होली के आसान टोटके-----+ jyotishacharya Dr Umashankar mishr 9415087711
– होलिका दहन के दिन घर से उतारा गया टोटका और शरीर के उबटन को होलिका में जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
– घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतारकर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है।
– भय और कर्ज से निजात पाने के लिए नरसिंह स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक होता है।
– होलिका दहन के बाद जलती अग्नि में नारियल दहन करने से नौकरी की बाधाएं दूर होती हैं।
– लगातार बीमारी से परेशान हैं, तो होलिका दहन के बाद बची राख मरीज के सोने वाले स्थान पर छिड़कने से लाभ मिलता है।
– सफलता प्राप्ति के लिए होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें।
– गृह क्लेश से निजात पाने और सुख-शांति के लिए होलिका की अग्नि में जौ-आटा चढ़ाएं।
– होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखने से बेकार खर्च रुक जाते हैं।
– दांपत्य जीवन में शांति के लिए होली की रात उत्तर दिशा में एक पाट पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल के ढेर पर नवग्रह यंत्र स्थापित करें। इसके बाद केसर का तिलक कर घी का दीपक जलाकर पूजन करें।
– जल्द विवाह के लिए होली के दिन सुबह एक पान के पत्ते पर साबूत सुपारी और हल्दी की गांठ लेकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और बिना पलटे घर आ जाएं। अगले दिन भी यही प्रयोग करें।
– बुरी नजर से बचाव के लिए गाय के गोबर में जौ, अरसी और कुश मिलाकर छोटा उपला बना कर इसे घर के मुख्य दरवाजे पर लटका दें।
– होलिका दहन की रात तगर, काकजंघा, केसर को “क्लीं कामदेवाय फट् स्वाहा” मंत्र से अभिमंत्रित कर होली के दिन इसे अबीर या गुलाल में मिलाकर किसी के सिर पर डालने से वह वश में हो जाता है।
– इसी तरह होली पूजा के समय वैजयंती माला को ॐ क्रीं कामेश्वरी वश्य प्रियाय क्रीं ॐ का जाप कर सिद्ध कर ले। इसके बाद 11 माला का जाप करने के बाद वह माला पहनकर किसी पुरूष के सामने जाने से वह धीरे-धीरे वश में हो जाएगा।
– होली की रात “ॐ नमो धनदाय स्वाहा” मंत्र के जाप से धन में वृद्धि होती है।
– 21 गोमती चक्र लेकर होलिका दहन की रात शिवलिंग पर चढ़ाने से व्यापार में लाभ होता है।
– किसी टोटके से राहत पाने के लिए होली की रात होलिका दहन स्थल पर एक गड्ढा खोदकर उसमें 11 अभिमंत्रित कौड़ियां दबा दें। अगले दिन कौड़ियों को निकालकर अपने घर की मिट्टी के साथ नीले कपड़े में बांधकर बहते जल में प्रवाहित कर दें।
– उधार की रकम वापस पाने के लिए होलिका दहन स्थल पर अनार की लकड़ी से उसका नाम लिखकर होलिका माता से अपने धन वापसी का निवेदन करते हुए उसके नाम पर हरा गुलाल छिड़कने से लाभ होगा।
– होली की रात 12 बजे किसी पीपल वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाने और सात परिक्रमा करने से सारी बाधाएं दूर होती हैं।
ग्रह दोष दूर करने के लिए राशि के रंगों से खेलें होली
होली के दिन अगर अपनी राशि के अनुसार रंगों से होली खेलें तो, इससे ग्रह दोष भी शांत होते हैं। आइए जानते हैं किस राशि के लोगों के लिए कौन सा रंग शुभ होता है। इस होली में अाप इसे अाजमा सकते हैं।
मेष राशि – मेष राशि वालों के लिए लाल और गुलाबी रंग सर्वोत्तम है।
वृषभ राशि – वृषभ राशि के लोग सफेद और क्रीम रंग से होली खेलें।
मिथुन राशि – मिथुन राशि के लोगों के लिए हरा और पीले रंग शुभ होता है।
कर्क राशि – कर्क राशि के लोगों के लिए सफेद और क्रीम रंग का उपयोग बेहतर होगा।
सिंह राशि – सिंह राशि वालों के लिए पीला और केसरिया रंग काफी अच्छा होता है।
कन्या राशि – कन्या राशि के लोगों के लिए हरा रंग श्रेष्ठ माना जाता है।
तुला राशि – तुला राशि के लोगों के लिए सफेद और पीला रंग शुभ होता है।
वृश्चिक राशि – वृश्चिक राशि के लोगों के लिए लाल और गुलाबी रंग श्रेष्ठ है।
धनु राशि – धनु राशि के लोगों के लिए लाल व पीला रंग सर्वोत्तम है।
मकर राशि – मकर राशि के लोगों के लिए नीला और हरा रंग शुभ माना गया है।
कुंभ राशि – कुंभ राशि के लोगों के लिए नीला रंग शुभ होता है।
मीन – मीन राशि वालों को हर संभव पीले और लाल रंग से ही होली खेलना चाहिए।
