एक_सलाह आप सभी के लिए ऊपरी बाधा के बारे में
Jyotishacharya Dr Umashankar mishr 9415087711-9235722996
अक्सर सुनने में आता है कि उसके ऊपर भूत आ गया है या उसको पकड़ लिया, जिसके कारण उसके घर वाले बहुत परेशान हो जाते हैं। तांत्रिक, मौलवी या ओझा के पास जाकर भी भी कुछ नहीं हुआ है, समझ नहीं आता है क्या करें। तो सबसे पहले आप कुण्डली देखें और समझे कि इस प्रकार के योग हैं भी या नहीं।
यदि किसी कुण्डली में शनि, राहु, केतु या मंगल में से कर्इ भी ग्रह सप्तम भाव में हो तो ऐसे लोग इस बाधा या ऊपरी हवा आदि से परेशान हो सकते हैं।
यदि शनि-मंगल-राहु की युति हो तो उसे भी ऊपरी बाधा तंग करती है। उक्त योगों में दशा-अन्र्तदशा में भी ये ग्रह आते हों या गोचर में इन योगों की उपसिथति हो तो समझ लें कि जातक या जातिका इस कष्ट से अवश्य परेशान है।
इक्कीस दिन तक रोज सूर्यास्त के समय गाय के आधा किलो कच्चे दूध में नौ बूँद शुद्ध शहद की मिलाकर एक अच्छे साफ-सुथरे बर्तन में डालकर, स्नान करके, शुद्ध वस्त्र पहनकर मकान की ऊपरी छत से प्रारंभ करके मकान के हर हिस्से में उस दूध के छींटे देते हुए, मुख्य द्वार तक आएं और द्वार के बाहर बचे हुए शेष दूध को धार से वहीं गिरा दें। इस प्रक्रिया को करते हुए अपने इष्टदेव का स्मरण अवश्य करते रहें। ऐसा करने से उपरी बाधा के द्वारा होने वाले नुकसान में कमी आएगी।
कोई व्यक्ति खाना खाने बैठा हो और दूसरे व्यक्ति की बुरी नजर न लगे, तो इसके लिए पहले भूमि पर पानी से एक त्रिकोण बना लें, फिर उस पर थाली रखें। ऐसा करने से भोजन पर नजर दोष का भय नहीं रहता।
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