*चंद्र ग्रहण 2023 *-------------------------------------((*jyotishacharya Dr Umashankar Mishra--9415087711))--
-28 अक्टूबर सन 2023 शरद पूर्णिमा दिन शनिवार के अवसर पर होने वाले चंद्र ग्रहण के बारे में कुछ विशेष ज्ञातव्य बातें....
1.. यह ग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण के नाम से जाना जाएगा संपूर्ण भारत भूभाग में दृश्य होगा,,
2... इसका सूतक दिन में 4:00 बजे करीब प्रारंभ हो जाएगा ।।
3....यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका पश्चिमी भाग को छोड़कर के संपूर्ण विश्व में दिखाई देगा जहां ग्रहण दृश्य होगा उन्हीं स्थानों पर ग्रहण का सूतक नियम दान पुण्य आदि मान्य होंगे।।
4.... यह चंद्र ग्रहण रात को 1:05 से रात्रि बेला में 2:23 तक रहेगा।।
5.... ग्रहण काल कुल मिलाकर के एक घंटा 18 मिनट यानी टोटल 78 मिनट तक रहेगा।।।
6..... चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर के प्रारंभ कल में अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है जो की मेष वृषभ कन्या और मकर राशि वालों के लिए हानिकारक अशुभ फल देने वाला है।।
7.... चंद्र ग्रहण से सिंह तुला धनु और मीन राशि वालों के लिए सामान्य मध्य जैसा रहेगा बहुत ज्यादा कोई हानि या बहुत कुछ लाभ देने वाला नहीं है सामान्यत रहेगा।।।
8..... मिथुन कर्क वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण लाभ देने वाला रहेगा उनको ग्रहण का दर्शन करने से किसी भी प्रकार का कोई भी हानि नहीं मानी जाएगी शुभ रहेगा।।।
9..उपाय.... जिन लोगों को ग्रहण दृश्य निषेध लिखा हुआ है वह लोग नमक तेल चावल तेल मीठा लोहा काला कंबल कपड़ा आदि दान कर सकते हैं ऐसा करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव उनको नहीं लगेगा।।
10..... ग्रहण काल में जो भी कोई पूजा पाठ यंत्र तंत्र मंत्र नारायण कवच लक्ष्मी कवच आदि रहस्य को जानते हैं उसे समय वह उन मंत्र अधिकों को सिद्ध करके जागृत कर सकते हैं और जनता जनार्दन की सेवा में प्रयुक्त कर सकते हैं विशेष मुहूर्त है।।
11..... करीब 30 वर्षों बाद में पूर्णिमा के दिन गजकेसरी योग गुरु चंद्र के सहयोग से बन रहा है,,
12....करीब करीब 30 वर्षों से शरद पूर्णिमा के दिन इस तरह का चंद्र ग्रहण योग नहीं पड़ा है यह पहली मर्तबा है इस पीढ़ी के लोगों के सामने जब के भगवान श्री रस बिहारी ठाकुर जी को खीर का भोग उनके आंगन में नहीं लगाया जा सकेगा।।।
13..... खीर का भोग... ग्रहण कल के बाद में हर वस्तु पवित्रता के साथ स्नान ध्यान से निवृत्त होकर के खीर व्यंजन आदि निर्माण करें और फिर अपने ठाकुर राज बिहारी भगवान को भोग लगा में और सूर्य उदय के सामने उसका प्रसाद लेने से उतना ही पुण्य की और स्वास्थ्य रक्षा की प्राप्ति रहेगी।।
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सादर जय श्री कृष्णा राधे राधे ।।
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