होली के दिन हनुमानजी की पूजा से लाभ
– इस दिन स्वच्छ होकर स्वच्छ वस्त्र खासकर लाल रंग की धोती धारण कर हनुमानजी को चोला और गुलाब फूल की माला चढ़ाएं।
– गुलाब की माला की एक पंखुड़ी लेकर उसको लाल कपड़े में बांध कर घर की तिजोरी में रखने से धन की कमी नहीं होती है।
– पूजन के लिए चमेली के तेल का उपयोग शुभ होता है।
– पूजन के वक्त श्रीराम और हनुमान का स्मरण करें -----राशि अनुसार खेलें होली
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✍🏼 रंगों का ज्योतिष से भी खास संबंध है। होली रंगों का त्यौहार है और रंग प्रेम के परिचायक होते हैं। इन प्यार मोहब्बत के रंगों को वही व्यक्ति स्वीकार करता है जिन के मन में अनुराग और अपनत्व की भावना होती है। अपनी राशि के अनुसार अपने इष्ट का ध्यान कर अपने मन से सभी बुराईयों का दहन कर भविष्य की पवित्र, सुखद, शाश्वत, पापरहित और प्रेममयी होली के रंग अपने जीवन में लाने का संकल्प करें और सुनहरे भविष्य की उज्वल कामना करें।
1.मेष
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली की पूजा करने के उपरांत मंदिर जाकर शिवालय के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए लाल गुलाल का प्रयोग करें।
2.वृषभ
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत कन्या पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हल्के पीले रंग का प्रयोग करें।
3.मिथुन
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान गणपति के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हरे रंग का प्रयोग करें।
4.कर्क
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत शिव परिवार का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए सफेद कपड़े धारण करें और केवल गुलाल से ही होली खेलें।
5.सिंह
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान सूर्य नारायण का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए गुलाल एवं मेहरून रंग का प्रयोग करें।
6.कन्या
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत गणपति बप्पा और धन के देवता कुबेर जी के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए टेसू रंग का प्रयोग करें।
7.तुला
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत मां दुर्गा का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए लाल और पीले रंग का प्रयोग करें।
8.वृश्चिक
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान गणपति और उनकी पत्नियों रिद्धि-सिद्धि का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए गुलाबी रंग का प्रयोग करें।
9.धनु
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान दत्तात्रेय (गुरु महाराज) का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए पीले रंग का प्रयोग करें।
10.मकर
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान श्री राम और उनके प्रिय भक्त हनुमान जी के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हल्का गुलाबी और पीला रंग प्रयोग में लाएं।
11.कुंभ
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत श्री राम भक्त हनुमान जी का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हरे और सिंदूरी रंग का प्रयोग करें।
12.मीन
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इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत बृहस्पति देव का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए पीले रंग का प्रयोग करें।
होलिका पूजन विधि
भविष्योत्तर पूरण के अनुसार होलिका दहन में ‘ढोंडा’ नामक एक राक्षसी का पूजन किया जाता है जिसका वर्णन भविष्योत्तर पुराण (१३२.१.५१) में है | लकड़ी एवं कंडे (गोबर के उपले) की राशि के ऊपर ढोंडा नामक राक्षसी का प्रतीकात्मक सवरूप या मूर्ति रख कर मुख्य व्यक्ति अथवा ग्राम सेवक देश संकल्प विधि के द्वारा अपने नाम और गोत्र का उच्चारण करते हुए
“मम सकुटुंबस्य ढोंडा राक्षसी प्रीत्यर्थं तत्पिंडा परिहारार्थं होलिका पूजनमहं करिष्ये”
ऐसा संकल्प करके लकड़ी एवं गोहरी युक्त पुंज में अग्नि जलाकर निम्न श्लोकों का उच्चारण करें.
