हिंदू त्यौहार और मुहूर्त
Jyotishacharya Dr Umashankar mishr 9415 087711
सोशल मीडिया के कुछ फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। ऐसा ही एक बड़ा नुकसान पिछले कुछ वर्षों में देखने को मिला कि हमारे हर त्यौहार को मुहूर्त के नाम पर छोटा करते जा रहे हैं।
हम बचपन में पूरा दिन राखी दिवाली और होली मनाते थे। ना कोई मुहूर्त की बात करता था ना ही समय देखकर कोई त्यौहार मनाते थे।
पिछले कुछ वर्षों में अजीब सा चलन चला है -इतने समय से इतने समय तक शुभ मुहूर्त है मतलब आप के त्यौहार को एक डेढ़ घंटे का कर दिया।
क्या आपने कभी किसी और धर्म के त्योहारों पर इस प्रकार का संदेश देखा है..?
इस राखी पर भी एक संदेश चल रहा है कि राखी इतने समय से इतने समय तक
अरे भैया क्या यह संभव है कि देश की सभी बहने एक ही मुहूर्त में अपने भाई को राखी बांधे।
क्या भाई बहन के प्रेम के बीच में मुहूर्त आ सकता है...?
दोस्तों दिल खोलकर राखी मनाईये 11 August din brihaspatiwar Ko सुबह से लेकर रात तक
ईश्वर का दिया हुआ हर क्षण शुभ होता है
बिंदास होके पूरा दिन राखी के त्यौहार का आनंद लीजिए।
हमारे हर त्योहार खुशियों के होते हैं और खुशियों का कोई मुहूर्त नहीं होता।
जब दिल खुश हो जाए तब मुहूर्त शुभ है।
आप सभी को राखी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं
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