18 जून की मध्यरात्रि से उल्टी चाल चलेंगे Shani Dev
Jyotishacharya Dr Umashankar Mishra-9415087711
ब्रह्मांड के सर्वोच्च न्यायाधीश शनि महाराज 18 जून की मध्यरात्रि से उल्टी चाल चलेंगे शनि कुंभ राशि में 8 अंश पर वक्री होंगे तथा इसी राशि में वक्र गति में विचरण करते हुए 24 अक्टूबर को एक अंश पर कुंभ राशि में मार्गी होंगे इस प्रकार शनि 4 माह 6 दिन उल्टी चाल चलेंगे अक्टूबर से फिर एक अंश से शुरू होकर शनि आगामी ढाई वर्ष तक इसी कुंभ राशि में भ्रमण रत होंगे इस प्रकार कुंभ राशि में 3 वर्ष 4 माह सर्वाधिक समय तक रहेंगे साधारणता शनि एक राशि में ढाई वर्ष रहते हैं परंतु मार्गी वक्री शनि कुंभ राशि को 3 वर्ष 4 माह भोग करेगा वर्तमान में मकर कुंभ मीन राशि वालों को साढ़ेसाती शनि का प्रभाव है एवं कर्क वृश्चिक राशि वालों को ढैया शनि का प्रभाव है शनि की उपरोक्त कुप्रभाव से बचने के लिए शनि महाराज की कृपा आवश्यक है अतः शनि महाराज से संबंधित पूजा-पाठ दान नियम अवश्य अपनाएं तथा अन्याय नहीं करें
वक्री शनि 18 जून को करेगा मौसम में जबरदस्त बदलाव
18 जून को शनि के वक्री होने से मौसम में भारी परिवर्तन होगा तेज हवाओं के साथ तूफानी योग निर्मित हो रहा है शनि के वक्री होने से भारत की ओर कई तूफान रुख कर सकते हैं एवं भारत के तटीय क्षेत्रों से टकराकर भारी तबाही मचा सकते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि का वक्र गति में प्रवेश मौसम में परिवर्तन लाता है आर्द्रा प्रवेश 22 जून के पूर्व शनि के वक्री होने से मानसून को जबरदस्त ऊर्जा मिलेगी जिससे भारी वायु वेग के साथ बारिश होगी।
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