अस्माभि: भय संत्रस्त्रै: कृता त्वम् होलीके यतः |
अतः त्वां पूजयिष्यामि भूते भूतिप्रदा भव ||
होलिकायै नमः
होलिकाम आवाहयामि स्थापयामि |
इसके बाद षोडशोपचार विधि से पूजन करके अंत में प्रार्थना करें |
वन्दितासि सुरेंद्राण ब्रह्मणा शंकरेण च |
अतस्त्वं पाहि नो देवी भूते भूतप्रदा भव ||
इसके बाद अग्नि की तीन बार परिक्रमा करे और अट्टहास करें | लोकाचार अनुरूप अपशब्द का प्रयोग करते हुए रंगोत्सव का प्रारंभ करें |
होलिका की ज्वलंत अग्नि में नारियल एवं बीज युक्त फल को अपने पर से उतार कर दहन करे. अपने शरीर में लगाए गए उबटन का क्षेपण (उतार कर) होलिका में दहन करें | होली के दिन रंगों को खेलने से पहले होलिका की राख अपने शरीर के हर भाग में लगाएं होलिकोत्सव का प्रारंभ करें |
होली पर करें इस मंत्र का जाप,
ये है राशि अनुसार मंत्र-
🍎1मेष राशि के लिए
ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नम:। इस मंत्र का जप होलिका दहन के समय करने से मां की विशेष कृपा मिलेगी। साथ में होलिका में दुर्वा विश्ेाष रुप से चढ़ाएं। इस मंत्र से धन की सभी परेशानी दूर होगी।
🍎2वृषभ राशि के लिए
इस राशि वालों को ऊं गौपालाये उत्तर ध्वजाए:, इस मंत्र का जप करना चाहिए। इस मंत्र के जप से पे्रम की बाधा तो दूर होगी, साथ ही धन का मार्ग भी बनेगा।
🍎3मिथुन राशि के लिए
इस राशि वाले ऊं क्लीं कृष्णाये नम:, मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से किस्मत के बंद दरवाजे खुलेंगे। जिस दिशा में जाएंगे, वहां से धन मिलेगा।
🍎4कर्क राशि वालों के लिए
ये राशि वाले ऊं हिरण्यगर्भाये अव्यक्त रूपिणे नम:, मंत्र का जप करे। ऐसा करने से संतान सुख की प्राप्ति होगी। इसके अलावा धन की समस्या का समाधान होगा।
🍎5सिंह राशि वालों के लिए
इस राशि वाले ऊं क्लीं ब्रह्मणे जगदाधाराये नम:, मंत्र का जाप करें ऐसा करने से स्वास्थ तो बेहतर रहता ही है, इसके अलावा धन की समस्या हल होगी।
🍎6कन्या राशि वालों के लिए
इस राशि के व्यक्ति होली की रात को ऊं नमो प्रीं पीताम्बरायै नम:, मंत्र का जाप करने से अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है। साथ में हालिका में पीले रंग की मिठाई चढ़ाए तो लक्ष्मी वर्षभर प्रसन्न रहेगी।
🍎7तुला राशि वालों के लिए
इस राशि वालों को ऊँ तत्व निरंजनाय तारक रामाये नम:, का जाप करने से जीवन की हर प्रकार की समस्या से समाधन मिलता है। होलिका दहन में सफेद फूल जरूर चढ़ाएं, इससे लक्ष्मी विशेष प्रसन्न होगी।
🍎8वृश्चिक राशि वालों के लिए
इस राशि वाले अगर ऊँ नारायणाय सुरसिंहाये नम:, मंत्र का जप करे तो ये मान लिजिए की लक्ष्मी आपके दरवाजे पर सफलता व धन लेकर खड़ी रहेगी।
🍎9धनु राशि वालो के लिए
इस राशि वाले ऊँ श्रीं देवकीकृष्णाय ऊर्ध्वषंताये नम:, मंत्र का जप करे। होलिका दहन के समय इस मंत्र को जप करने से हर बाधा का समाधान होगा।
🍎10मकर राशि वालों के लिए
इस राशि वालों को ऊँ श्रीं वत्सलाये नम: मंत्र से होलिका की पूजन करना चाहिए। इसके साथ ही नीले रंग के फूल चढ़ाने से लक्ष्मी प्रसन्न होगी।
🍎11कुंभ राशि वालों के लिए
इस राशि वालों को श्रीं उपेन्द्रायै अच्युताय नम: मंत्र का जप करने के साथ पीेले रंग के फूल होलिका में चढ़ाने चाहिए। इससे धन का प्रचुर लाभ होगा।
🍎12मीन राशि वालों के लिए
इस राशि वालों को ऊं क्लीं उद्धृाताय उद्धारिणे नम: मंत्र का जप करते हुए सरसों होलिका में चढ़ानी चाहिए। इससे बाहरी दुश्मन समाप्त होंगे। इसके अलावा लक्ष्मी की विशेष कृपा होगी।होली पर करे ये उपाय
