सुख शांति एवं धन समृद्धि देकर सभी शोकों का नाश करता है अशोक का वृक्ष
Jyotishacharya Dr Umashankar Mishra-9415087711
हिन्दू धर्म में अशोक के वृक्ष को बहुत ही शुभ और लाभकारी माना गया है। अशोक का शब्दिक अर्थ है- शोक का न होना।
अशोक अपने नाम के अनुसार ही शोक को दूर करने वाला और प्रसन्नता देने वाला वृक्ष है। इससे घर में रहने वालों के बीच आपसी प्रेम और सौहार्द बढ़ता है।
सभी मांगलिक एवं धार्मिक कार्यों में अशोक के पत्तों का प्रयोग होता है। मान्यता है कि अशोक वृक्ष घर में लगाने से या इसकी जड़ को शुभ मुहूर्त में धारण करने से मनुष्य को सभी शोकों से मुक्ति मिल जाती है।
घर में अशोक के वृक्ष होने से घर में सुख शांति एवं धन समृद्धि का वास होता है एवं उस घर में किसी की भी अकाल मृत्यु नहीं होती।
अशोक का वृक्ष दो तरह का होता है- एक असली अशोक वृक्ष और दूसरा नकली अशोक वृक्ष। असली अशोक का वृक्ष आम के पेड़ जैसा छायादार वृक्ष होता है। इसके पत्ते 8-9 इंच लंबे और दो-ढाई इंच चौड़े होते हैं। इसके पत्ते शुरू में तांबे के रंग के जैसे होते हैं । अशोक के वृक्ष में वसंत ऋतु में नारंगी रंग के फूल आते हैं, जो बाद में लाल रंग के होजाते हैं। इन सुनहरे लाल रंग के फूलों के कारण इसे ‘हेमपुष्पा’ भी कहा जाता है।
जबकि नकली अशोक वृक्ष देवदार के पेड़ की तरह लंबा वृक्ष होता है। इसके पत्ते भी आम के पत्तों जैसे ही होते हैं। और इस अशोक में सफेद और पीले फूल तथा लाल रंग के फल होते हैं।
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