आखिर पैरों में क्यों नहीं पहने जाते सोने से बने जेवरात? क्या आप जानते हैं वजह, ये बड़े कारण हैं जिम्मेदार:। *_ ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र आकांक्षा श्रीवास्तव_*9415087711-9140953694 क्या आप जानते हैं कि सोने से बने कोई भी जेवरात कमर से निचले हिस्से में नहीं पहनने चाहिए. क्या आप इसकी वजह जानते हैं. आज हम आपको इसका रहस्य बताते हैं.भारतीय संस्कृति में जेवरात पहनने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. चाहे महिला हो या पुरुष, आपको दोनों ही सोने-चांदी के जेवर पहने दिख जाएंगे. विशेषकर महिलाएं सोने के जेवर (Gold Jewellery) पहनना ज्यादा पसंद करती हैं. लेकिन क्या आपने आज तक किसी महिला को पैरों में सोने के जेवरात पहने देखा है. कभी नहीं. आखिर ऐसा क्या कारण है कि महिलाएं पैरों में सोने के जेवर नहीं पहनती. चलिए आज इस रहस्य से हम परदा उठा ही देते हैं और पैरों में सोना न पहनने की सही वजह बताते हैं. कमर से नीचे सोना पहनना वर्जित सनातन धर्म के मुताबिक सोने से निर्मित धातुओं (Gold Jewellery) का कमर से नीचे पहनना वर्जित माना गया है. उन्हें केवल कमर के ऊपरी हिस्से में पहना जा सकता है. इसकी एक नहीं, 2 वजहें हैं. पैरों में सोना न पहनने की पहली वजह वैज्ञानिक है. इसके मुताबिक मानव की शारीरिक बनावट कुछ ऐसी होती है कि उसके शरीर के ऊपरी भाग को ठंडक और निचले हिस्से को गर्माहट ही जरूरत होती है. चूंकि सोने के बने जेवरात शरीर में गर्मी को बढ़ाते हैं. इसलिए उन्होंने पैरों में पहनने से आपके शरीर को नुकसान हो सकता है. ऐसे में पैरों में सोने के बजाय चांदी के आभूषण धारण किए जाते हैं, जिससे कि शरीर का तापमान संतुलित बना रहे. भगवान विष्णु हो जाते नाराज वहीं पैरों में सोने से बने आभूषण (Gold Jewellery) न पहनने के पीछे दूसरी बड़ी वजह धार्मिक है. मान्यता है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को सोना अत्यंत प्रिय है. इसलिए इसे नाभि यानी कमर से नीचे पहनने की मनाही है. अगर आप पैरों में सोने से जेवरात धारण करते हैं तो इससे प्रभु विष्णु और मां लक्ष्मी का अपमान समझा जाता है. ऐसा करने वे दोनों नाराज हो सकते हैं. जिससे आपके घर की सुख शांति और धन समृद्धि दोनों चली जाती हैं