1-यदि कोई व्यक्ति निरन्तर बीमार रहता है, और काफी दवा कराने के बावजूद भी रोग में कोई लाभ नहीं हो रहा है, तो होली दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता इन सभी वस्तुओं को होली जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन होली की राख रोगी के शरीर में लगायें और तत्पश्चात गर्म जल से स्नान करायें। इस उपाय से रोगी शीघ्र ही स्वस्थ्य होने लगेगा।
2-कोई व्यक्ति अभिचार कर्म के कारण अर्थात मारण, विद्वेषण, उच्चाटन, सम्मोहन व वशीकरण से अक्रान्त हो तो वह व्यक्ति उपरोक्त विधि से होलिका की राख शरीर में लगाकर गर्म जल से स्नान कराने से नकारात्मक प्रभाव निर्मूल हो जाता है।
3-यदि किसी का पति दूसरी महिला के सम्पर्क में रहता है, तो आप होली पर उपरोक्त सामग्री अर्पित करें एंव 7 बार होली की जलती आग की परिक्रमा करें। परिक्रमा करते समय 1 गोमती चक्र अपने पति का नाम लेकर आग में डालें। ऐसा करने से महिला का पति उसके पास वापस लौट आयेगा।
4- यदि आपको ऐसा प्रतीत होता है कि किसी ने आपके उपर तान्त्रिक प्रयोग करवा दिया है, तो आप होली दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता और थोड़ी सी मिश्री इन सभी वस्तुओं को होली जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन हेाली राख को चॉदी के ताबीज में भर कर गलें में धारण करने से तान्त्रिक प्रभाव निष्क्रिय हो जायेगा।
5-यदि कोई व्यक्ति आपका लिया हुआ धन वापिस नहीं कर रहा है, तो आप होली जलने वाले स्थान पर अनार की लकड़ी से उसका नाम लिखकर होलिका माता से अपने धन वापसी का निवेदन करते हुये उसके नाम पर हरा गुलाल छिड़क दें। इस उपाय से आपका धन मिल जायेगा।
6- यदि आप किसी से शत्रुता समाप्त करना चाहते है तो होलिका दहन के अगले दिन उसी स्थान पर रात्रि 12 बजे जाकर होली जलने स्थान पर अनार की लकड़ी से उसका नाम लिख दें और फिर उसे बॉये हाथ से मिटा दें और उस स्थान की थोड़ी सी राख लाकर। अगले दिन उस व्यक्ति के सिर पर डाल दें। ऐसा करने से वह व्यक्ति आपके प्रति शत्रुता का भाव समाप्त कर देगा।
7-यदि आपकी जन्मपत्री में कोई ग्रह दूषित हो तो आप होली दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता इन सभी वस्तुओं को होली जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन उस राख को लाकर स्वार्थसिद्धि योग में शुद्ध करके बहते जल में प्रवाहित कर दें।
8- अगर आपको राज्यपक्ष से बाधा आ रही है तो आप होलिका के उल्टे फेरे प्रारम्भ करें। प्रत्येक फेरे की समाप्ति पर आक की जड़ जलती होली में फेंके। इस उपाय को करने से आपको राज्य पक्ष से मिलने वाली सारी बॉधायें समाप्त हो जायेगी।
9-वास्तुदोषों से मुक्ति पाने के लिए होली दहन के अगले दिन आप सर्वप्रथम अपने इष्ट देव को गुलाल अर्पित कर अपने निवास के ईशान कोण पर पूजन कर गुलाल चढ़ायें। यह उपाय करने से आपका घर वास्तुदोष से मुक्त हो जायेगा।
10- यदि किसी के उपर कोई भय का साया है तो वह होली पर एक नारियल, एक जोड़ा लौंग व पीली सरसों इन सभी वस्तुओं को लेकर पीडि़त व्यक्ति के उपर से 21 बार उतार होली की अग्नि में डाल दें। सारा दुष्प्रभाव समाप्त हो जायेगा।
11-यदि आपको बार-2 आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है तो आप होलिका दहन की शाम को अपने मुख्यद्वार की चौखट पर दोमुखी आटे का दीपक बनायें। चौखट पर थोड़ा सा गुलाल छिड़ककर दीपक जलाकर रख देना चाहिए। दीपक जलने के साथ ही मानसिक रूप से आर्थिक हानि दूर होने के लिए निवेदन करना चाहिए। यह उपाय कारगर सिद्ध होगा।
