नवरात्रि में मंदिर सजाते समय वास्तु के इन नियमों का रखें ध्यान, मां दुर्गा स्वीकार करेंगी पूजा. ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र 9415 087 711 9235 722 996 Vastu Tips For Puja Ghar: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 26 सितंबर से हो रही है. इन 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 रुपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि में माता की पूजा में वास्तु से संबंधित चीजों का ध्यान रखा जाए, तो मां शक्ति की कृपा से भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं. हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष मान्यता है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक वैसे तो साल में 4 बार नवरात्रि मनाए जाते हैं. लेकिन शारदीय और चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है. शारदीय नवरात्रि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होते हैं. इसमें मां दुर्गा के 9 स्वरुपों की 9 दिन पूजा की जाती है. साथ ही, मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए घर में वास्तु नियमों का खास ख्याल रखा जाता है. वास्तु जानकारों का कहना है कि अगर घर का पूजा स्थल वास्तु के नियमों के अनुसार तैयार किया जाए, तो मां दुर्गा बहुत जल्द पूजा को स्वीकार कर भक्तों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देती हैं. इन नौ दिनों में मां दु्र्गा की पूजा से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. लेकिन इसमें वास्तु के कुछ नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए. आइए जानें नवरात्रि पर घर के मंदिर को वास्तु के अनुसार कैसे सजाएं. चुने और हल्दी से बनाएं स्वास्तिक वास्तु शास्त्र के अनुसार नवरात्रि के नौ दिनों तक घर के मुख्य द्वार पर चुने और हल्दी को मिलाकर स्वास्तिक बनाएं. साथ ही, मुख्य द्वार पर आम या अशोक के पत्तों की तोरण लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में वास नहीं करती और सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है. मां दुर्गा की मूर्ति इस दिशा में रखें वास्तु में हर चीज के लिए एक निश्चित दिशा के बारे में बताया गया है. शारदीय नवरात्रि के दौरान मां की मूर्ति और कलश की स्थापना उत्तर-पूर्व दिशा में करें. मान्यता है कि इस दिशा में देवताओं का वास होता है. ऐसे में इस दिशा में मां दु्र्गा की मूर्ति और कलश स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. वहीं, अखंड ज्योति आग्नेय कोण में जलाएं. चंदन की चौकी करें इस्तेमाल नवरात्रि में मां दुर्गा की प्रतिमा, कलश आदि की स्थापना के लिए चंदन की चौकी का इस्तेमाल शुभ माना गया है. मान्यता है कि ऐसा करने से वास्तु दोष से मुक्ति मिलती हैमान्यता है कि ऐसा करने से वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है. साथ ही, पूजा स्थल पर सकारात्मक ऊर्जा रहती है. इस दिशा में हो पूजा करने का मुंह नवरात्रि के दौरान मां की पूजा करते समय पूजा करने वाले मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए. पूर्व दिशा सूर्य देव की दिशा होती है इसे शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. वहीं, इस दौरान घी का दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है. इस रंग का करें इस्तेमाल वास्तु जानकारों के अनुसार नवरात्रि के दौरान लाल रंग का इस्तेमाल शुभ माना गया है. लाल रंग सत्ता और शक्ति का प्रतीक होता है. कहते हैं कि लाल रंग के फूल चढ़ाने से मां दुर्गा जल्द प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करने का आशीर्वाद देती हैं. मां दुर्गा को लाल रंग की चीजें जैसे वस्त्र, रोली, चंदन, साड़ी, चुनरी आदि सभी लाल रंग की चीजों का प्रयोग करें. .