ज्योतिष/ जन्मकुंडली काउंसलिंग द्वारा बच्चों में बुद्धि का स्तर ( IQ LEVEL) बढ़ाये
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र 94150 87711 923 57 22996
बौद्धिक क्षमता मानसिक कार्य करने के लिए आवश्यक कौशल है। बौद्धिक स्तर / बौद्धिक क्षमता के लिए जरुरी सभी गुणों एवं विशेषताओं का ज्योतिषीय ग्रहो से सम्बन्ध है . सभी ग्रह किसी न किसी विशेषताओं का प्रतिनिधित्व करते है और जन्म कुंडली में ग्रहो की परिस्थिति के अनुसार व्यक्तित्व में प्रभाव देखा जा सकता है ..
अक्सर देखने में आता है कुछ बच्चे दूसरों के सामने बातचीत करने में भी हड़बड़ा जाते हैं और सामने वाले पर प्रभाव नहीं डाल पाते। प्राय: इंटरव्यू देते समय ऐसी स्थिति बनती है , साथ ही अन्य कई समस्याएं जैसे की
निर्णय लेने में कठिनाइयाँ
सपनों को पूरा करने में असमर्थता
दृढ़ता का अभाव
ऐसा यदि बच्चो के साथ बार-बार हो रहा है तब उनकी कुंडली पर नजर डालें।
शास्त्रों के अनुसार एक बच्चे से दूसरे बच्चो में बौद्धिक क्षमता में फर्क का कारन जन्मकुंडली के ग्रहो की अलग अलग परिस्थिति जिम्मेदार होती है | जन्म कुंडली के अध्ययन के आधार पर बच्चो के बौद्धिक स्तर / बौद्धिक क्षमता के लिए जन्मकुंडली के जरुरी ग्रहो की परिस्तिथि में जितना ज्यादा अंतर होता है, बच्चा उतना ही पीछे रह जाता है |
कुशल ज्योतिषियों द्वारा बच्चो की जन्मकुंडली के ग्रहो का आकलन करके उसके बात-चीत का तरीका, संस्कार, सकारात्मक या नकारात्मक सोच, पसंद-नापसंद, बातचीत में सहजता, आचार -विचार, मान्यताएं, व्यवहार कुशलता, विषम परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता, कुछ नया सीखने की जिज्ञासा, मनोभावों का नियंत्रण, शारीरिक व मानसिक प्रबलता, आत्मविश्वास आदि परिस्थितियों का सचोट अनुमान लगाया जा सकता है |
बौद्धिक स्तर / बौद्धिक क्षमता विकास में सहायक कुंडली के ग्रह
IQ LEVEL के सबसे शक्तिशाली पहलू हैं : आत्मविश्वास एवं आत्मबल
1. सूर्य :-- इच्छाशक्ति , न्यायप्रियता , शारीरिक ऊर्जा , जागरुकता आत्मविश्वास का प्रतीक होता है।
2. चन्द्रमा :-- चंद्रमा उच्च कल्पनाशील, दृढ़ निश्चयता और मन का करक है। चन्द्रमा और इसकी स्थिति व्यक्ति के भावनात्मक अनुभवों को दर्शाती है जो उसे मानसिक तौर पर प्रभावित करते हैं।
3. मंगल :-- मंगल शक्ति ,शानदार व्यक्तित्व मजबूत इच्छाशक्ति , हौसला और स्वभाव से आक्रामक, निर्णायक, उतावले स्वभाव का प्रतिनिधित्व करता है ।
4. बुध :-- बुध मस्तिष्क से संबंधित है। यह ज्ञान तथा बुद्धि देने वाला है | बुध वाणी , का कारक है।
5. वृहस्पति :-- वृहस्पति बुद्धि ,ज्ञान , सम्मान , दया और न्याय का करक ग्रह है। बृहस्पति भाग्य को सुधारता है।
6. शुक्र गोरे रंग का नहीं बल्कि आकर्षक व्यक्तित्व ,सौंदर्य का प्रतीक होता है।
7. शनि व्यक्ति को न्याय प्रिय बनाता है शनि आत्म सीमा, अनुशासन और योजना के माध्यम से शक्ति प्रदान करता है।
8. राहू यह तीक्ष्ण बुद्धि , वाक्पटुता , आत्मकेंद्रिता ,स्वार्थ , आलस्य छल - कपट ( राजनीति ) , तस्करी ( चोरी ), , जुआ का प्रतीक होता है।
9. केतु से प्रभावित पुरुष कुछ भ्रमित सा रहता है मन में अस्थिरता होती है
आदि आदि ……
कुशल ज्योतिषिओ के माध्यम से कुंडली का आकलन और कैलकुलेशन करके बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने के लिए जरुरी ग्रहो के योगदान को जानते हुए एवं ज्योतिषीय उपायों द्वारा ग्रहो को मजबूती प्रदान करके किसी भी जातक के व्यक्तित्व को निखारा जा सकता है और गति प्रदान की जा सकती है और सम्भावनाओ को जानते हुए दिशा निर्देश अनुसार अपने अंतिम लक्ष्य तक सफलता से पहुंचा जा सकता है |
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