मकर संक्रांति के समय यह सरल पूजन कर सूर्यनारायण की कृपा प्राप्त करे । ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा 94150 87711 92357 22996 सूर्यनारायण आत्मा के प्रतीक और ग्रहों के राजा है । रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ाते है । मनोबल को ताकत प्राप्त होती है । 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाए जाने के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि इस साल सूर्य का मकर राशि में आगमन 14 जनवरी मंगलवार की मध्य रात्रि के बाद रात 2 बजकर 7 मिनट पर हो रहा है। मध्य रात्रि के बाद संक्रांति होने की वजह से इसके पुण्य काल का विचार अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त से लेकर दोपहर तक होगा। संक्षिप्त सूर्य पूजन सूर्य का ध्यान करे पद्मासन: पद्मकरो द्विबाहु: पद्मद्युति: सप्ततुरंग वाहन: ! दिवाकरो लोकगुरु: किरीटी मयि प्रसादं विदधातु देव: !! अब सूर्य का पंचोपचार पूजन करे ॐ ह्रीं सूर्याय नम: गंधं समर्पयामि ॐ ह्रीं सूर्याय नम: पुष्पं समर्पयामि ॐ ह्रीं सूर्याय नम: धूपं समर्पयामि ॐ ह्रीं सूर्याय नम: दीपं समर्पयामि ॐ ह्रीं सूर्याय नम: नैवेद्यं समर्पयामि अब सूर्य को प्रणाम करे जपाकुसुम संकाशं काश्यपेय महाद्युतिं तमोरिं सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मि दिवाकरं सूर्य के 12 नामों का उच्चारण कर प्रणाम करे या पुष्प अक्षत अर्पण करे ॐ मित्राय नम: ॐ रवये नम: ॐ सूर्याय नम: ॐ भानवे नम: ॐ खगाय नम: ॐ पूष्णे नम: ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ॐ मरीचये नम: ॐ आदित्याय नम: ॐ सवित्रे नम: ॐ अर्काय नम: ॐ भास्कराय नम: अव सूर्य गायत्री से सूर्यको अर्घ्य दे ॐ भास्कराय विद्महे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ॐ भास्कराय विद्महे महाद्युतिकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ॐ आदित्याय विद्महे मार्तंडाय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् उसके बाद सूर्य अष्टक स्तोत्र, आदित्य हृदय स्तोत्र , सूर्य अथर्वशीर्ष इनमे से एक या सभी सूर्य स्तोत्रों का पाठ करे .. और निम्न सूर्य मंत्र का यथाशक्ती जप करे ॐ ह्रीं सूर्याय नम: *🙏🙏जय महाकाल जी🙏🙏