12- किसी बालक अथवा बड़े को शीघ्र ही नजर लगती हो तो होली दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता इन सभी वस्तुओं को होली जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन होली की राख को तॉबे या चॉदी के ताबीज में भरकर काले धागे में बॉधकर गले में धारण करने से कभी भी नजर दोष नहीं लगता है।होली के अवसर पर खुशहाल बनाने वाले उपाय।
दोस्तों कुछ बहुत सरल उपाय होली पर करने वाले जो साल भर आपको खुशहाली और तरक्की दे सकते है।करिये जरूर क्योंकि ये आपसे कुछ लेते नहीं पर आपको दे कर ही जायेंगे।
(1)घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में देशी घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है, कष्ट दूर होते हैं।
(2)होली की सुबह बेलपत्र पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर अपनी मनोकामना बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें। किसी मंदिर में शंकर जी को पंचमेवा की खीर चढ़ाएं, मनोकामना पूरी होगी।
(3)अगर आप अपने घर में नकारात्मक ऊर्जा से परेशान हैं। बिना बात के पति-पत्नी में कलह हो रहा हो और हर दिन किसी मुसीबत का सामना करना पड़ता हो और घर में कोई बीमार हो ठीक होने में समय लग रहा हो तो आप यह उपाय जरूर आजमाएं। जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि ले आएं। फिर अपने घर के आग्नेय कोण में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें। सरसों के तेल का दीपक जला दें इस उपाय से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा जलकर समाप्त हो जाएगी।
(4)होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें। रात को जलती होली में उन्हें डाल दें। यदि आप के ऊपर कोई टोना जादू नज़र ऊपरी फेर आदि लगा होगा या पहले से ही कोई टोटका होगा तो वह सब खत्म हो जाएगा।
(5)होली दहन के दूसरे दिन होली की राख को घर लाकर उसमें थोडी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूतप्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
(6)सेहत बार-बार खराब होती हो तो होलिका दहन के बाद उसकी बची राख यानि भभूत को रोगी के तकिये के नीचे रख दें। इस उपाय को करने से पुरानी से पुरानी बीमारी ठीक हो जाएगी।
(7)यदि पैसों की बचत न हो पा रही हो तो होलिका दहन के दूसरे दिन कि बची राख को किसी लाल रूमाल में बांध लें और उसे अपनी तिजोरी या पर्स में रख लें. इस टोटके से आपको फायदा मिलेगा।
(8)यदि आपको व्यापार व नौकरी में परेशानी आ रही हो तो होलिक दहन के बाद एक जटा वाला नारियल मंदिर या होलिका दहन वाली जगह पर जरूर चढ़ाएं।
(9)होलिका दहन के अगले दिन होलिका की राख से पुरुष तिलक लगाएं और स्त्रियां ये राख अपनी गर्दन पर लगाएं। इस उपाय से सभी प्रकार की बुरी नजर से रक्षा होती है।
(10)होली दहन के समय परिवार के सभी सदस्यों को होलिका की तीन या सात परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करते समय होलिका में चना, मटर, गेहूं, अलसी डालना चाहिए। ऐसा करने पर स्वास्थ्य लाभ के साथ ही धन लाभ होने के योग भी बनते हैं।
(11)संतान प्राप्ति के लिए होलाष्टक में आपको लड्डु गोपाल की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। पूजा के दौरान गाय के शुद्ध घी और मिश्री से हवन करना चाहिए।(108 आहुति डाले)
(12)आप करियर में तरक्की चाहते हैं तो आपको होलाष्टक में जौ, तिल और शक्कर से हवन कराना चाहिए।(36 आहुति)
(13)धन-संपत्ति में वृद्धि के लिए होलाष्टक में आपको कनेर के फूल, गांठ वाली हल्दी, पीली सरसों और गुड़ से हवन कराना चाहिए।(54 आहुति डाले)
(14)असाध्य रोग से मुक्ति पाने के लिए होलाष्टक में भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराना उत्तम माना गया है।
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