में अच्छा लाभ अर्जित करेंगे और आपके विदेशी संपर्कों में वृद्धि होगी।
उपाय: भगवान विष्णु की आराधना करें और रविवार के दिन गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाकर लोगों में बांटे।
मीन
सूर्य आपके षष्ठम भाव का स्वामी होकर गोचर के दौरान आपके एकादश भाव में प्रवेश करेगा। गोचर की इस अवधि में आपके लिए विभिन्न प्रकार के लाभ के मार्ग खुलेंगे। वरिष्ठ अधिकारी आपके पक्ष में रहेंगे और इससे आपको विशेष आर्थिक तथा सामाजिक लाभ मिलेगा। आपके बड़े भाई बहनों का सहयोग आपको प्राप्त होगा तथा आपकी महत्वाकांक्षाओं और अभिलाषाओं की पूर्ति होगी। नौकरी पेशा लोगों को वेतन में वृद्धि होने से अत्यंत प्रसन्नता हो सकती है। पुराने समय से अटके हुए कार्य पूर्ण होंगे। आपकी योजनाओं को गति मिलेगी। शत्रुओं पर विजय की प्राप्ति होगी तथा विवाद के द्वारा धन की प्राप्ति के माध्यम दिखाई देंगे। सरकारी कार्यों अथवा सरकारी क्षेत्र से भी लाभ होने की पूर्ण संभावना बनेगी। यदि आप कोई खेल खेलते हैं तो इस दौरान उसमें कोई बड़ा इनाम अथवा उपलब्धि प्राप्त कर पाएंगे। इस दौरान समाज के सम्मानित और गणमान्य लोगों से मुलाकात करने का अवसर प्राप्त होगा जो आपको जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
उपाय: रविवार के दिन गुड़ का दान करना आपके लिए हितकर रहेगा।
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