समय कम है तो ऐसे करें दुर्गा सप्‍तशती का पाठ; चमकेगा भाग्‍य, तेजी से मिलेगा धन-वैभव!। _ ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र आकांक्षा श्रीवास्तव_9415087711-9140953694 शारदीय नवरात्रि के दौरान दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करना मां दुर्गा की अपार कृपा दिलाता है. सही तरीके से पाठ करने से खूब धन-दौलत मिलती है.शारदीय नवरात्रि में दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करना बहुत लाभ देता है. वैसे तो कई लोग रोज ही दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करते हैं. ऐसा करने से दुख-तकलीफें दूर रहती हैं और जीवन में खूब सुख-समृद्धि रहती है. हालांकि दुर्गा सप्‍तशती का पूरा पाठ करने में कम से कम 3 घंटे लगते हैं इसलिए इतना समय निकाल पाना सभी के लिए संभव नहीं हो पाता है. ऐसी स्थिति के लिए कम समय में संपूर्ण दुर्गा सप्‍तशती पढ़ने जैसा संपूर्ण लाभ पाने के लिए एक आसान उपाय है. मान्‍यता है कि यह आसान उपाय खुद भगवान शिव ने बताया है. दुर्गा सप्तशती में 13 अध्याय हैं, जिनको तीन चरित्रों में बांटा गया है. प्रथम चरित्र में मधु कैटभ वध की कथा है, वहीं दूसरे चरित्र में माता रानी द्वारा महिषासुर के संहार का वर्णन और उत्तर चरित्र में शुम्भ-निशुम्भ वध और सुरथ एवं वैश्य देवी मां से मिले वरदान के बारे में बताया गया है. कम समय में दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण लाभ यदि कम समय में दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण लाभ पाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले कवच, कीलक व अर्गला स्त्रोत का पाठ करना चाहिए. इसके बाद कुंजिका स्त्रोत का पाठ कर लें. ऐसा करने से भी दुर्गा सप्‍तशती के संपूर्ण पाठ का फल प्राप्‍त हो जाता है. पुराणों में कहा गया है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को यह उपाय बताया था. दुर्गा सप्तशती पाठ के फायदे इस तरह कम समय में दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करने से आर्थिक समस्‍याएं दूर होती हैं. साथ ही शत्रुओं से निजात मिलती है. जिन लोगों के मामले में कोर्ट-कचहरी में चल रहे हैं, उन लोगों को दुर्गा सप्‍तशती का पाठ जरूर करना चाहिए. इससे आपके पक्ष में फैसला आएगा. लेकिन ध्‍यान रखें कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के बाद दान जरूर देना चाहिए. इससे मां दुर्गा प्रसन्‍न होकर हर काम में सफल‍ता देती हैं और हर बाधा दूर करती हैं. *