क्या हर दुःख का कारण शनि देव हैं?
.... ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र 94150 87711..............................................
कुंडली देखते ही हमारा ध्यान सिर्फ शनि या राहु पर ही जाता है l
और सीधा सा आरोप हम शनि और राहु पर लगा देते हैं l
सूर्य खराब हो जाय तो राष्ट्र दंड भोगना पड़ता है l इनकमटैक्स, सेलटैक्स, घोटाला इन सभी में जेल जाना पड़ता है l सरकारी नौकरी में सस्पेंड होना या बर्खास्त होना सभी सूर्य के कारण होता है l शरीर के रीड की हड्डियों में दर्द, आखों की रौशनी में कमी सब का कारण हमारा सूर्य है l पिता से व्यमनस्य की प्रविर्ति l ह्रदय समन्धि रोग l
चन्दमा ख़राब हो जाय तो व्यक्ति विक्षिप्त हो सकता है l शरीर में पानी की कमी l बैभव की कमी l माता को कष्ट l मूत्र रोग l मिर्गी, पानी से डर l
बुद्ध ख़राब हो जाय तो तोतलाहा, हकलाहा, दम्मा, त्वचा रोग होता है l व्यक्ति अपनी ही बातों को ठीक से एक्सप्लेन नहीं कर पाता l अच्छा व्यक्ता नहीं बन सकता l व्यक्ति लम्फट होता है ल उसके बात की कोई महत्व नहीं होता l
गुरु ख़राब हो जाय तो शिक्षा में कमी, परिवार से दूर कमाने के लिये वाध्य हो जाता है l संतान सुख में कमी होता है l पेट, गुर्दा समन्धित रोग देता है l डाईविटीज होता है l
जीवन में विस्तार नहीं हो पाता l धार्मिक कामों में कमी l
मंगल ख़राब हो जाय तो व्यक्ति डरपोक, अस्वस्थ हो जाता है l
कभी कभी अपंग बना देता है l शरीर में रक्त की कमी, रक्त में विकार, विरु होता है l चिड़चिड़ापन, जिद्दीपन लाता है l
शुक्र ख़राब हो जाय तो भौतिक और सांसारिक सुख दोनों ख़राब हो जाते हैं l घर में श्री रहता ही नहीं है l पारिवारिक सुख नहीं मिलता l यौन समन्धित रोग, जीवन में भटकाव लाता है l नीच स्त्रियों से संपर्क l
शनि ख़राब हो जाय तो कर्म छेत्र में वाधा, सजा युक्त अपराधी, एकांतवास, पारिवारिक विक्छेद, मांसपेशियों में दर्द, भटकाना l
राहु की खराबी से आपराधिक छवि, गलत रास्तों पर चलना, इज्जत प्रतिष्ठा धुमिल होना, शिकायत की प्रविर्ति, दोषारोपण करना, कलंकित होना, झूठ बोलना, शराबी होना, नीच से दोस्ती l
केतु की खराबी स्मैक, गांजा जैसे सूखे नशे का लत, कैंशर जैसी बीमारी का होना, चमकने की बीमारी, शारीरिक तड़प, धार्मिक कार्यों में बाधा l
यानि ग्रह जो हैं वो बराबर के दोषी होते हैं l सिर्फ एक शनि को या राहु को लेकर बैठ जाय और पूरी कुंडली का निर्णय ले ले l ऐसा नहीं है l ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र विभव खंड 2 गोमती नगर एवं वेद राज कंपलेक्स पुराना आरटीओ चौराहा लाटूश रोड लखनऊ 94150 87711
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