12 प्रकार के कालसर्प दोषकालसर्पदोष और निवारण jyotishacharya Dr Umashankar mishr-9415087711-9235722996 👉राहु जब चतुर्थ स्थान पर हो और केतु दशम भाव में हो और सारे ग्रह इनके अन्दर हो, तब यह योग बनता है। इससे पीड़ित होने पर व्यक्ति को आर्थिक तंगी, मानसिक तनाव, मां, ज़मीन, परिजन, धन, मान-सम्मान में कमी, मातृसुख का अभाव, वाहन से कष्ट, मकान बनाने में देरी होना आदि जैसी परेशानी उठानी पड़ती है। #निवारणकेलिए 👉कालसर्प दोष के निवारण के लिए पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाना चाहिए, सवा महीने लगातार जौ को पक्षियों को खिलाने चाहिए, बुधवार के दिन शुभ मुहूर्त में एकाक्षी नारियल अपने ऊपर से सात बार उतारकर बहाना चाहिए यह काम लगातार 7 बुधवार करना चाहिए। शिवरात्रि या नाग पंचमी के दिन शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करना चाहिए। चंद्रमा के मंत्रो का जाप व पूर्णिमा का उपवास रखना भी अच्छा है। चांदी की अंगूठी धारण करना भी लाभप्रद रहता है या लाजवर्त पत्थर धारण करें सर्पदोष निवारण यंत्र रखना भी अच्छा परिणाम देता है। या फिर विधिवत इसकी शान्ति की पूजा कराना चाहिए। राहुकेतू और नाग गायत्री मंत्र का जप ब्राह्मणों से करवा कर कालसर्प दोष की शांति नाग वासुकी मंदिर गंगा जी के तट के किनारे प्रयागराज इलाहाबाद में अवश्य शांति करावे