2023 में किसे लगने वाली है शनि की साढ़े साती या ढैया, क्या है बचने के उपाय ? Jyotishacharya Dr Umashankar Mishra-9415087711-9235722996 वर्ष 2023 लगने वाला है। ज्योतिष विद्वानों और भविष्यवाणियों के अनुसार अगले वर्ष को बहुत ही मुश्किलों भरा बताया जा रहा है। 2020 से ही जब से शनि मकर में आया है देश और दुनिया के हालात बदल गए हैं और इस बीच वह मकर से कुंभ और फिर मकर में गोचर कर रहा है लेकिन 2021 और 2022 के बाद अब वह 2023 में कुंभ में गोचर करेगा। आओ जानते हैं कि इस दौरान किसे लगेगी साढ़ेसाती या ढय्या और क्या है बचने के उपाय। शनि की साढ़े साती 2023 :- मीन राशि- 29 अप्रैल 2022 को शनि के कुंभ राशि में जाने से मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई थी। मीन राशि पर यह साढ़े साती 17 अप्रैल 2030 तक रहेगी। उस पर साढ़ेसाती का प्रथम चरण चल रहा है। मकर राशि- मकर राशि वालों पर शनि की साढ़े साती 26 जनवरी 2017 से शुरू हुई थी। यह 29 मार्च 2025 को समाप्त होगी। धनु राशि- 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी। कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती 24 जनवरी 2020 से शुरू हुई थी। इससे मुक्ति 3 जून 2027 को मिलेगी, परंतु शनि की महादशा से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि के मार्गी होने पर छुटकारा मिलेगा, यानि कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिलेगी। शनि की ढैया 2022-2023 :- - 29 अप्रैल 2022 को शनि के कुंभ राशि में आने से कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि का ढैय्या शुरू हुआ है। इससे उन्हें 2024 में ही छुटकारा मिलेगा। - 17 जनवरी 2023 से शनि के मार्गी होने पर तुला और मिथुन राशि से पूरी तरह ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाएगा। तुला राशि पर शनि की ढैय्या 24 जनवरी 2020 से चल रही है। शनि की साढ़े साती से बचने के उपाय:- 1. कम से कम 11 शनिवार को शनि मंदिर में छाया दान करें। 2. अंधे लोगों को समय समय पर खाना खिलाते रहें। 3. सफाईकर्मी, मजदूर और विधवाओं को कुछ न कुछ दान देते रहें। 4. हनुमान जी की शरण में रहें और नित्य हनुमान चालीसा पढ़ते रहें। 5. शराब न पीएं, ब्याज का धंधा न करें और न ही झूठ बोलें। पराई महिला पर बुरी नजर न रखें। अपने कर्मों को शुद्ध बनाकर रखें। 6. शनि मंदिर में शनि से जुड़ी वस्तुएं दान करते रहें। 7. कुत्ते, कौवे या गाय को रोटी खिलाते रहें। 8. शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में दिया जलाते रहें।