छोटी बातों का रखें ध्यान शनि होंगे प्रसन्न Jyotishacharya Dr Umashankar mishr-9415087711 प्रात:काल सूर्य उदय होने से पूर्व उठकर सूर्य भगवान की पूजा करें, गुड़ मिश्रित जल को चढ़ाएं। माता-पिता और घर के बुजुर्गों की सेवा करें। शनिवार को व्रत रखें, शनिदेव के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करें। गुरु या गुरुतुल्य के आशीर्वाद लेते रहें। गरीबों, असहायों को काला कंबल सप्तधान्य, काले वस्त्र दान करें। किसी को अकारण कष्ट नहीं दें और प्रत्येक को भगवान का स्वरूप समझें। पारिवारिक भरण-पोषण के लिए ईमानदारी और मेहनत से कमाए धन का सदुपयोग करें। अपने ईष्ट पर अटूट श्रद्धा और विश्वास रखें और नियमित रूप से उनकी पूजा-अर्चना करें। जो व्यक्ति कर्म और मन से सात्विक हो, परोपकार वृत्ति हो, गरीबों को अपनी समर्थता के अनुसार दान करता हो। दुर्व्यसन से परहेज करता हो। प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। शनि की वस्तुओं का दान ग्रहण नहीं करें। चार, पांच, छह, सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें। शनिवार, मंगलवार को हनुमानजी को चमेली के तेल का दीप जलाएं, दर्शन का लाभ लें। मंगलवार, शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें। शनिदेव का सरसों के तेल एवं काले तिल से अभिषेक करें। काले घोड़े की नाल का छल्ला शनिवार के दिन मध्यमा अंगुली में धारण करें। कटैला जमुनिया, नीलम धारण करें। ज्योतिष गणना के बाद। इनमें से एक या दो क्रिया करने मात्र से शनि देव के कोप भाजन होने से बचा जा सकता है