शनि अष्टोत्तर शत नामावली
- ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र 94150 877 11 ----------------------------
आप एकेक नाम पढकर पुष्प अक्षत या बेल पत्र अर्पण कर शनिदेव का इन १०८ नामोसे पूजन कर सकते है या इन नामो का पाठ कर सकते है .. शनि की महादशा शनि की अंतर्दशा शनि की साढ़ेसाती शनि की ढैया अगर चल रही हो तो यह पाठ करने से सनी की अनुकूलता आएगी कार्य बनेंगे सफलता मिलेगी
१) ॐ शं शनैश्चराय नम:
२) ॐ शं शांताय नम :
३) ॐ शं सर्वाभीष्टप्रदायिने नम:
४) ॐ शं शरण्याय नम:
५) ॐ शं वरेण्याय नम:
६) ॐ शं सर्वेशाय नम:
७) ॐ शं सैन्याय नम:
८) ॐ शं सुरवंद्याय नम:
९) ॐ शं सुरलोकविहारिणे नम:
१०) ॐ शं सुखासनोपविष्टाय नम:
११) ॐ शं सुंदराय नम:
१२) ॐ शं घनाय नम:
१३) ॐ शं घनरुपाय नम:
१४) ॐ शं घनाभरणधारिणे नम:
१५) ॐ शं खद्योताय नम:
१६) ॐ शं मंदाय नम:
१७) ॐ शं मंदचेष्टाय नम:
१८) ॐ शं महनीयगुणात्मने नम:
१९) ॐ शं मर्त्यपावनपादाय नम:
२०) ॐ शं महेशाय नम:
२१) ॐ शं छायापुत्राय नम:
२२) ॐ शं शर्वाय नम:
२३) ॐ शं शततुणीरधारिणे नम:
२४) ॐ शं शुष्काय नम:
२५) ॐ शं चरस्थिरस्वभावाय नम:
२६) ॐ शं चंचलाय नम:
२७) ॐ शं नीलवर्णाय नम:
२८) ॐ शं नित्याय नम:
२९) ॐ शं नीलांजननिभाय नम:
३०) ॐ शं नीलांबरविभूषाय नम:
३१) ॐ शं निश्चलाय नम:
३२) ॐ शं वेद्याय नम:
३३) ॐ शं विधिरुपाय नम:
३४) ॐ शं विरोधाधारभूमये नम:
३५) ॐ शं वेदास्वादस्वभावाय नम:
३६) ॐ शं वज्रदेहाय नम:
३७) ॐ शं वैराग्यदाय नम:
३८) ॐ शं वीराय नम:
३९) ॐ शं वीतरोगभयाय नम:
४०) ॐ शं विपत्परं परेशाय नम:
४१) ॐ शं विश्ववंद्याय नम:
४२) ॐ शं गृधवाहनाय नम:
४३) ॐ शं गूढाय नम:
४४) ॐ शं कर्मांगाय नम:
४५) ॐ शं कुरुपिणे नम:
४६) ॐ शं कुत्सिताय नम:
४७) ॐ शं गुणाढ्याय नम:
४८) ॐ शं गोचराय नम:
४९) ॐ शं अविद्यामूलनाशनाय नम:
५०) ॐ शं विद्याssविद्यास्वरुपिणे नम:
५१) ॐ शं आयुष्यकारणाय नम:
५२) ॐ शं आपदुद्धर्ते नम:
५३) ॐ शं विष्णुभक्ताय नम:
५४) ॐ शं वशिने नम:
५५) ॐ शं विविधागमवेदिने नम:
५६) ॐ शं विधिस्तुत्याय नम:
५७) ॐ शं वंद्याय नम:
५८) ॐ शं विरुपाक्षाय नम:
५९) ॐ शं वरिष्ठाय नम:
६०) ॐ शं गरिष्ठाय नम:
६१) ॐ शं वज्रांकुशधराय नम:
६२) ॐ शं वरदाय नम:
६३) ॐ शं अभयहस्ताय नम:
६४) ॐ शं वामनाय नम:
६५) ॐ शं ज्येष्ठापत्नीसमेताय नम:
६६) ॐ शं श्रेष्ठाय नम:
६७) ॐ शं मितभाषिणे नम:
६८) ॐ शं कष्टौघनाशिने नम:
६९) ॐ शं आयुर्पुष्टिदाय नम:
७०) ॐ शं स्तुत्याय नम:
७१) ॐ शं स्तोत्रकामाय नम:
७२) ॐ शं भक्तिवश्याय नम:
७३) ॐ शं भानवे नम:
७४) ॐ शं भानुपुत्राय नम:
७५) ॐ शं भव्याय नम:
७६) ॐ शं पावनाय नम:
७७) ॐ शं धनुर्मंडलसंस्थिताय नम:
७८) ॐ शं धनदाय नम:
७९) ॐ शं धनुष्मते नम:
८०) ॐ शं तनुप्रकाशदेहाय नम:
८१) ॐ शं तामसाय नम:
८२) ॐ शं अशेषजनवंद्याय नम:
८३) ॐ शं विशेषफलदायिने नम:
८४) ॐ शं वशीकृतजनेशाय नम:
८५) ॐ शं पशूनांपतये नम:
८६) ॐ शं खेचराय नम:
८७) ॐ शं घननीलांबराय नम:
८८) ॐ शं काठिन्यमानसाय नम:
८९) ॐ शं आर्यगणस्तुताय नम:
९०) ॐ शं नीलछत्राय नम:
९१) ॐ शं नित्याय नम:
९२) ॐ शं निर्गुणाय नम:
९३) ॐ शं गुणात्मने नम:
९४) ॐ शं निरामयाय नम:
९५) ॐ शं निंद्याय नम:
९६) ॐ शं वंदनीयाय नम:
९७) ॐ शं धीराय नम:
९८) ॐ शं दिव्यदेहाय नम:
९९) ॐ शं दीनार्तिहरणाय नम:
१००) ॐ शं दैत्यनाशनाय नम:
१०१) ॐ शं आर्यजनगण्याय नम:
१०२) ॐ शं क्रूराय नम:
१०३) ॐ शं क्रूरचेष्टाय नम:
१०४) ॐ शं कामक्रोधकराय नम:
१०५) ॐ शं कलत्रपुत्रशत्रुत्त्व कारणाय नम:
१०६) ॐ शं परितोषितभक्ताय नम:
१०७) ॐ शं परभीतिहराय नम:
१०८) ॐ शं भक्तसंघमनोभीष्टफलदाय नम:
!! इति श्री शनि अष्टोत्तर शत नामावली !!
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