न्यायाधीश "शनिदेव" की कृपा के लिए काली वस्तु नहीं काले कारनामों का त्याग श्रेयस्कर।* ÷jyotishacharya Dr Umashankar mishr÷9415087711÷÷÷ क्या करें ? - 1- माता-पिता, का यथायोग्य सम्मान, सहयोग एवं स्नेह । 2- हर स्त्री को माँ लक्ष्मी का स्वरूप समझ के आदर ।(पुरुषों के लिए ) 3- महिला होने के कारण कोई अवांछित वस्तु मिले तो अस्वीकार करें । (महिलाओं के लिए) 4-विधिक नियमों (आध्यात्मिक तथा संवैधानिक) के अनुसार जीवन की आदत डालना । 5-गलतियों का पश्चाताप करना । 6- काली वस्तु यथा तेल, तिल, काला कपड़ा की जगह काले कारनामों का त्याग मतलब मन से निकालना । क्या न करें ? - 1-मन में यह धारणा कि 'मैं बहुत चालाक और दिमागदार हूँ' तो इसे भूल कर इसका उपयोग न करना । 2- असम्मानित, अनीति से तरक्की पाए लोगों की जी-हुजूरी से बचना । 3-एक झूठ ढेरों पुण्य को खत्म करता है, इसलिए झूठी बातों से बचना । 4- हर व्यक्ति भगवान का चलायमान मन्दिर है, अतः किसी को ठगने से परहेज । 5- जिह्वा पर गन्दे शब्दों से माँ सरस्वती को पीड़ा होती है, अतः इससे बचना । 6-शास्त्रीय नियमों का पालन जरूर करना पर अंधविश्वास में न पड़ना और न बढ़ावा देना ।